RE: Sex Hindi Kahani गहरी चाल
कामिनी चौंक पड़ी,करण ने आजतक उसे इस बारे मे नही बताया था,उसने करण की ओर देखा तो करण ने नज़रे चुरा ली,"हेलो,शीना.मैने तुम्हे पहले कभी करण के साथ नही देखा?"
"मैं कल ही लंडन से यहा आई हू."
"ओह्ह..अच्छा हवलदार,ज़रा लॉक-अप खोलो."
"जी,मेडम.",कामिनी के अंदर जाते ही उसने लॉक-अप को वापस बंद कर दिया,"शीना,प्लीज़ ज़रा पानी की 1बॉटल ले आओगी."
"हां-2 क्यू नही.",शीना वाहा से चली गयी.
"कामिनी..वो मैं..मुझे...शीना...के..आइ मीन-.."
"देखो,करण मैने पहली रात ही तुम्हे कह दिया था की मैं हुमारे रिश्ते को कोई नाम नही देना चाहती थी.अगर तुमने मुझे शीना के बारे मे नही भी बताया तो मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता,लेकिन अब तुम मेरे क्लाइंट हो & मुझे बाते छुपाने वाले क्लाइंट्स बिल्कुल पसंद नही.मैने इनस्पेक्टर से जो भी बात की है उस से 1 बात तो तय है की तुम्हारे खिलाफ बहुत मज़बूत केस है,इसीलिए,अगर तुम चाहते हो कि मैं तुम्हारी ठीक तरीके से मदद करू तो मुझे 1-1 बात बताओ.",तब तक शीना पानी ले आई थी.कामिनी ने करण को बॉटल थमायी जिसे उसने 1 ही घूँट मे खाली कर दिया,"..हां,अब बताओ,करण.",फिर वो शीना की तरफ घूमी,"शीना,अगर करण कोई बात मिस कर जाए तो तुम ध्यान रखना प्लीज़."
"ओके,कामिनी."
"शीना & मैं आज रात कोई 11 बजे बॉर्नीयो पहुँचे.मैं वाहा कभी-कभार जाता हू & वाहा का बारटेंडर भी मुझे पहचान गया है...मैं शीना को घुमाने के लिए ले गया था.हम बार के सामने स्टूल्स पे बैठे अपने ड्रिंक्स ले रहे थे.हुमारे स्टूल्स के 2 स्टूल्स बाद शीना की बाई तरफ 1 बूढ़े के साथ 2-3 लोग बैठे थे.बूढ़ा तो काफ़ी शरीफ लग रहा था मगर बाकियो को थोड़ी चढ़ गयी थी,उनमे से 1 उठ कर बाथरूम की तरफ गया & जाते हुए शीना की पीठ से जान बुझ कर सटा.मैने उसकी खबर उसी वतक़ लेता मगर इसने मुझे रोक दिया..",उसने बाहर खड़ी शीना की ओर इशारा किया,"..उस कमिने ने बाथरूम से लौटते हुए फिर वही हरकत दोहराई तो इस बार मुझ से रहा नही गया.मैं उठा & उसका कॉलर पकड़ लिया..हम दोनो मे हाथापाई होने लगी तो उसके साथ आए लोग बीच-बचाव करने लगे & शीना भी मुझे खींचने लगी.."
"..पब मे आकर मैने अपनी जॅकेट उतार दी थी..शीना मुझे मेरी जॅकेट पहनने लगी की तभी मेरे हाथ मे उसकी पॉकेट मे कुच्छ सख़्त चीज़ महसूस हुई...मैने उस से झगड़ते हुए उस चीज़ को निकाला,वो मेरी लाइसेन्स्ड पिस्टल थी...पता नही मुझे इतना नशा कैसे हो गया था..मैने पिस्टल उस पे तान दी..तो वो भी ताव मे आ गया..अब वो बूढ़ा शख्स हम दोनो के बिल्कुल बीच मे आ गया था & शीना भी मेरा हाथ खींचने लगी..& पता नही कब...& कैसे-कैसे गोली चल गयी & उस बूढ़े को लग गयी.",करण काँपने लगा.
