RE: Maa ki Chudai मा बेटा और बहन
मे उसकी चूचियों को मसल उसे मज़ा देते बोला, "यार नंगी पकड़ने मे ज़्यादा
मज़ा आता है."
"ओह्ह भाई जान अभी नही खाने के बाद मम्मी तो 2 घंटे के लिए सो जाती हैं तब
आपको जी भरके नंगी पिलाउन्गि. भाई जान ब्रा अलग कर दीजिए फिर कमीज़ के अंदर
हाथ डालकर पकडिए."
"तू कितनी समझदार है."
फिर मेने उसकी ब्रा खोलकर अलग कर दी तो उसने ब्रा को कुशन के नीचे च्छूपा
दिया फिर अपनी कमीज़ को ऊपर उठाया और मेरे हाथों को अंदर किया. मेने उसकी
दोनो चूचियों को पकड़ लिया और दबा कर उसके होंठ, गाल गले पर चूमने लगा..
वह अपने हाथ पिछे कर मेरे गले मे डाले अपनी चूचियों को देख रही थी.
तभी किचन मे कुच्छ आहट हुई तो वह मेरे हाथ हटाती बोली, "अब रहने दो
भाई जान मम्मी आने वाली हैं."
मे जानता था मम्मी कुच्छ नही कहेंगी लेकिन फिर भी मेने उसे छोड़ दिया तो
उसने अपने कपड़े ठीक किए और अलग होकर बैठ गयी. एक मिनट बाद मम्मी आई
और शुमैला के पास बैठ गयी. वह मुझे देख मुस्काराई तो मे भी मुस्काराया
और इशारा किया कि काम बन गया.
तभी मम्मी ने कहा, "बेटा तुम लोग खाना खाओगे?"
"खा लेते है मम्मी आपको आराम भी करना होगा." शुमैला बोली.
"चलो फिर खाना खा लिया जाए."
तब शुमैला उठकर गयी तो मम्मी मुझसे बोली, "क्या किया बेटा?"
"मम्मी बहुत मस्त है शुमैला की दोनो चूचियाँ, हाई मम्मी दोनो का खूब रस
पिया."
"ठीक है खाना खा लो फिर मे सोने का बहाना कर अपने रूम मे चली जाउन्गि
तब तुम यही फिर करना लेकिन बेटा नीचे हाथ लगाया या नही?"
"अभी नही मम्मी."
"ठीक किया, नीचे वाला माल रात मे ही चूना. आज रात तुम्हारी और शुमैला
की है. अभी एक दो घंटे उसकी चूचियों का मज़ा ही लो. रात मे नीचे का.
अगर अभी नीचे वाली को कुच्छ किया तो वह बेचैन हो जाएगी और चुदाई का असली
मज़ा रात मे ही है. उसे अपना दिखाया या नही?"
"अभी नही मम्मी."
"अब उसे अपना दिखाना और मान जाए तो उसके मुँह मे भी देना. अगर ना माने तो
कोई बात नही मे सीखा दूँगी मुँह मे लेना."
फिर हम सब खाना खाने लगे. खाने पर वह मुझे देख रही थी. खैर खाने के
बाद वह बर्तन सॉफ करने लगी. मे टीवी देखने जाता बोला, "शुमैला मे टीवी
देखने जा रहा हूँ अगर तुमको देखना हो तो आ जाना."
"ठीक है भाई जान आप चलिए मे अभी आती हूँ. बर्तन धोकर कपड़े बदल
लूँ फिर आती हूँ. इन कपड़ो मे परेशानी होती है."
"हां बेटी जाओ बर्तन सॉफ करके भाई जान के साथ टीवी देखना और मुझे डिस्टर्ब ना
करना. मे दो घंटे सोउंगी. और शुमैला बेटी घर मे इतने कसे कपड़े ना
पहना करो. जाओ कोई ढीला सा स्कर्ट और टी-शर्ट पह्न लो." मम्मी तो सोने की बात
कह चली गयी.
मे टीवी देखने लगा. 10 मिनट बाद शुमैला आई तो उसे देख मे दंग रह
गया. लाल रंग का स्कर्ट और वाइट टी-शर्ट मे उसने मेक- अप किया हुआ था.
होंठो पर स्किन कलर की लिप स्टिक थी और पर्फ्यूम से उसका बदन महक रहा था.
मे उसे देखता रहा तो वह मुस्कराते हुए बोली, "भाई जान क्या देख रहे हो?"
"देख रहा हूँ कि मेरी बहन कितनी खूबसूरत है."
"जाइए भाई जान आप भी, मुझे टीवी देखना है."
