RE: Desi Sex Kahani हीरोइन बनने की कीमत
अगले दिन रमेश के ऑफ़िस जाने के बाद दोपहर को अंकल का फ़ोन आया, की फ़ोटो रेडी है ,क्या अभी ले आऊँ ? मैने कहा जी ले आइए। फिर मैंने अपने को शीशे मई देखा और मुझे लगा की मुझे अच्छी तरह से तय्यार होना चाहिए, फिर मैंने अपनी सेक्सी स्लीव्लेस ब्लाउस जिसमें मेरे आधे दूध बाहर दिख रहे थे, और सारी भी कमर के नीचे बांधी, जिसमें मेरी नाभि और पेट दिख रहा था । मैं अंकल के लिए पूरी तरह तय्यार थी, तभी घंटी बाजी , मैंने दरवाज़ा खोला , सामने अंकल जींस और टी शर्ट में बहुत हेंड्सॅम लग रहे थे । उनके बाँहों की मसल्ज़ अलग से उभरी हुई दिख रही थीं। मैंने उन्हें अंदर आने को कहा और दरवाज़ा बंद कर दिया, उनको सोफ़े पर बैठाकर मैं उनके लिए पानी का ग्लास लायी। जब मैं फ़्रिज से बोतल निकाल रही थी , तब मैंने काँखियों से देखा की वो मेरे नितम्बों को घूर रहे थे, मैं मन ही मन मुसकायी, मेरा तीर निशाने पर लगा था।फिर गिलास देने के लिए जब मैं झुकी, मैंने पल्ला एसे अड्जस्ट किया कि मेरी एक चुचि पूरी तरह पल्लू से बाहर था । पानी गिलास लेते हुए उनकी आँखें मेरी चूचि पर ही थी। फिर मैंने उन्हें फ़ोटो दिखाने कहा और उनके बग़ल में बैठ गयी । वो अपने बैग से एक लिफ़ाफ़ा निकाले और एक एक कर फ़ोटो दिखाने लगे , वो हर फ़ोटो में मेरी सुंदरता की तारीफ़ करते थे,और जब भी कोई एसी फ़ोटो आती जिसमें मेरे नितम्ब या चूचि अच्छे से दिखते , उसे देर तक दिखाते और बोलते देखो कितनी स्वीट और सेक्सी लग रही हो, और फिर बोलते तुम्हें तो फ़िल्मों में होना चाहिये। इस बीच में उन्होंने कम से कम। दो बार अपना लंड अजस्ट किया, दूसरी बार तो बहुत आराम से मुझे दिखाकर ही किया । वो देख रहे थे मेरी सांसें भी तेज़ हो रही थी, और मेरी छातियाँ भी ऊपर नीचे हो रही थीं । फिर उन्होंने मेरा हाथ अपने हाथ में ले लिया और बोले, जानती हो तुम बहुत सुंदर हो, किसी हीरोइन की तरह , कभी फ़िल्मों में जाने का सोचा है! मैंने शर्मा कर कहा नहीं। वो बोले, रमेश कितना लकी है जिसे तुम्हारे जैसी सुंदर पत्नी मिली है, काश मुझे भी तुम्हारी जैसी एक लड़की मिल जाती तो मैं भी अबतक शादी कर लेता। एसा कहकरउन्होंने मेरा हाथ चूम लिया, मेरी चड्डी गिली होने लगी, उनका लंड और अलग से जींस में जाँघ के साथ साफ़ साफ़ दिख रहा था। मैं शर्मा कर बोली , अंकल ये क्या कर रहें हैं, कोई जाएगा, वो बोले , मेरी प्यारी निलू , यहाँ अभी कौन आएगा, और उन्होंने मेरे होंठोंपर अपने होंठ रख दिए और मैं मस्त हो गयी, उन्होंने खींचकरमुझे अपनी गोद में बिठा लिया, मेरे नितम्ब अब उनके खड़े लंड पर थे और उनके लंड की चुबहन मुझे मस्त रही थी ।