RE: Maa ki Chudai मा बेटा और बहन
फिर मम्मी ने मेरे लंड को मुँह मे लिया और चाटने लगी. यह मेरे साथ पहली
बार हो रहा था इसलिए मेरे लिए सम्हाल्ना मुश्किल था. 6-7 मिनेट मे ही मे
उनके मुँह मे झर गया. 1 मिनट बाद मम्मी ने लंड मुँह से बाहर किया और
मेरे पास बैठ गयी.
मे बोला, "सॉरी मम्मी आपका मुँह गंदा कर दिया."
"आहह बेटा तेरे पापा भी रोज़ रात मेरे मुँह को पहले ऐसे ही गंदा करते थे फिर
मेरी च.." मम्मी इतना कह चुप हो गयी.
मैं उनके चेहरे को देखते बोला, "फिर क्या क्या करते थे पापा? मम्मी जो पापा इसके बाद करते थे वह मुझे बता दो तो मे भी कर दूं. आपको पापा की कमी नही महसूस होगी."
मम्मी मेरे चेहरे को पकड़ बोली, "बेटा यह जो हुआ है एक माँ बेटे मे नही
होता. लेकिन बेटा इस वक़्त तुम मेरे बेटे नही बल्कि मेरे शौहर हो. अब तुम मेरे
शौहर की तरह ही करो. वह मेरे मुँह मे अपना झाड़कर अपने मुँह से मेरी
झारते थे फिर मुझे.."
"मम्मी अब जब आप मुझे अपना शौहर कह रही है तो शरमा क्यों रही हैं.
सब कुच्छ खुलकर कहिए ना."
"बेटा तू सच कहता है, चल अब मेरी चूत चाट और फिर मुझे चोद जैसे तेरे
पापा चोदते थे."
"ठीक है मम्मी आओ बिस्तर पर चलो."
फिर मम्मी को अपने बेड पर लिटाया और उनको पूरा नंगा कर दिया. मम्मी की
चूचियाँ अभी भी सख़्त थी. 2-3 साल से किसी ने टच नही किया था. मेने
चूत को देखा तो मस्त हो गया. मम्मी की चूत कसी लग रही थी. 40 की उमर
मे मम्मी 30 की ही लग रही थी. मम्मी को बेड पर लिटा अपने कपड़े अलग किए फिर
मम्मी की चूचियाँ पकड़ उनकी चूत पर मुँह रख दिया. चूचियों को दबा दबा
चूत चाट अपने झड़े लंड को कसने लगा.
8-10 मिनट बाद मम्मी मेरे मुँह पर ही झाड़ गयी. वह अपनी गांद तेज़ी से उचका
झाड़ रही थी. मे मम्मी की झड़ती चूत मे 1 मिनट तक जीभ पेले रहा फिर
उठ कर ऊपर गया और चूचियों को मुँह से चूसने लगा.
"हाअ आहह बेटा चूस अपनी मम्मी की चूचियों को. हाई पियो इनको हाई कितना
मज़ा आ रहा है बेटे के साथ."
मेरा लंड अब फिर खड़ा था. 4-5 मिनट बाद मम्मी ने मुझे अलग किया और फिर
मेरे लंड को मुँह से चूस्कर खड़ा करने के बाद बोली, "बेटा अब चढ़ जा अपनी
माँ पर और चोद डाल."
मेने मम्मी को बेड पर लिटाया और लंड को मम्मी के छेद पर लगा गॅप से अंदर
कर दिया.
अब मे तेज़ी से चुदाई कर रहा था और दोनो चूचियों को दबा दबा चूस भी
रहा था. मम्मी भी नीचे से गांद उच्छाल रही थी.
मे धक्के लगाता बोला, "मम्मी शाम को जब आपने बैगन लाने को कहा था तभी
से दिल कर रहा था कि काश अपनी मम्मी को मैं कुच्छ आराम दे सकूँ. मेरी
आरज़ू पूरी हुई."
"बेटा अगर तू मुझे चोदना चाहता था तो कोई गोली लेता आता. अब तू मेरे अंदर
मत झड़ना. आज बाहर झड़ना फिर कल मे गोली ले लूँगी तो ख़तरा नही होगा तब
अंदर डालना पानी. चूत मे गरम पानी बहुत मज़ा देता है."
करीब 10 मिनट बाद मेरा लंड झड़ने वाला हुआ तो मेने उसे बाहर किया और
मम्मी से कहा, "ःआह मम्मी अब मेरा निकलने वाला है."
"हाई बेटा ला अपने पानी से अपनी मम्मी की चूचियों को भिगो दे."
फिर मे मम्मी की चूचियों पर पानी निकाला. झारकर अलग हुआ तो मम्मी अपनी
चूचियों पर मेरे लंड का पानी लगाती बोली, "बेटा तू एकदम अपने बाप की तरह
चोद्ता है. वह भी ऐसा ही मज़ा देते थे. आहह बेटा अब तू सो जा."
फिर मम्मी अपने रूम मे चली गयी और मे भी सो गया.
अगले दिन मम्मी बहुत खुश लग रही थी. शुमैला भी मम्मी को देख रही थी.
नाश्ते पर उसने पूछ ही लिया, "मम्मी आप बहुत खुश लग रही हो?"
"हां बेटी अब मे हमेशा खुश रहूंगी."
"क्यों मम्मी क्या हो गया?" वह भी मुस्कराती बोली.
"कुच्छ नही बेटी तुम्हारा भाई जान मेरा खूब ख्याल रखता है ना इसलिए."
"हां मम्मी भाई जान बहुत अच्छे हैं."
फिर वह कॉलेज चली गयी और मे यूनिवर्सिटी.
उस रात मम्मी ने गोली ले ली थी और अपनी चूत मे ही मेरा पानी लिया था. हम
दोनो माँ बेटे 1 महीने इसी तरह मज़ा लेते रहे.
क्रमशः…………………
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