RE: Antarvasna kahani माया की कामुकता
ये सुन प्रीति वहाँ से चली गयी और गुस्से में दरवाज़ा पटक दिया.. पीछे भारत फ्रेश होके 15 मिनट में बाहर आया, और सीधा अपने अप्पर्टमेंट के लॉन में गया जहाँ उसके मोम डॅड के साथ प्रीति भी बैठ के नाश्ता कर रही थी...
"गुड मॉर्निंग स्वीट हार्ट... हाउ वाज़ युवर पार्टी" कहके भारत ने अपनी मोम को हग किया जो सुबह सुबह एक दम खिले हुए गुलाब के फूल की तरह लग रही थी..
"वेरी टाइयर्ड बेटा, तुम तो जानते हो कि तुम्हारे पापा एक बार पीने बैठे तो फिर उठते ही नहीं.. रात को 2 बज गये घर आते आते... एनीवेस, तुम्हारा क्या प्लान है आज का.." सीमी ने भारत को चाइ पकड़ते हुए कहा
"नतिंग मच मोम.. थोड़ी देर फरन्डस के पास जाउन्गा, फिर डॅड के ऑफीस, उनका पोर्टफोलीयो देखना है.." भारत ने अपनी बात कही जिसे सुनके राकेश ने कहा
"थ्ट्स माइ सन.. स्ट्रेट टू बिज़्नेस.. जल्दी तैयार हो जाओ बेटे अब, चलते हैं" राकेश ने भारत से कहा
"डॅड.. टाइम है अभी, आप चलिए मैं आता हूँ" भारत ने जवाब दिया
"हेलो.. फादर सन... एक सेकेंड, भारत, कोई फरन्डस नहीं , तुम प्रीति को उसके इंटरव्यू के लिए ले जाओ.. फिर डॅड के पास जाना, आंड नो मोर हुश हुश ऑन दिस... दिस एन ऑर्डर" सीमी ने अपना फ़ैसला सुनाया
ये सुन राकेश और भारत की बोलती तो बंद हुई, बट प्रीति को थोड़ी हँसी आई और बहुत खुश हुई वो... करीब 30 मिनट में भारत और प्रीति निकल गये घर से उसके इंटरव्यू के लिए... रास्ते में भारत ने अपने फोन को गाड़ी के म्यूज़िक सिस्टम से कनेक्ट किया और शालिनी को फोन लगाया.. उसकी कॉन्वर्सेशन गाड़ी के स्पीकर्स पे सुनी जा सकती थी...
"हेलो बेब.. मॉर्निंग" भारत ने शालिनी से कहा
"हाई स्वीटी ... गुड मॉर्निंग डार्लिंग, क्या कर रहे हो" शालिनी ने जवाब दिया
"नतिंग... एक लड़की के साथ बाहर जा रहा हूँ" भारत ने प्रीति को देख कहा, जो चुप चाप उनकी बातें सुन रही थी
"हाहहाहा... एक लड़की, साले तेरा जी कहाँ भरेगा एक से.. अछा हाउ ईज़ शी, कितने मार्क्स 10 में से" शालिनी ने कहा बिना ये जाने के उन दोनो की कॉन्वर्सेशन वो लड़की सुन रही है
"हाहाहाः... माइनस है बेब... तेरे जैसी बात कहाँ और किसी में.. " भारत ने अपनी हँसी हंसते हुए प्रीति को देखा
"नोट पासिबल ड्यूड, तू माइनस वाली को मूह भी नहीं लगाता, और ये तेरी गाड़ी में है, कम से कम 10 में से 7 तो होगी ही" शालिनी ने फिर जवाब दिया
"छोड़ इसको, अब बोल , तूने क्या सोचा, प्लेसमेंट के बारे में.." भारत ने मुद्दे की बात की
"मैं सोच रही हूँ, दोनो में अपीयर करूँ, आइ मीन फाइनान्स आंड एचआर" शालिनी ने सीरीयस होके जवाब दिया
"दोनो में.. तुझे उसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़ेगी" भारत ने अपनी गाड़ी के जीपीएस में देख के कहा
"हां, कर लूँगी, आज रात भार्गव और प्लेसमेंट ऑफीसर को भी खुश करना पड़ेगा यार.. एनीवेस, चल म गोयिंग नाउ, आ जा साथ में नहाते हैं" शालिनी ने भारत को टीज़ करते हुए कहा
"तू अकेली जा फिलहाल.. मैं तो कुछ और ही करने का सोच रहा हूँ" भारत ने प्रीति को देखते हुए कहा
"अरे मेरे यार, ऐसा मत बोल, तू जब पेलता है ना, तब ऐसा लगता है बस कभी कल हो ही नहीं.. दुनिया आज में ही रुक जाए और तू मुझे ही चोदता रहे... चल छोड़, बाइ नाउ" कहके शालिनी ने फोन कट किया
फोन कट होने के करीब 3 मिनट तक गाड़ी में कोई बात नहीं हुई भारत और प्रीति में... भारत म्यूज़िक एंजाय कर रहा था, बट प्रीति अब तक शॉक्ड थी शालिनी और भारत की बातें सुन के.. प्रीति ने फिर चुप्पी तोड़ी..
"पढ़ाई में ध्यान देती आज, तो उसको ये सब नहीं करना पड़ता जॉब के लिए" प्रीति ने गाड़ी के बाहर देखते हुए कहा
ये सुन भारत ने उसे जवाब दिया
"तुम जहाँ जा रही हो इंटरव्यू देने, वहाँ कितना पे है और प्रोफाइल क्या है"
"पे ईज़ 10 लॅक्स पीए सीटीसी और प्रोफाइल सॉफ्टवेर इंजिनियर का है" प्रीति ने इतराते हुए कहा
"हाहहहहा.... तुम पढ़ाई करके 10 लाख लोगि.. शालिनी बिना ज़्यादा मेहनत किए हुए उस की वन ऑफ टॉप इनवेस्टमेंट बॅंक में जाएगी और एचआर मॅनेजर बनेगी... और यूएस में है तो तुम खुद सोचो उसका पे क्या होगा... पढ़ाई किए बिना इतना कुछ" भारत ने प्रीति को जवाब दिया
इससे पहले प्रीति कुछ बोलती, भारत ने फिर उसे कहा
"ये लो, हम आ गये... जल्दी आना, मैं एक घंटे से ज़्यादा वेट नहीं करूँगा. और अगर उससे ज़्यादा देर हो तो टॅक्सी लेके घर जाना" भारत ने प्रीति को ड्रॉप करके कहा.. जैसे ही प्रीति गाड़ी से उतरी, भारत बिना कुछ बोले, गाड़ी भगा के वहाँ से निकल गया.. पीछे प्रीति ये सोच रही थी, इससे अच्छा तो टॅक्सी में आती.. इंटरव्यू के पहले ये सब बातें सुनके उसका दिमाग़ खराब हो चुका था, और उपर से ऑल दा बेस्ट विश करने वाला भी कोई नही.. ये सब सोचके प्रीति अपनी जगह चली गयी, और एक घंटे में भारत अपने डॅड की ऑफीस पहुँचा...
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