फिर मेरे होंठ चूसते हुए उन्होंने मेरी सारी का पल्लू गिरा दिया और मेरी चुचिन्यों को प्यार से सहलाने लगे ब्लाउस के ऊपर से । फिर उन्होंने धीरे से ब्लाउस के बटन खोले और अब ब्रा के अंदर हाथ डाल दिया और मेरी दोनों चुँचियों और उनके निपल्ज़ को मसलने लगे, मैं आहा कर उठी, वो और तेज़ीसे मुझे अपने लंड पर दबाकर अपने कमर को हिलाने लगे , मेरे नितम्बों तो जैसे आग लग गयी, मैं अब बहुत गरम हो गयी थी। अब उन्होंने मेरी ब्रा भी खोल दी, और मेरी नंगी चूचियों पर टूट पड़े। उनका मुँह लेकर चूसना इतना मज़ेदार था की। मैं एकदम मस्ती से भर गयी। फिर वो मुझे बिस्तर पर ले जाने के लिए गोद में उठा लिए और बेडरूम की तरफ़ ले चले।
बेडरूम में मुझे पलंग पर लिटा दिया और मेरी सारी एक झटके में उतर दी, फिर उन्होंने मेरे पेटिकोट और चड्डी एक साथ उतार दिया। अब वो मुझे एकटक निहार रहे थे और बोले, बेबी मैं चाहता हूँ की तुम हीरोइन बनो, क्या साँचे में ढला बदन है तुम्हारा, ये कहते हुए उन्होंने अपने पूरे कपड़े उतर दिया, उनका कसरती बदन देखकर और उनका बहुत बड़ा मोटा खुले सुआपरे का लंड देख कर मैं थोड़ा डर गयी ,मैंने कहा की अंकल आपका बहुत बड़ा है, मेरे को दुखेगा , वो बड़े प्यार से बोले, बेबी सिर्फ़ मज़ा आएगा , एसा कहते हुए वो मेरे ऊपर छा गए और मेरे होंठों को चूसने लगे। फिर मेरी चूचियों का भरपूर मर्दन किया , और बहुत देर तक चूसा मेरे निपल्स को। फिर नीचे आए और मेरी छूट में अपने जीभ डाल दी और अचानक एक ऊँगली मेरे पीछे के छेद में भी ऊँगली फिराने लगे , मेरी आह निकल गयी ।ये पहली बार था । वो बोले , बेबी तुम्हारी गंद भी मुलायम है तुम्हारे चूत की तरह । अब वो और मेरी टाँगें पूरी उठाकर नीचे से मेरी गंद चाटने लगे, मेरे बदन मई सरसरी उठने लगी । फिर उन्होंने मेरे से पूछा की तेल कहाँ है,सच तुम्हारे चूत का बहुत टाइट है , क्या तुम्हारा पति तुम्हें चोदता नहीं? मैं बोली, उनका बहुत पतला और छोटा है, वो बोले, तभी तो मैं सोनचू की शादीशुदा लड़की की चूत इतनी टाइट कैसे हो सकती है? फिर वो ड्रेसिंग टेबल से तेल लेकर अपने लंड में लगाए और फिर मेरी छूट मई भी तेल लगाया दो उँगलियूँ से, और अंदर बाहर करने लगे, फिर उन्होने धीरे से अपना मस्त मोटा लण्ड मेरी चूत की फाँकों में फँसा दिया, और धीरे से धक्का मार के लंड अंदर करना किया । अब मैं भी मस्त गयीं । फिर उन्होंने कमर से धक्का देकर मेरी चूत में पूरा लण्ड जड़कर ठूँस दिया । मैं चीख़ उठी। पर जल्दी ही उन्होंने मेरी च्छातियों को चूस कर मुझे मस्त कर दिया, और मैं भी मस्ती से छुड़वाने लगी। क़रीब आधे घंटे की ज़बरदस्त चुदाई के बाद हम दोनों नीधल हो गये। बाद में बाथरूम आकर वो मुझे गोद मई लेकर बिस्तर के पास रखे सोफ़े पर बैठ गए, हम डोनो पूरे नंगे थे, वो मुझे बहुत देर तक चूमते रहे और बोले, बोलो बेबी हीरोइन बनोगी? मैं बोली, क्यूँ अंकल मज़ाक़ उड़ा रहे हो, वो मेरी निपल्ज़। को चूसते हुए बोले, मई एकदम सीरीयस हूँ बेबी। इस बीच उनका लंड फिर खड़ा हो गया था, वो मुझे नीचे ज़मीं पर बैठा दिए, अपनी जांघों के बीच, उनका मस्त लंड मेरे मुँह के सामने था, वो बोले, बेबी इसे चूसो , प्लीज़ । मैं ख़ुद होकर उनका लंड पहले ऊपर नीचे चाटीं फिर माने उनका सुपरा चाटा, उनके अह्ह्ह्ह्ह निकल गयी, इतने में बेल बजी ।
