RE: Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
थोड़ी देर बाद प्रिया एक नाइट गाउन पहन कर हाथ मे शराब और ग्लास की ट्रे लेकर मंद मंद मुस्कुराते हुए आकर मेरे सामने बैठ गई और मुझसे कहने लगी रवि मैं कैसी लग रही हू
रवि : सच प्रिया तुम बहुत खूबसूरत हो
प्रिया : ऐसा कहते है जब शराब के दो चार घूँट अंदर जाते है तो फिर लॅडीस और भी खूबसूरत नज़र आने लगती है
रवि : हाँ यह तो तुमने सच कहा
प्रिया : ड्रिंक बनाते हुए, अच्छा रवि एक सवाल पुछु सच सच बताओगे
रवि : क्यो नही
प्रिया : अच्छा तो यह बताओ मैं ज़्यादा खूबसूरत हू या रिया
रवि : यह तो तुनने बड़ा मुश्किल सवाल पूछ लिया, लेकिन मैं फिर भी यही कहूँगा कि मेरी दी ज़्यादा खूबसूरत है
प्रिया : मुस्कुराते हुए, मैं जानती थी तुम यही जवाब दोगे लेकिन मेरे पास एक ऐसा तरीका है जिसके बाद तुम्हे मैं रिया से भी ज़्यादा खूबसूरत लगूंगी
रवि : ड्रिंक गटकते हुए, वह क्या
प्रिया : अगर मैं यह गाउन तुम्हारे सामने उतार कर बैठू तो तुम्हे यह कहना पड़ेगा कि मैं रिया से ज़्यादा खूबसूरत हू
रवि : मुस्कुराते हुए, हो सकता है इसके बाद सचमुच मेरे विचार बदल जाए परे यह मैं पहले से तो नही कह सकता ना
प्रिया : मुस्कुराते हुए, तो क्या तुम मुझे और भी खूबसूरत देखना चाहते हो
रवि : नेकी और पूछ पूछ, मैं भी तो देखु मेरी दी की सहेली क्या सचमुच उससे भी सेक्सी नज़र आती है
प्रिया : तुम तो ऐसे कह रहे हो जैसे तुमने अपनी दी को बिना कपड़ो मे देखा हो
प्रिया की बात सुन कर मैने नाटक करते हुए कहा, अरे नही मैं तो सिर्फ़ दी के चहरे की खूबसूरती की बात कर रहा था
प्रिया : लेकिन रिया तो कह रही थी कि वह तुमसे बहुत प्यार करती है,
रवि : हाँ वो तो है
प्रिया : सच बताओ ना रवि मुझसे क्यो शर्मा रहे हो, वैसे भी रिया ने मुझे सब बता रखा है, लेकिन मैं तुम्हारे मूह से सुनना चाहती हू
मुझे प्रिया के चेहरे पर वासना साफ नज़र आ रही थी, यह कहा जा सकता था कि उसकी चूत पूरी गीली थी और वह लंड लेने के लिए बिल्कुल तैयार बैठी थी इसीलिए उसे गंदी बातो मे शराब की चुस्की के साथ कुछ ज़्यादा ही मज़ा और नशा आ रहा था
रवि : क्या बताऊ
प्रिया : पहले तो मुझे तुम्हारे बगल मे आकर बैठने दो
रवि : बगल मे नही प्रिया, अगर सच मे तुम्हे सब जानना है तो तुम्हे मेरी गोद मे आकर बैठना होगा
प्रिया : मुस्कुराते हुए, ओके लेकिन क्या तुम मेरा वजन सह लोगे
रवि : मैं तुम्हारा और अपनी दी का वजन एक साथ भी सह सकता हू
प्रिया : मुस्कुराते हुए, तुम्हे देख कर तो लगता है तुम अपनी मोम का वजन भी संभाल सकते हो
रवि : अब तुम मुझे धीरे धीरे समझने लगी हो और फिर प्रिया मेरी गोद मे जब अपने भारी चुतडो को रख कर बैठी तो मानो ऐसा लगा जैसे अभी पानी निकल जाएगा
प्रिया ; रवि तुम रिया को रोज चोद्ते हो ना
मैने प्रिया के मूह से चोदना शब्द सुना और उसके मोटे मोटे दूध को कस कर मसल्ते हुए उसके कानो मे कहा हाँ जानेमन क्या करू जब भी रिया दी की मोटी गान्ड देखता हू तो लंड उसे चोदे बिना ठंडा ही नही होता है
प्रिया : अया आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सी थोड़ा कस कस कर दबाओ ना, मैं कब से तुम्हारे लिए तरस रही थी,
मैने प्रिया की मोटी जाँघो को दबोचते हुए उसकी मस्त चूत को मुठ्ठी मे भर कर भींचते हुए कहा, कब से तरस रही थी