फिर वह आकर मेरे पास बैठी. उसके बैठने पर मेने उसे देखा और मुस्कराते
हुए उसके हाथो को पकड़ा तो वह अपना हाथ छुड़ा उठकर आगे सिंगल बेड पर
लेट गयी. मे सोफा पर बैठा उसे देखता रहा. उसकी चूचियाँ ऊपर को तनी
हुई थी. टी-शर्ट छ्होटी थी जिससे उसका पेट दिख रहा था. स्कर्ट भी घुटनो से
ऊपर था. वह टीवी की तरफ देख रही थी. तभी उसने अपने पैर घुटनो से मोदे तो
उसका स्कर्ट उसकी कमर पर आ गया और उसकी चिकनी गोरी गोरी राने दिखने लगी.
वह अपनी चिकनी राने दिखाती अपने हाथों को अपनी चूचियों पर बाँधे थी.
8-10 मिनट तक वह ऐसे ही रही.
फिर वह मेरी ओर देख बोली, "भाई जान यह अच्छी फिल्म नही है, मे बोर हो रही
हूँ."
मे उठकर उसके पास जाकर बैठा और उसकी कमर पर हाथ रख बोला, "शुमैला
इस वक़्त कोई अच्छा प्रोग्राम नही आता." और कमर पर हल्का सा दबाव डालता बोला,
"एक घंटे बाद एक अच्छा प्रोग्राम आता है."
"ओह्ह भाई जान तो एक घंटे तक क्या करें?"
"अरे यही प्रोग्राम देखते हैं ना, आओ सोफे पर चलो ना वही बैठकर देखते
हैं दोनो लोग." मेने उसका हाथ पकड़ उसकी नशीली हो रही आँखों मे झाँकते
कहा.
वह मुझे रोकती बोली, "भाई जान मे यही लेटकर देखूँगी, थक गयी हूँ ना आप
भी यही बैठिए ना."
मेने उसे मुस्करा कर देखा और कहा, "ठीक है शुमैला तुम सच मे थक गयी
होगी बर्तन धोकर." और उसकी कमर के पास ही बैठ गया.
अभी मे चुप बैठा था. वह टीवी देखते देखते एक दो बार मुझे भी देख लेती
थी. 4-5 मिनट बाद उसने करवट ले ली तो उसकी पीठ और चूतर मेरी तरफ हो
गये. अब मे भी आगे कुच्छ करने की सोच धीरे से उसके साथ ही लेट गया और
अपना हाथ उसके ऊपर रखा. हाथ उसके ऊपर रखा तो उसने चेहरा मोड़ मुझे
देखा और मुझे अपनी बगल मे लेटा देख मुस्काराकार बोली, "क्या हुआ भाई जान
आप भी थक गये हैं?"
"हां शुमैला सोच रहा था थोडा लेटकर आराम कर लूँ."
"ठीक है भाई जान लेटीये ना, आज तो वैसे भी कोई काम नही है."
कुच्छ देर लेटा रहा फिर धीरे धीरे उसकी स्कर्ट को ऊपर खिसकाने लगा. वह चुप
रही और थोड़ी ही देर मे उसका स्कर्ट ऊपर कर दिया और उसकी पैंटी दिखने लगी.
कुच्छ देर बाद जब उसकी पैंटी को खिसकाना चाहा तो उसने मेरे हाथो को पकड़
लिया और टीवी देखती रही. मे समझ गया कि वह शर्मा रही है. मेने सोचा
ठीक है रात मे देखूँगा नीचे वाली, अभी चूचियों का ही मज़ा लिया जाए.
फिर हाथ को उसकी टी-शर्ट के पास लाया और आगे कर उसकी एक चूची को पकड़ा.
वह चुप रही तो फिर मे धीरे धीरे दबाने लगा. दोनो चूचियों को 4-5 मिनट
तक दबाया फिर उसकी टी-शर्ट को ऊपर करने लगा तो उसने मेरी हेल्प. दोनो
चूचियों को टी-शर्ट से बाहर कर दिया था. वह ब्रा पहले ही उतार चुकी थी.
चूचियों को नंगी करने के बाद उसका कंधा पकड़ अपनी तरफ किया तो वह चुप
चाप सीधी होकर लेट गयी. उसकी आँखें बंद थी और मे उसकी तनी तनी
चूचियों को देख रह ना सका और झुककर एक को मुँह मे ले लिया. अब मे दोनो
चूचियों पर जीभ चला चला चाट रहा था. मे अपनी बहन की दोनो
चूचियों को चूस नही रहा था बल्कि चाट रहा था.
क्रमशः…………………
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