हम चौंक गए, अंकल बोले जाओ दरवाज़ा खोलो कपड़े पहन कर, मैंने जल्दी से कपड़े पहने और दरवाज़ा खोला तो वहाँ एक करियर बॉय खड़ा था, उसने मुझे चिट्ठी दी। और चला गया , मेरा मूड ख़राब हो गया था । तभी अंकल बाहर आए, उन्होंने भी कपड़े पहन लिए थे । वो मुझे बाहों में लेकर प्यार करने लगे ,फिर बोले अब चलता हूँ, मैं बोली, फिर कब मिलेंगे? वो हँसते हुए मेरी छूट पर कपड़े के ऊपर से सहलाते हुए बोले, ये जब बुलाएगी । मैं हंस दी मैंने कहा की वो तो रोज़ याद करेगी इसको, एसा कहते हुए मैंने उनके लंड पर हाथ रख दिया ।वो मुझे बहुत प्यार से भींच लिए और बोले चलो अब चलता हूँ । उनके जाने के बाद मुझे थोड़ा सा ख़राब लगा की मैंने अपने पति को धोखा दिया है ,पर फिर मैं रहमान अंकल से मिले सुख को याद करके फिर उन्ही के ख़यालों मैं खो गयी। मेरी अंकल से मुलाक़ात एक हफ़्ते के बाद ही हो सकी, क्यूँकि कुछ मेहमान घर पर आए थे ,उनके जाने के बाद ही अंकल आ पाए। क्यूँकि हम एक हफ़्ते बाद मिल रहे थे, इसलिए वो भी इक्सायटेड थे और मैं भी , बातें कम हुई और बहुत जल्दी ही हम बेड पर नंगे थे और अंकल ने मुझे ज़बरदस्त छोड़ा , क़रीब आधे घंटे के बाद जब हमारी सांसें नोर्मल हुई , तो उन्होंने बहिन लेकर फिर कहा, तो सोचा तुमने हीरोइन बनने का? मैं धीरे से उनके सॉफ़्ट लंड से खेलते हुए बोली, अंकल ये कैसे सम्भव होगा ? वो बोले, ये तुम्हें मेरे ऊपर छोड़ दो , मैं मुंबई मैं कुछ लोगों को जानता हूँ ,जो तुम्हें मदद कर सकते हैं, पर तुम्हें बहुत मेहनत करना पड़ेगा और तुम्हें कई बार समझोता करना पढ़ेगा ,कई बार तुम्हें लगेगा की तुम्हारी बेज़्ज़ती हो रही है, पर अगर तुम इस सब के लिए तय्यार हो ,तो मैं तुम्हारी मदद कर सका हूँ । मैं हैरान होकर अंकल की तरफ़ देखी , आप इतना शुवर कैसे हैं, मैं बोली , क्या ये सच में हो सकता है? वो बोले , हाँ पर इसकेलिए तुम्हें मुंबई जाना पड़ेगा और मैं तुम्हें ट्रेनिंग दूँगा, बाक़ी की ट्रेनिंग वहाँ होगी । मैंने अंकल के बॉल्स सहलाते हुए पूछा की रमेश का क्या होगा ? वो बोले , ये तुम्हें फ़ैसला करना है की तुम इस छोटे लंड वाले पति के लिए अपना जीवन बर्बाद करना चाहती हो या अपना कैरीअर बनाना चाहती हो ? उन्होंने मेरे नितम्बों पर हाथ फेरा और बोले , चलो तुम इन बातों पर सोचो और मुझे अपना फ़ैसल। बताना। उनके जाने के बाद मैं सोचती रही की क्या करना है? और मेरी नींद लग गयी ।
|