RE: Maa ki Chudai मा बेटा और बहन
माँ बेटा ओर बहन-5
गतान्क से आगे…………………
जब 6-7 मिनट तक चाट्ता रहा तब वह भी मस्ती से भर गयी और अपनी एक
चूची को अपने हाथ से पकड़ मेरे मुँह मे घुसेड़ती फुसफुसाकर बोली,
"भाई जान."
"क्या है शुमैला?"
"ववव आह इनको...."
"क्या बताओ ना तुम तो बहुत शरमाती हो."
"भाई जान इनको मुँह से चूस्कर पियो जैसे खाने से पहले कर रहे थे." वह
शरमाते हुए बोली.
"तुमको अच्छा लगा था अपनी चूचियों को अपने भाई को चूसाने मे?"
"हां भाई जान बहुत मज़ा आया था, और पियो इनको."
"पगली, शरमाया मत कर. अगर तुझे अपनी इस मस्त जवानी का मज़ा लेना हो तो
शरमाना नही. चलो खुलकर इनका नाम लेका कहो जो कहना है."
"भाई जान हाई पियो हाई पियो अपनी बहन की चूचियों को." और शरमाते हुए
बोली, "ठीक है ना भाई जान?"
"बहुत अच्छे चलो एक काम करो यह सब कपड़े अलग करो अड़चन होती है."
"नही भाई जान पूरी नंगी नही."
"अरे देख तेरी मस्त चूचियाँ मेरे सामने है ही फिर क्या?"
"नही भाई नीचे नही उतारुन्गि."
"अच्छा चलो पैंटी पहने रहो और सब उतार दो."
"मम्मी ना आ जाएँ दरवाज़ा बंद कर लो."
"अरे अगर दरवाज़ा बंद कर लिया तो मम्मी कुच्छ ग़लत समझेंगी. डरो नही मम्मी
कम से कम 2 घंटे बाद ही उठेंगी."
तब उसने अपनी टी-शर्ट और स्कर्ट अलग कर दिया और केवल पैंटी मे ही लेट गयी.
फिर मे उसकी एक चूची को मसल दूसरी को चूसने लगा. 20-25 मिनट
मे ही वह एकदम मस्त हो चुकी थी तब मेने कुच्छ आगे ट्राइ करने की सोचा.
"शुमैला."
"जी भाई जान."
"मज़ा आया ना."
"जी बहुत आहह, आप कितने अच्छे हैं."
"और चूसू कि बस?"
"अब बस भाई जान अब कल फिर."
"क्यों रात मे नही पिलाओगी अपनी चूचियों को?"
"रात मे कैसे?"
"मे चुपके से तुम्हारे रूम मे आ जाउन्गा."
"ओह्ह भाई जान फिर तो मज़ा आ जाएगा, हाई मे तो रात भर आपको पिलाउन्गि."
"पर मेरा भी तो एक काम करो."
"क्या भाई जान?"
"देखो मेने तुमको इतना मज़ा दिया है ना इससे मेरा यह बहुत परेशान हो गया
है. तुम अपने हाथ से इसे थोड़ा प्यार करो तो इसे भी क़रार आ जाए." और अपने
लंड पर हाथ लगाया.
वह यह देख शरमाने लगी तो मेने उसके हाथ को पकड़ अपने लंड पर रखते
कहा, "अरे यार तू शरमाती क्यों है."
"नही भाई जान नही मे इसे नही पकडूँगी." और उसने अपना हाथ हटा लिया.
"क्या हुआ जान?"
"भाई जान आपको जो करना हो कर लो मे इसे नही पाकडूँगी मुझे डर लगता है."
"अच्छ ठीक है चल तू ज़रा अपनी चूचियों को मेरे मुँह मे दे."
फिर मे सीधा लेट गया और वह मेरे पास आ अपनी चूचियों को पकड़ मेरे मुँह
मे देने लगी. मेने उसकी चूचियों को चूस्ते हुए अपनी पॅंट को अलग किया फिर
अंडरवेर को खिसका लंड बाहर किया. लंड बाहर कर अपने हाथ से लंड सहलाने
लगा. मेने देखा कि शुमैला की आँखें मेरे लंड पर थी. 2-3 मिनट बाद
शुमैला से कहा, "शुमैला मेरी बहन हाई मेरा लंड सूखा है ठीक से हो
नही रहा प्लीज़ इस पर अपना थूक लगा दो तो यह चिकना हो जाएगा और आराम से
कर लूँगा."
वह कुच्छ देर सोचती रही फिर धीरे से मेरे पैरों के पास गयी और झुककर मेरे
लंड पर खूब सा थूक उंड़ेल दिया. थूक लगा वह फिर मेरे पास आई तो मे
लंड सहलाते बोला, "हां शुमैला अब सही है तुम्हारा थूक बहुत चिकना है.
आहह चुसाओ अपनी हाई तुम्हारी चूचियों को पीकर मूठ मारने का मज़ा ही कुच्छ
और है."
मे उसकी चूचियों को चूस अपनी मूठ मारता रहा फिर थोड़ी देर बाद बोला,
"शुमैला हाई ऐसे नही निकलेगा प्लीज़ एक काम करो"
"जी बताएँ भाई जान."
"यार अपने हाथ से नही होता और तू करेगी नही, तुम प्लीज़ अपनी पैंटी उतारकर
मुझे दे दो ना."
"नही नही हाई नही भाई जान."
"पगली मे तुमको देखूँगा नही बस अपनी पैंटी दे दो. क्या मेरे लिए इतना भी
नही करोगी."
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