कामिनी ने उसकी पीठ सहलाई,"करण..तुमने कितनी शराब पी थी?"
"वही अपनी रेग्युलर 2 पेग विस्की मगर मुझे नशा कुच्छ ज़्यादा हो गया था.",कामिनी सारी बाते नोट करती जा रही थी.
"कामिनी..मैं उसे मारना नही चाहता था..पता-"
"कोई बात नही,करण.सब ठीक हो जाएगा..1 बात बताओ.आख़िर तुमने अपनी जेब मे पिस्टल रखी ही क्यू?"
"पता नही,कामिनी.घर से निकालने से पहले मैने शीना को वो पिस्टल दिखाई थी मगर जहा तक मुझे याद है,उसे मैने वापस अपनी सेफ मे रख दिया था."
"शीना,तुमने माँगी थी गन?"
"हां.वो हुआ ये था कि कामिनी हम बाते कर रहे थे की आजकल रहजनी,लूट.मर्डर...क्राइम कितना बढ़ गया है & 1 आम आदमी इस से कैसे बच सकता है..1 बात से दूसरी बात निकली & करण ने मुझे अपनी पिस्टल के बारे मे बताया..तो मैने उस से दिखाने को कहा."
"तो तुमने उसे गन वापस सेफ मे रखते हुए देखा था?"
"पता नही,कामिनी.गन देखने के बाद मैं बाथरूम चली गयी थी.उसके बाद हम दोनो ही घर से निकल गये थे."
"ह्म्म..",कामिनी लॉक-अप से बाहर निकल आई,करण ने अंजाने मे जयंत पुराणिक का खून कर दिया था.उसने करण को दिलासा दिया & 1 बार फिर इनस्पेक्टर के पास चली गयी.
"मेडम,इसका ब्रहलाइसर टेस्ट दिखाता है की इसने काफ़ी शराब पी थी,फिर हमने इसका गन लाइसेन्स मगाया है.उस से मर्डर वेपन को मॅच करेंगे..वैसे वो तो बस 1 फॉरमॅलिटी ही है..जब इसने गोली चलाई उस वक़्त बारटेंडर मिस्टर.पुराणिक & उनके तीनो गेस्ट्स & इसकी मंगेतर के अलावा 5 और लोग थे.ऐसा हमे पब के स्टाफ ने बताया है.उन 5 मे से 3 लोगो से हमने कॉंटॅक्ट किया है,उनमे से 2 ने इसे गोली चलाते देखा था & 1 का कहना है उस वक़्त उसकी पीठ थी इसकी तरफ इसी लिए नही देख पाया लेकिन जब वो घुमा तो उसने इसे गन पकड़े खड़ा देखा था...अब बताइए...ऐसे मे ये क्या बच सकता है?"
"देखती हू,इनस्पेक्टर..",कामिनी खड़ी हो गयी,"..अगर भगवान ने चाहा तो बच भी सकता है.थॅंक्स.अब मैं चलती हू.",कामिनी थाने से निकलते हुए सोच रही थी की पुराणिक के खून के बाद भी शत्रुजीत यहा कैसे नही पहुँचा.
"..क्या?!षत्रुजीत सिंग के यहा....व्हाट?!",कामिनी ठिठक गयी.उसने घूम कर देखा.इनस्पेक्टर अपने फोन पे बात करते हुए चौंक कर खड़ा हो गया था,उसी वक़्त 1 हवलदार उसके पास आया,"सर,अभी-2 वाइर्ले पे कंट्रोल रूम से मेसेज आया हैकि-.."
"..कि शत्रुजीत सिंग की बीवी नंदिता का खून हो गया.",इनस्पेक्टर ने अपनी कॅप लगाई,"..पाठक को बुलाओ...पहले ये बॉर्नीयो का केस & अब ये..आज की रात की नींद तो गयी!"
क्रमशः.....................
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