RE: Kamukta Story पड़ोसन का प्यार
"आरे, टाइम ही टाइम है. नेहा हफ्ते भर को अपनी सहेली के साथ गयी है. उसकी सहेली की बहन की शादी है पूना मे. मैं अकेली ही हूँ. उसकी चिंता मत करो. और अगर तू बुरा ना माने तो मैं अभी तुझे सिखाती हूँ कि साड़ी ठीक से कैसे बाँधी जाती है" कहकर शोभा ने बड़ी आत्मीयता से प्राची को तरीके से साड़ी पहनना सिखाया. कैसे चुन्नटे फोल्ड की जाती हैं, कितनी ऊँचाई पर बाँधी जाती है, पल्लू कितना छोड़ना चाहिए ये सब उसने बताया. साथ ही खुद उसे साड़ी पहना दी और एक दो बार प्रॅक्टीस भी करवाई. उसके बाद शोभा ने खुद प्राची की दो चोटियाँ खोल कर उन्हे एक जूडे मे बाँध दिया. प्राची को यह भी समझाया कि उसे या तो जूड़ा बाँधना चाहिए या एक मोटि खुली खुली सी वेणि ना कि बहनजी जैसी दो कस के बँधी चोटिया. उसने इतने प्यार से यह किया कि प्राची भाव विभोर हो गयी. इतने दिनों मे पहली बार कोई उससे इतने प्यार
से पेश आया था. शोभा स्मार्ट होने के साथ साथ दिल की कितनी अच्छि है, उसके मन मे यह ख़याल आया.
उसी शाम को शोभा के साथ जाकर उसने ब्लाउस पीस खरीदे और अर्जेंट सिलाई को दे दिए. दर्शन के कॉलेज से आने का समय हो गया था इसलिए बाकी शॉपिंग उसी दिन नही की. दूसरे दिन सुबह ही दर्जी का नौकर ब्लाउस दे गया. दोपहर को दर्शन के कॉलेज जाने के बाद प्राची ने नया ब्लाउस पहनकर शोभा को अपने घर बुलाया.
"शोभा दीदी देखो, कैसा लगता है!"
"अच्छ है प्राची पर फिटिंग अब भी थोड़ी गड़बड़ है. अरे पर ये तो बता, तूने ब्रा कौनसी पहनी है? वही पुरानी वाली लगती है, मुझे लगा तू नयी ले आई होगी" शोभा ने कहा.
"नही ला पाई. असल मे मैं तुझे पूछन चाहती थी कि अच्छि ब्रा कहाँ से लाउ." थोड़ा शरमाते हुए प्राची बोली.
"ऐसा कर पहले नाप ले ले, फिर अपन दोनो जाकर ले आएँगे. स्टेशन के पास एक अच्छ शॉप है, कंचुकी नाम का." शोभा बोली.
प्राची के चेहरे पर असमंजस के भाव थे. शोभा ने उसे मुस्कराते हुए समझाया "अरे प्राची, नाप नही लेगी तो ब्रा फिट कैसे होगी? वहाँ दुकान पर पहन कर थोड़े देखते हैं! ऐसा कर. ज़रा इंच टेप ले आ, मैं सिखाती हूँ कि नाप कैसे लिया जाता है"
प्राची थोड़ी शरमा कर बोली. "शोभा, यहाँ ड्रॉयिंग रूमा मे अटपट सा लगता है. मेरे बेडरूम मे चलो ना, वहाँ ठीक रहेगा, मैं खिड़की बंद करती हूँ"
अंदर जाकर प्राची ने खिड़की बंद की और शोभा को टेप दी. शोभा ने कहा "प्राची, ब्लाउस निकालना पड़ेगा. ब्रा भी निकाल दो तो और अच्छा है. ऐसे कपड़ों के ऊपर से नाप ठीक नही आएगा."
प्राची का चेहरा लाल हो गया. "शोभा दीदी, मुझे शरम लग रही है, ब्लाउस और ब्रा कैसे निकालु?"
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