RE: Desi Sex Kahani हीरोइन बनने की कीमत
फिर हम दोनों ने उनको बिस्तर पर लेता दिया, और नंदजी डॉली पर और मैं ललिता पर सवार हो गए, और उनके होंठों और चूचियाँ चूसने लगे । फिर नंदजी डॉली के पेट और चूत भी चूमने और चाटने लगे फिर उन्होंने उसकी टाँगें उठाकर अलग की और अपना मुँह उसके बीच डाल दिया और जीभ से चूदाइ करने लगा , डॉली की चीख़ें आह आह निकल रही थी और उसने अपने पापा का मुँह अंदर अपनी जाँघों के बीच दबा दिया । मैं भी गरम हो चुका था मैंने ललिता को नीचे किया और अपना लंड उसके मुँह के पास किया वो लपक कर लंड को पकड़ी और चूसने लगी और मैंने उसके मुँह को चोदना शुरू कर दिया । फिर नंदजी ने भी अपना लंड डॉली के मुँह में दे दिया जिसे वो प्यार से चूस रही थी । थोड़ी देर बाद मैंने ललिता की चूत में लंड पेल दिया और उधर डॉली के पापा ने उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया , दोनों माँ बेटी अब मस्ती से चूदवा रही थी , और कमरा चूदाइ की आवाज़ों से गूँज रहा था । थोड़ी देर बाद मैंने नंदजी से कहा की मज़ा आ रहा है? वो हाँफते हुए बोला , हाँ यार बहुत मज़ा दे रही है डॉली, मैं बोला , यार तेरी बीवी भी मस्त चूदवा रही है , फिर मैं बोला, यार चल ना पज़िशन बदलते हैं १० मिनट के लिए , वो हँसकर बोला, लेकिन इसके अंदर तुम नहीं झड़ना , मैंने कहा पक्का , फिर हम दोनों ने चूत बदल ली!! मैंने ललिता की जगह अब डॉली की चूत में अपना लंड डालदिया और नंदजी ने ललिता ke अंदर अपना लंड घुसा दिया, अब हम दोनों ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगे और वो माँ बेटी भी अब खुल कर आह जी मज़ा आ गया कहकर चिल्लाने लगीं । ललिता ने तो बड़बड़ाना शुरू किया आह और चोदो आह फाड़ दो आह और ज़ोर से । पूरा कमरा चूदाइ की ख़ुशबू से महक रहा था और फ़च फ़च की आवाज़ें गूँज रही थीं। सच में डॉली की चूत बहुत टाइट थी, इसने चूदाइ का डबल मज़ा मिल रहा था । थोड़ी देर बार मैं झड़ने वाला था, तभी मैंने कहा चलो चूत बदल लो, वो हंस कर बोला, हाँ चलो , aur मैं फिर से ललिता के ऊपर आकर उसे चोदने लगा और वो अपनी बेटी की चूदाइ में लग गया । थोड़ी देर बाद ललिता झड़ने लगी , उसके झड़ने के बाद मैंने अपना गीला लंड उसके मुँह में दे दिया और वो उसे चूसने लगी और मैं उसके मुँह में ही झड़ गया और मेरा पूरा रस चाट चाट कर पी गई। नंदजी हमको देखकर झड़ने लगा और डॉली भी झड़ रही थी, आह पापाजी ओह पापाजी मैं गयी आह मेरा हो गया , आह पापाजी , और अपने पापा का मुँह चूमने लगी, जैसे मस्त चूदाइ के लिए धन्यवाद दे रही हो । अब हम चारों थक कर पड़े थे और मैं ललिता से और वो डॉली से लिपटा hua था। मैंने ललिता के चूतरों पर हाथ फेरते हुए कहा, क्यूँ डॉली बेटा मज़ा आया? वो अपने पापा के छाती में सिर घुसकर बोली, जी अंकल बहुत, फिर मैंने करवट ली और उसके गोल चूतरों पर हाथ सहलाते हुए बोला, अब तो अपने पापा को हमेशा ख़ुश रखोगी ना? वो बोली , जी अंकल । फिर मैंने नंदजी से कहा, यार तुम बहुत लकी हो जो तुम्हें इतनी मस्त चुदक्कड बीवी और बेटी मिली हैं, अब तुम्हें घर में ही