RE: Hindi Sex Kahani थूक लगा-लगा कर चोदूंगा
"एकदम हिरोईन..."
"कितनी गोरी है साली.....चाटने लायक..."
"चड्ढी दिख रही है......."
"ये बड़े घर की लड़कियाँ गड़कटी कच्छी क्यों पहनती हैं बे.....देख के दिमाग की माँ-बहन एक हो जाती है..."
"इसकी गाँड़ कितनी चिकनी और मोटी है......ऐसा माल हमारी किस्मत में क्यों नहीं हैं......बस एक बार मिल जाये..."
"अबे, इसके सामने तो अपने मुहल्ले की सारी आइटम फेल हैं......बस एक बार इसकी चूत मारने को मिल जाय.....थूक लगा-लगा कर चोदूंगा....तब तक जब तक इसकी बुर भोषड़ी न बन जाय...."
"तो क्या कहते हो भाई?....चले...."
"कहाँ?..."
"बुर चोदने...."
"अगर चिल्लाई तो....."
"इसकी जो गड़कटी चड्ढी दिख रही है न उसे इसके मुँह में घुसेड़ देंगे....साली की बोलती अपने आप बंद हो जायेगी...."
"तो चल....."
दोनों ने दरवाजा खोलने की कोशिश की लेकिन भीतर से बंद था।
एक ने बैग से तार निकला और लॉक के साथ माथापच्ची करने लगा।
'क्लिक्'
लॉक खुल गया।
दरवाजे को धीरे से खोलकर दोनों भीतर दाखिल हुये।
अंदर एक नाइट लैंम्प जल रहा था।
बिस्तर पर परी जैसी लड़की सपनों की दुनिया में विचर रही थी।
पैसों से भरा बैग एक कोने में रखा गया।
फिर...
"अब...?"
एक की फुसफुसाती आवाज।
"साली कितनी चिकनी है.....एक बार हाँ करे तो अभी बीवी बना लूं...."
"ख्वाब मत देख......ऐसी लड़कियों के नखरे बहुत होते हैं....बुर चोद और निकल चल...."
"आपकी बात ठीक है भाई ......"
फिर जो भी हुआ बहुत तेजी से हुआ।
एक ने लड़की का मुँह दबोच लिया और दूसरे ने उसका पैर।
लड़की हड़बड़ा कर उठी।
लेकिन जब तक वह सभल पाती तब तक पैर पकड़ने वाला उसके कोमल शरीर पर पहाड़ की तरह पसर गया था।
"हाथ हटा...."
सिरहाने बैठे चोर ने लड़की के मुँह से अपना हाथ हटाया।
ठीक उसी वक्त-
'चप्प्.....'
ऊपर लदे चोर ने लड़की के गुलाब से भी ज्यादा नाजुक होंठों को अपने खुरदुरे होठों के बीच दबोच लिया और बुरी तरह उसके होठों को पीने लगा।
"कस के चूसो भाई साली को......खून निकल दो.....रगड़-रगड़ के मजा लेना है इस चिकनी से......"- सिरहाने बैठा चोर कामुकता से मिसमिसाया।
लड़की गूं-गूं करती रही।
अपने होठों को आजाद करने की भरसक कोशिश की।
लेकिन कामयाबी जब तक मिलती तब तक उसके होठों के साथ बलात्कार हो चुका था।
होठों पर उस चोर का ढेर सारा थूक लग गया था।
मानों लड़की का होठ कभी चूसने को नसीब ही न हुआ हो।
ऐसे चाटा था जैसे मुर्गी की भुनी हुई तंदूरी टाँग भभोड़ी हो।
"यू बास्टर्डस्.....छोड़ दो मुझे......वरना मैं शोर मचा दूंगी...."
"साली शोर मचायेगी न तो तेरी चिकनी बुर को पूरी रात चोद-चोद कर भोषड़ा बना दूंगा......किसी के काबिल नहीं बचेगी.......कोई शादी भी नहीं करेगा तेरी फटी बुर देखकर......
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