RE: Chudai Story लौड़ा साला गरम गच्क्का
पुरुष एक बार चोदने के बाद सिर्फ कुछ पलों के लिए सम्भोग से विमुख हो जाता हे !
पर स्त्री एक बार प्रेम रहित रति - क्रीडा से गुजर कर कई दिनों के लिए वासना से विमुख
हो जाती हे ...बशर्ते की वो कोई वेश्या ना हो !
" कभी किसी कमीने ने तुम्हे मूत्र स्नान कराया हे या नहीं ...?" शास्त्री स्तन की गुंडी को अंगुली के बीच ले कर
कच्ची मूंगफली का छिलका उतारने की तरह मसल रहा था !
तनु दर्द से ऐसे छटपटा रही थी मानो किसी मछली को शीतल जल से निकाल कर किसी गरम धरातल पर छोड़ दिया हो !
" ऐसा मत कीजिये .....आआइ ...में मर जाउंगी .....मम्मी ......अरे दर्द हो रहा हे .....उखड जायेंगे .....मन ...कहाँ हो ...
ऊऊऊऊऊ ....प्लीज धीरे दबाइए ...सीssss ... छोड़ दीजिये !"
" ऐसे केसे छोड़ दू .....शेर पंजा मरने के बाद मांस को भंभोड़ता हे ...छोड़ता नहीं हे .....चल ...खाट पर
लेट साली ...हिरोइन की तरह सज के आई थी ना ....मूत्र से नहला कर तुझे .....++++.... बना दूंगा .....
रांड की माँ की भोसड़ी .....मादरचोद तू किसी रंडी माँ की ओलाद हे .....और तेरे बेटी होगी वो भी महा रंडी होगी ....!
और फिर तनु को चारपाई पर धक्का देकर शास्त्री उस पर विभत्स अत्याचार पर उतर आया !
सूं .....सर्रर्रर्र sssssssss ,
शास्त्री तनु की कंचन सी चमकती काया को अपने मूत्र से तर करने लगा !
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