इतना मज़ा मिलेगा की बाहर देखने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी । इस पर हम सब हँसने लगे। फिर हम फ़्रेश होकर हॉल में aa गए , वहाँ ललिता ने हमें कोल्ड ड्रिंक दिया , नंदजी ने डॉली को अपनी गोद में बैठा लिया और और उसका गाल चूम लिया फिर उसने लाली को भी अपने बग़ल में बैठाकर उसकी जाँघों को सहलाने लगे । मैंने कहा की चलो अब आप मज़े लो मैं चलता हूँ , फिर मैंने उन्हें याद दिलाया की उनको बेबी की फ़िल्म फ़ाइनैन्स करना है । वो बोले, ज़रूर और उन्होंने डाली की चुचि दबा दी और लाली की चूत में हाथ लगा दिया और दबाने लगे। मैं हँसते हुए बाहर आ गया । तो ये हैं आज का एपिसोड , ऐसा कहते hue वो मुझे चूम लिए और मेरे होंठ पर किस किया । फिर वो बोले, आज शाम को खान के घर जाना है, उसे पटाना है और उसकी हेरोयन बनना है तुमको। मैंने कहा , ज़रूर ।
थोड़ी देर बाद हम तय्यार होने लगे और अंकल बोले आज ज़रा सेक्सी दिखना ताकि खान तुम पर फ़िदा हो जाए और तुम्हें ही हेरोयन बना ले । मैं मुस्कराकर बोली , ज़रूर आज तो मेरा फ़ाइनल है , इसने मुझे पास होना है।फिर मैंने एक बहुत ही सेक्सी ड्रेस निकाली जिसने मेरे अंग छुप कम रहे थे दिख ज़्यादा रहे थे, मैंने अपने बग़ल और चूत के आसपास के बाल भी साफ़ किए थे। मैंने एक गाउन जैसा ड्रेस पहना था जो मेरी चूचियों का ऊपर का आधा हिस्सा दिखा रहा था , ड्रेस मेरे चूतरों के उभार पर चिपकी हुई थी और मेरी जाँघों तक ही थी। मैंने ब्रा और पैंटी भी सेक्सी जाली वाली पहनी थी। मुझे हर हाल में आज खान को इम्प्रेस करना था। फिर मैंने अपने चेहरे और बालों का मेकप किया और जब अंकल के सामने आइ तो वो एकटक देखते ही रह गए और अपने लंड वाले हिस्से को दबाकर बोले , मेरा बस चले तो अभी पकड़कर चोद दूँ तुम्हें क्या माल दिख रही हो बेबी , आज तो खान की ख़ैर नहीं।
फिर वो मुझे चूमकर बोले चलो चलते हैं , नहीं तो देर हो जाएगी। खान ने हमें फ़ार्म हाउस में बुलाया था , वहाँ पहुँचनेपर हमें हॉल में बैठाया गया ,अभी तक इस खान ने शादी नहीं की थी और और आशिक़ मिज़ाज माना जाता है वो फ़िल्म इंडस्ट्री में ।
थोड़ी देर बाद खान आया , वो टी- शर्ट और जींस में बहुत हॉट लग रहा था।वो हमसे हाथ मिलाए और बोले, रहमान भाई आपकी बेबी तो बहुत सुंदर है और नायडू , स्वामी और नंदजी सब इनकी बड़ी तारीफ़ कर रहे थे । दिर उसकी आँखें मेरी अर्ध नग्न छातियों और जाँघों पर गयी, उसकी आँखें वासना से भर गयी और उसने अपने जींस की ज़िपर के पास बन गए उभार को हाथ से अजस्ट किया। मैंने जानबूझकर आगे झुक कर पानी का १ ग्लास उठाया और उसको अपनी मदमस्त चूचियों कानज़ारा दिखाया । वो आँखों से मेरे योवन का मज़ा ले रहे थे। फिर रहमान बोले, भाई जी इसपर आपकी कृपा चाहिए , ये बहुत बड़ी हेरोयन बन जाएगी , अगर आप इसको एक ब्रेक दिला दो। प्रडूसर डिरेक्टर और फ़िनांसर सब तय्यार है , बस आपके हाँ का इंतज़ार है।