प्रिया : जब से रिया ने मुझे बताया कि उसके भैया का लंड कितना मोटा और तगड़ा है तब से मैं तुम्हारे इस डंडे को अपनी चूत मे लेने के लिए मर रही हू
रवि : तो फिर अपने इस तगड़े डंडे को बाहर निकालो और प्यार करो, मेरा इतना कहना था कि प्रिया ने मेरे लंड को पॅंट से बाहर निकाला और पागलो की तरह चूमने चाटने लगी कुछ देर चूसने के बाद वह मेरे आंडो से खेलने लगी कभी वह उन्हे दबाती कभी चाट्ती मैं एक दम मस्त हो रहा था और मैने भी उसे वही फर्श पर घोड़ी बना कर उसके सुंदर गोरे गोरे चुतडो को कस कर थपथपाते हुए मैने उसकी मस्त गुदा को फैलाया और अपनी जीभ से उसकी गान्ड के छेद को चाटते हुए अपने मूह को धीरे से उसकी खुली फांको की गहराई मे लेजा कर उसकी मस्त फूली चूत को चाटना शुरू कर दिया और वह पागलो की तरह चिल्लाने लगी
प्रिया : हे रवि मार डाला कितना अच्छा चाटते हो तुम तभी तो तुम्हारी दी तुम्हारी दीवानी है इसलिए तो वह जब देखो तुम्हारे लंड की और तुम्हारे चूत चाटने की अदा पर मरती है, मुझे तो लगता है तुमने अपनी दी को चोद चोद कर पागल कर रखा है, हाँ रवि बहुत अच्छा लग रहा है ऐसा लग रहा है जैसे तुम मुझे मुता दोगे आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सी सी ...
उसके बाद जब मैने प्रिया की बुर को चाट चाट कर बिल्कुल गुलाबी से लाल कर दिया तब प्रिया कुछ सुस्त लगने लगी मैं समझ गया कि मेरी रंडी रानी चूत चटाई से झाड़ गई है, मैने देर ना करते हुए अपने लंड को उसकी चूत मे पीछे से लगा कर एक धक्का दिया और मेरा लंड प्रिया की बुर मे जैसे धस सा गया, उसकी चूत बहुत टाइट थी वह सीसीया रही थी और मैने थोड़ा सा लंड बाहर निकाला और फिर उसकी चिकनी कमर पकड़ कर उसकी उभरी गान्ड को सहलाते हुए एक कस कर धक्का दिया और मेरा लंड अंदर तक समा गया और प्रिया ओह रवि, ओह मेरे भैया मर गई रे,
मैने उसकी परवाह किए बिना उसके दूध कस कर दबाते हुए उसे चोदना शुरू कर दिया और बीच बीच मे शराब भी पीता रहा, एक बार की मस्त चुदाई के बाद प्रिया नंगी ही मुझे बाथरूम मे ले गई और वहाँ हमने बाथ लेने के बाद थोड़ी ड्रिंक और ली और फिर प्रिया ने मुझे खाना खिलाया और फिर प्रिया कुछ परफ्यूम लेकर आई और पूरे जिस्म पर खुश्बू लगाने के बाद वह सीधे मेरे बदन से चिपक गई और इस बार उसकी बुर मे लंड आसानी से चला गया , बस वह मेरी गोद मे बैठी दोनो पेरो को मेरी कमर से लपेटे रही और धीरे धीरे लेकिन गहरे धक्के मैं उसकी बुर मे मारता हुआ कभी उसके होंठो को चूमता कभी उसकी जीभ चूस्ता और कभी उसके दूध दबाता, सच कहु तो प्रिया को चोदते हुए कई बार ऐसा लग रहा था जैसे मैं दी को चोद रहा हू
उस रात मैं नंगा ही प्रिया के उपर पड़ा रहा और सारी रात लंड उसकी बुर मे जाकर धक्के मारता रहा, मैं सुबह उठ कर घर की ओर चल दिया, लेकिन रास्ते मे मैने देखा कि रिया हवलदार राम सिंग से कुछ बाते कर रही थी और फिर रामसिंघ वहाँ से थाने की ओर जाने लगा मैं चुपके से रिया की नज़र बचाते हुए राम सिंग के पास पहुचा और मैने उससे पूछा रिया दी क्या पूछ रही थी
रामसिंघ ने बताया वह आपको पूछ रही थी कि भैया की ड्यूटी कहाँ है
मैने रामसिंघ से पूछा कि तुमने फिर क्या कहा तब राम सिंग ने कहा साहेब मैने उनसे कहा कि साहब तो कल पूरा दिन प्रिया मेडम के साथ ड्यूटी पर थे, मैने कहा अच्छा ठीक है अब तुम जाओ
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