RE: Chudai Story लौड़ा साला गरम गच्क्का
क्या वो जाग रहा होगा ...?' मादा की हलकी सी आवाज़ !
"पता नहीं .....मध्य रात्रि हे ...शायद सो चूका होगा ....!" नर की आवाज़ !
दोनों झोंपड़ी तक पहुंचे !
" खों ssssss खों ssss "
अन्दर से किसी प्राणी के खांसने की आवाज़ गूंजी !
" शायद जाग रहा हे ...!" नर की फुसफुसाती सी आवाज़ !
"ठक -ठक "
नर ने हाथ बढ़ा कर सांकल खटखटाई !
प्रतिउत्तर में -
एक गहरा मौन !
पहले से भी अधिक गहरा !
मानो भीतर मौजूद प्राणी ने सांस तक रोक ली हो !
"ठक -ठक "
मानो नर ने फिर से अपनी क्रिया की पुनरावृति की हो !
दो क्षण के मौन के पश्चात -
"कौन ...?"- किसी नर की भारी आवाज़ !
" में ..हूँ ..." नर की थोड़ी ऊँची आवाज़ !
भीतर मौजूद प्राणी ने शायद आवाज़ पहचान ली थी !
"इतनी रात को ...?"- भीतर से आवाज़ आई !
" दरअसल ...रास्ते में थोड़ी गाडी ख़राब हो गई थी ...!"
भीतर से सरसराहट की आवाज़ गूंजी !
कुछ ही क्षण के पश्चात दरवाज़ा हलकी चिडचिडाहट की आवाज़ के साथ खुल गया !
एक हस्ट पुष्ट पहलवान जेसा अधेड़ नर दरवाज़े पर प्रकट हुआ !
जिसके एक हाथ में लालटेन और दुसरे हाथ में लाठी थी !
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