खान मेरी जाँघों के मुलायम हिस्से को देखते हुए बोला, हाँ क्यूँ नहीं, बस मैं थोड़ा सा ऐक्टिंग की रिहर्सल कर लेता हूँ और फिर सब ठीक हो जाएगा । इसपर अंकल बोले, आप बोलो तो मैं इसे रात भर आपके साथ रिहर्सल करने के लिए छोड़ जाता हूँ , और आप कल जब बुलाओगे मैं आकर ले जाऊँगा। वो मेरी ओर देखकर बोला, क्यूँ बेबी ये ठीक रहेगा? मैंने शर्माने की ऐक्टिंग की और हाँ में सर हिला दिया। वो ख़ुश हो गया , फिर अंकल जाने ke लिए उठ गए , खान उनको बाहर तक छोड़ने गया , अंकल खान को बोल रहे थे , बेबी बहुत समझदार है , आपकी हर बात मानेगी , और हमेशा आपकी ग़ुलाम रहेगी, बस एक चान्स दे दीजिए उसको। खान बोला, आल्लाह ने चाहा तो सब ठीक होगा। अंकल को छोड़कर खान वापस आया और बोला , चलो अंदर चलते हैं । वहाँ उसने एक रिमोट दबाया घंटी का, एक सफ़ेद वर्दी में लड़का आया , खान ने उसे ड्रिंक लाने को कहा। अब हम अंदरवाले कमरे में थे जिसने सोफ़े और दीवान लगे थे । सब कुछ भव्य और महँगा था। मैं एक सोफ़े पर बैठ गयी वो मेरे सामने वाले सोफ़े पर बैठा था। नौकर ड्रिंक लाया , और खाने का बहुत सा समान लाया । खान ने उसे जाने को कहा और मेरे लिए एक वाइन का ग्लास बनाया और अपने लिए एक विस्की का । मैंने कहा , सर मैं नहीं पीती तो वो बोला, हेरोयन बनना हाई तो पीना पड़ेगा , यहाँ सब लड़कियाँ पीती हैं।मैंने चुपचाप ग्लास ले लिया , और cheeers करके पीने लगी, वी भी पी रहा था। उसने मेरे परिवार का पूछा , मैंने उसे बताया की मेरा अंकल के सिवाय कोई नबी है, मैंने उसे अपनी शादी का कुछ नहीं बताया ।फिर वो बातें करते हुए मेरी फिगर की तारीफ़ करने लगा , उसकी आँखें गुलाबी हो रही थी और अब बेशर्मी से मेरी जाँघों को देख रहा था। मैंने भी उसे गरम करने के लिए , आगे झुककर कुछ काजू उठाया ताकि वो मेरी छातियों का पूरा दीदार कर सके और फिर वापस बैठते हुए अपनी जाँघों को खोल दिया। अब उसे मेरी जाँघों के बीच से मेरी जालीदार पैंटी दिख रही थी, उसकी आँखें जैसे वहाँ पर चिपक गयी थी। मैं समझ गयी की तीर निशाने पर लगा है। फिर जाने हम दोनों के लिए एक और ड्रिंक बनाई और अब मुझे बोला, बेबी इतना दूर क्यूँ बैठी हो, आओ ना पास बैठो, मैं आकर उसके पास बैठ गयी। वो फ़िल्मों की बातें करते हुए मेरी जाँघ पर हाथ रख दिया और वहाँ धीरे से सहलाने लगा। मैं कुछ नहीं बोली, और बड़े ध्यान से उसकी बातें सुनने का नाटक करती रही।फिर उसने एक हाथ मेरे कंधे पर रख दिया और मेरे कंधे और गर्दन का हिस्सा सहलाते हुए अपनी नयी फ़िल्म की बातें करने लगा । फिर थोड़ी देर में उसका हाथ मेरी चूचियों के ऊपर वाले नंगे भाग के अपर पहुँच गया । और उसका दूसरा हाथ मेरी जाँघों के बीच में ज़्यादा ही अंदर तक घुस गया और पैंटी के साइड वाले हिस्से को छू रहा था। उसके पैंट पर अब तंबू तन गया था। साफ़ दिख रहा था की वो मस्ताने लंड का मालिक है। मेरी चूत भी गीली होने लगी थी। अब उसने कहा, बेबी तुम बहुत हसीन हो , मैं तुम्हें चूमना चाहता हूँ। मैंने शर्माने की ऐक्टिंग की और जब उसने मेरे गालों को चूमा, तो मैंने कोई विरोध नहीं किया और अपने होंठ उसकी तरफ़ कर दिए , जिसे उसने अपने होंठों मैं समा लिया और मेरे होंठ चूमने और चूसने लगा । अब मैं भी उसका चुम्बन मैं साथ दे रही थी। फिर