RE: Kamukta Story पड़ोसन का प्यार
"अरे रुक, अब ज़रा मुझे तो ये डिल्डो डालने दे पीछे से तेरे छेद मे" नेहा ने उलाहना दिया. दर्शन चौंक गया. शोभा की गान्ड मारने के आनंद मे वह भूल गया था कि अब उसकी भी गान्ड मारी जानी है. उसने मूड कर देखा. नेहा एक सफेद डिल्डो अपनी चूत मे बाँधकर तैयार थी. अच्छ चिकना पाँच एक इंच लंबा और एकाध इंच मोटा डिल्डो था. पर दर्शन को वह
बहुत मोटा लगा. आज तक उसने अपनी गान्ड मे उंगली तक नही की थी, इस डिल्डो को लेने की कल्पना से वह घबरा गया. "नेहा, प्लीज़, ज़रा धीरे धीरे डालना, दुखेगा तो नही!"
"वाह रे जवान मर्द, अब घबरा रहा है और जब तेरे जैसे पुरुष औरतों पर चढ़ कर उनके शरीर मे अपने मूसल घुसाते है तब कभी सोचा है कि औरतों को क्या लगता है? चल नखरा ना कर" नेहा ने डिल्डो पर क्रीम चुपडते हुए उसे डाँट पिलाई. प्राची ने अपनी उंगली पर थोड़ी क्रीम ली और बड़े प्यार से अपने बेटे के गुदा मे चुपड दी. सहसा उसके मन मे विचार
कौंध गया "कोई देखेगा तो क्या कहेगा! एक औरत अपने बेटे की गुदा को क्रीम से चिकना कर रही है जिससे उसकी होने वाली बहू उसके बेटे की गान्ड मार सके. इससे ज़्यादा छिनालापन और क्या हो सकता है!" तैयारी पूरी हो गयी थी. नहाने डिल्डो का चोर दर्शन के छेद पर रखा
"प्राची मौसी, तुम ज़रा इसके चूतड़ फैलाओ. याने इसे तकलीफ़ नही होगी, आराम से अंदर चला जाएगा. मुझे भी ज़्यादा ज़ोर नही लगाना पड़ेगा. दर्शन, तू भी ज़रा ढीली कर अपनी गान्ड! दुखा तो मुझे ही कोसेगा. पर मैं एक बार शुरू हो गयी तो फिर तेरा कुछ नही सुनूँगी" प्राची ने दर्शन के चूतड़ अपने हाथों से फैलाए और डिल्डोबाजीने एक्सपर्ट नेहा ने एक बार मे घच्च से दर्शन की गान्ड मे आधे से ज़्यादा डिल्डो गाढ दिया.
दर्शन हल्के से चीख पड़ा और उसका शरीर कड़ा पड़ गया. उसे काफ़ी दुख था पर उसके साथ ही एक अजीब से आनंद की कसक उसे अपनी गान्ड मे महसूस हुई. 'तो ऐसा लगता है गान्ड मराके' उसके मन मे आया.
उसका लंड मस्ती से शोभा की गान्ड मे उछला तो शोभा समझ गयी कि उसे मज़ा आ रहा है. "अरी प्राची, लगता है तेरे बेटे को भा गया यह खेल. देख मेरी गान्ड मे कैसे मुठिया रहा है अपना लंड! वैसे इस काम मे मेरी नेहा बहुत होशियार है, बहुत अच्छ चोदति है, चूत हो या गान्ड! चल नेहा, जल्दी कर याने यह खेल आगे तो बढ़े"
नेहा ने सधा हुआ ज़ोर लगाकर धीरे धीरे पूरा डिल्डो जड़ तक दर्शन की गान्ड मे पेल दिया. वह फिर तड़प उठा पर जब उसे अपने नितंबों पर नेहा की चिकनी मखमली जांघों और पेट का स्पर्श हुआ तो उसके रोम रोम मे सनसनी दौड़ गयी. नेहा की रेशमी झान्टे भी उसे गुदगुदा रही थी. आख़िर इस रूप सुंदरी का शरीर मेरे शरीर से मिला तो, चाहे किसी भी तरह क्यों ना
हो ऐसा उसके मन मे आया.
प्राची ने दर्शन को बाहों मे भर लिया और उसे चूमती हुई बोली "कैसा लग रहा है बेटे? अच्छ लग रहा है ना? तुम दोनो की जोड़ी बहुत प्यारा दिखती है. हमेशा से थोड़ा अलग किसम का सीन है पर है बहुत प्यारा. मज़ा आया ना बेटे?"
दर्शन ने सिर हिलाया और फिर शोभा की गान्ड मारने लगा. उसका लंड ऐसे तन गया था जैसे फट जाएगा. उसके पीछे खड़ी नेहा ने भी धक्के लगाने शुरू किए और सधे हुए अंदाज मे दर्शन की गान्ड मारने लगी.
जल्द ही तीनो बदन एक लय मे झूमते हुए आगे पीछे होने लगे. "शोभा, अगर वीडियो कैमेरा होता तो रिकार्ड कर लेती. लाख रुपये मिलते इस सीन के" प्राची ने दाद दी. वह अकेली रह गयी थी पर उसने तीनों खिलाड़ियों के चुंबन ले लेकर उनका उत्साह बढ़ाने का जिम्म ले लिया. आरी बारी से वह शोभा, दर्शन और नेहा के होंठ चूमती, शोभा के लटकते मम्मे दबाती, नेहा के कसे तन कर खड़े उरोज मसलती और फिर उनके पास आ कर उनके मूह मे अपनी चून्चि दे देती या कभी कभी बिस्तर पर खड़ी होकर उन्हे अपनी चूत चाट देती.
कुछ देर बाद शोभा पट्ट होकर बिस्तर पर लेट गयी और दर्शन और नेहा को अपनी पीठ पर ले लिया. अब दर्शन पूरा ज़ोर लगाकर उसकी गान्ड मार रहा था. नेहा ने अपने हाथ दर्शन की छाती के इर्द गिर्द भींच लिए थे और हचक हचक कर दर्शन की गान्ड चोद रही थी. शोभा ने ज़रा भी जाहिर नही किया कि दो दो बदनों के वजन से उसे कोई तकलीफ़ हो रही है. बच्चों के आनंद के लिए वह प्यार से यह तनिक सी तकलीफ़ सह रही थी.
आख़िर जब यह प्यार का खेल ख़तम हुआ तो सभी बहुत थक गये थे पर खुश थे. गान्ड दुख ज़रूर रही थी पर सबसे ज़्यादा मज़ा दर्शन को आया था. एक साथ गान्ड मारने और मरवाने मे इतना सुख मिल सकता है यह उसने पहली बार महसूस किया था. शुरू शुरू के दर्द के बाद गान्ड मे चलते उसे चिकने डिल्डो ने उसे मस्त कर दिया था.
|