RE: Kamukta Story पड़ोसन का प्यार
प्राची की बुर मस्ती से पसीज उठी. इस तरह के नाजायज़ संबंध की उसने कभी कल्पना भी की थी. ये ऊँची पूरी साँवली औरत और वह दुबली पतली गोरी कमनीय युवती? प्राची की चूत अब इतनी गीली हो चुकी थी कि डिल्डो फिसल कर चूत के बाहर आते आते बचा. अब उसे काफ़ी बाते सॉफ हो गयी थी. उसे पहले ही मालूम था कि मा बेटी मे बहुत प्यार है, सौतेले होने के बावजूद. नेहा इतनी सुंदर इक्कीस साल की युवती थी पर उसने कभी उसे लड़को के साथ नही देखा था. कॉलेज छूटते
ही नेहा सीधी घर आती थी, कभी ग्रूप मे घूमने नही जाती थी. कही जाना होता तो मा बेटि साथ साथ जाते.
परसों दोपहर को ब्रा के हुक प्राची से खुलवाते समय शोभा बोली थी कि नेहा हमेशा उसे ब्रा के हुक लगाने और निकालने मे मदद करती है. तब उसे ज़रा अजीब सा लगा था कि जवान हुई बेटी से वो ऐसे काम करवाती है. अब सब सॉफ हो गया था.
शोभा को प्राची की स्थिति देखकर मज़ा आ गया था. मा बेटी की यह नाजायज़ रति की बात सुनने के बात प्राची के चेहरे पर झलक आई कामुकता से वह भी खुद उत्तेजित हो गयी थी. उसने अपनी कमर के स्ट्रप्स निकाले और डिल्डो भी पुक्क की आवाज़ से बाहर खींच लिया. प्राची को बोली "चल बहुत मज़ा ले लिया तूने मेरी रानी, मैं थक गयी अब, मेरी भी बुर कुलबुला रही है. अब तू मुझे चोद, ज़रा मेहनत कर अपनी दीदी की खातिर"
शोभा अपने चूतडो के नीचे तकिया लेकर लेट गयी और चूत खोल कर लेट गयी. प्राची ने स्ट्रप्स अपनी कमर मे बाँधे और फिर वो नकली रबर का लंड शोभा की बुर मे ज़ोर से घुसेड़ा दिया जैसा शोभा को चाहिए था. शोभा ने सुख की सिसकारी छोड़ी और प्राची शोभा को चोदने लगी "अब बता ना दीदी, पूरी कहानी बता. सच लगता है कि मेरी बुर आज मुझे मार डालेगी, इतना मीठा मज़ा आ रह है. बताओ ना दीदी" प्राची से चुदते हुए शोभा ने अपनी और नेहा की कहानी बताई..........
कंटिन्यूड…
भाग 1 समाप्त
|