मुझे तय्यार देखकर उसने मेरी चुचि दबाना शुरू किया, साथ ही पैंटी के ऊपर से चूत को भी अपनी मुट्ठी में भर कर दबाने लगा। मेरे मुँह से आह आह निकल गयी। वो अब उत्तेजित हो गया था, उसने मेरा एक हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया, और अपने हाथ से मेरे हाथ को दबाया । फिर उसने अपना हाथ वापस मेरी पैंटी पर रख दिया । इधर मैंने भी उसका लंड दबाना शुरू किया। अब दोनों गरम हो गए थे। उसने मुझसे कहा की बेबी आज शूटिंग में मेरी हेरोयन रवीना थी , हमने ख़ूब मस्ती की सेट पर , और उसने मुझे गरम कर दिया है, अब तुम मुझे शांत कर दो ।फिर उसने मुझे अपनी गोद में खिंच लिया और उसका मस्त लंड मेरे चूतरों पर गाड़ने लगा ।
अब खान मुझे बोला, चलो बेबी बेडरूम में चलते हैं और मुझे गोद में उठा लिया।बेडरूम में मुझे उसने बिस्तर पर लिटा दिया और मेरे जवान शरीर को देख रहा था , उसकी पैंट का उभार बता रहा था की वो बहुत उत्तेजित था।फिर उसने अपने कपड़े खोलने शुरू किए।उसकी चमकती छाती जो बहुत ही मस्कूलर थी अब मेरे सामने थी। फिर उसने अपनी जींस भी खोल दी और उसकी जॉकी में फँसा मोटा और लंबा लंड अब मेरी आँखों के सामने था । मेरी पैंटी गीली हो गयी और मेरा हाथ अपनी चूत पर पहुँच गया।फिर खान मेरे ऊपर आ गया और अपनी बाहों में लेकर मुझे चूमने लगा और मेरे होंठ चूसने लगा । खान मेरे होंठ चूसते हुए मेरी चूचियाँ भी दबाने लगा और उसने मेरा टॉप उतार दिया और मेरी फ़ैन्सी ब्रा में क़ैद मेरे का कबूतरों पर टूट पड़ा और उन्हें चूमने लगा । फिर उसने मेरी ब्रा भी खोल दिया और मेरी छातियों को मसलने लगा और मेरे निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगा और मैं तो जैसे पागल ही हो गयी । उसके गठिले जवान बदन का अहसास जैसे पागल कर सेने वाला था । फिर उसने मेरी स्कर्ट भी खोल दी और मेरी टांगों और जाँघों को चूमने लगा और जी ह से चाटने लगा ।फिर उसने अपना मुँह मेरी पैंटी में घुसा दिया और उसे पहले
सूँघाफिर उसे चाटने लगा ।अब मैं भी कामरस में भीग गयी थी , तभी उसने मेरी पैंटी भी उतार दिया और मेरी चूत पर हाथ फेरने लगा और फिर उसने २ ऊँगली डाल दी और उनको अंदर बाहर करने लगा मेरी चूत पूरी गीली होकर पानी छोड़ रही थी। उसने उँगलियाँ निकाली और उन्हें मुँह में डालकर चाटने लगा।उसकी चड्डी का आगे का भाग अब गीला हो गया था। अब मैंने आँखें बैंड कर लीं और आगे का रास्ता देखने
फिर खान ने अपनी चड्डी खोल दी और उसका लम्बा मोटा लंड मेरे सामने तना हुआ था और उसने वो मेरे मुँह पर रखा दिया , मैंने अपना मुँह खोल दिया और उसका लंड चूसने लगी । मेरे मुँह में उसका नमकीन कामरस का स्वाद आ गया । मैंने और ज़ोर से उसका लंड चूसना शुरू किया, वो मस्त होकर मेरी चूचियाँ दबा रहा था ।फिर उसने मेरी टाँगे फैलायीं और अपना लंड मेरी चूत में पेल दिया और बड़े प्यार से मेरे होंठ को चूस रहा था । फिर उसने ज़ोर से मेरी चूदाइ शुरू की और मेरी आहों से कमरा गूँज उठा। दस मिनट ज़बरदस्त चूदाइ के बाद हम दोनों झड़ने लगे।
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