RE: Indian Sex Story ब्रा वाली दुकान
शाज़िया के छोटे हल्के ब्राउन रंग के निपल कड़े हो रहे थे उन पर नीलोफर अपनी ज़ुबान फेर फेर कर उसको और मजे दे रही थी। थोड़ी देर तक नीलोफर शाज़िया के बड़े मम्मों को प्यार करती रही फिर दोनों सीधी खड़ी हो गईं और शाज़िया ने नीलोफर का ब्रा भी उतार दिया। दोनों आपस में धीमी आवाज में बातें कर रही थीं जिसका मुझे कुछ पता नहीं लग रहा था क्योंकि अंदर कैमरा तो लगा था मगर माइक आदि नहीं था कि जिससे मुझे कुछ समझ आती कि दोनों क्या बात कर रही हैं। शाज़िया ने नीलोफर का काले रंग का ब्रा उतारा तो नीचे से 36 आकार के गोल और सुडौल गोरे चिट्टे मम्मे उछलकर निकले। नीलोफर के मम्मे एक जेली की तरह हिल रहे थे और उसके निप्पल भी शाज़िया की तरह छोटे ही थे और नपल्स के आसपास ब्राउन रंग का दायरा भी छोटा था। अब शाज़िया की बारी थी नीलोफर ने निपल्स को चाटने को कहा और शाज़िया भी नीलोफर की तरह बहुत प्यार और कौशल के साथ नीलोफर के मम्मों को चूस रही थी। शाज़िया थोड़ी सी झुकी हुई थी और एक मम्मा अपने मुँह में ले रखा था जबकि दूसरे मम्मे के नपल्स को शाज़िया अपने हाथों की उंगलियों से धीरे धीरे मसल रही थी जिससे नीलोफर की सिसकियाँ निकल रही थीं। कैमरे में उसके चेहरे के भाव से अनुमान लगा सकता था कि नीलोफर बहुत मुश्किल से अपनी सिसकियों को रोक रही थी उसे निश्चित रूप से इस बात का भी डर था कि कहीं उसकी सिसकियाँ निकल कर मेरे कानों तक न पहुंच जाए।
कुछ देर नीलोफर के मम्मे चूसने के बाद अब दोनों सीधी खड़ी हो गईं थी और दोनों एक दूसरे के गुलाब की पंखुड़ियों जैसे होंठों को चूस रही थीं। कभी नीलोफर शाज़िया के पतले-पतले सुंदर होठों को अपने होठों से और जीभ से चूसती तो कभी शाज़िया नीलोफर के थोड़ा मोटे एंजेलीना जोली जैसे होंठों को अपने मुँह में लेकर उनको चूसने लगी। फिर नीलोफर ने अपनी ज़ुबान निकाली और शाज़िया ने होठों पर अपनी जीभ का दबाव बढ़ाया तो शाज़िया ने अपना मुंह खोल दिया जिसके बाद नीलोफर ने अपनी ज़ुबान शाज़िया मुँह में प्रवेश करा दी और उसको गोल गोल घुमाने लगी। शाज़िया भी नीलोफर की ज़ुबान को अपनी जीभ से चूसने लगी थी। थोड़ी देर के बाद शाज़िया की ज़ुबान नीलोफर के मुंह में पहुंच चुकी थी। कुछ देर बाद मैंने देखा कि नीलोफर नीचे बैठ गई थी और उसने शाज़िया की सलवार उतार दी थी। शाज़िया ने पैन्टी नहीं पहनी थी, मुझे कैमरे में उसकी चूत तो नज़र नहीं आई क्योंकि कैमरे का एंगल ऐसा था कि शाज़िया जिस साइड पर खड़ी थी वहाँ से उसकी चूत कैमरे में नहीं आ सकती थी लेकिन उसकी गोरी गोरी टाँगें और पूरा शरीर कैमरे में नज़र आ रहा था, लेकिन कैमरा ऊपर होने के कारण उसकी चूत नज़र नहीं आ रही थी। नीलोफर ने शाज़िया की सलवार उतार ही अपनी जीभ बाहर निकाल कर उसकी चूत पर रख दी थी और उसको चाटने लगी थी, शाज़िया ने अपना हाथ नीलोफर सिर पर रख लिया था और मुंह ऊपर की ओर करके आंखे बंद कर अपनी सिसकियाँ नियंत्रित करने की कोशिश कर रही थी। इधर मेरा हाथ अपनी सलवार के ऊपर से ही लंड को पकड़ कर उसकी मुठ मारने में व्यस्त था।
मैं बड़ी एकाग्रता के साथ शाज़िया और नीलोफर का सेक्स देख रहा था कि अचानक मुझे एक झटका लगा जब मुझे राफिया की आवाज़ सुनाई दी, न जाने वो कब अंदर आई और अंदर आकर मेरे सामने खड़ी हो गई, उसने मुझे सलाम किया था। उसकी आवाज सुनते ही मुझे एक झटका लगा। मैंने ऊपर मुंह करके देखा तो वह मुझे काफी परेशान नजर आ रही थी। शायद उसे इस बात का अंदाजा नहीं था कि मैं इस समय अपने लंड के साथ खेलने में व्यस्त था। राफिया को देखकर जो मुझे झटका लगा था इस पर मैने कुछ सेकंड में ही काबू पा लिया था और अपना हाथ लंड से हटाकर कंप्यूटर स्क्रीन भी बंद कर दी थी। चूँकि कंप्यूटर स्क्रीन काउन्टर के अंदर नीचे इस तरह पड़ी थी कि सामने खड़े व्यक्ति की उस पर नजर नहीं पड़ सकती थी कि मैं क्या देख रहा हूँ, लेकिन फिर भी दिल में चोर था इसलिए मैंने स्क्रीन बंद कर दिया और मुस्कुराते हुए राफिया की ओर देखा। मैंने पूछा जी राफिया जी क्या हाल हैं आपके। उसने कहा मुझे वास्तव में वह चाहिए था। मैंने कहा वह क्या ?? राफिया की कपकपाती आवाज आई वह ...... वह वास्तव में मुझे ..... वह ...... ब्रा चाहिए था। अंतिम शब्द उसने काफी जल्दी में चुकाए जैसे उसको कठिनाई हो रही हो ब्रा शब्द बोलते हुए। इससे मुझे पता चल गया था कि राफिया एक शरीफ और सुलझी हुई लड़की है और वह नीलोफर और शाज़िया की तरह बोल्ड नहीं है।
मैंने कहा जी राफिया जी में आपको ब्रा दिखा देता हूँ, आपका आकार क्या है ??? मेरी इस बात पर राफिया चुप खड़ी रही .... मैंने एक बार फिर से बोला कि राफिया आपका आकार क्या है ??? इस पर राफिया की घुटी-घुटी आवाज़ आई और वह बोली मुझे नहीं पता। मैं उसकी इस बात पर हैरान हुआ और कहा क्या मतलब ??? आपको अपने ब्रा के आकार नहीं पता ?? इस पर राफिया ने फिर से घटी हुई आवाज में कहा, पहले अम्मी ला देती थी मुझे, मैंने कभी नहीं लिया न मुझे आकार पता है अपना। फिर मैंने राफिया को रिलैक्स करने के लिए कहा चलिए कोई समस्या नहीं मगर ये बताएँ आज आप अकेले आईं हैं नीलोफर और शाज़िया के साथ क्यों नहीं आईं ??? तो राफिया कहा बस ऐसे ही अगर मैं उनके साथ आती तो वह मुझे चिड़ाती, और वैसे भी वे महंगे महंगे ब्रा लेती हैं मेरे पास इतने पैसे नहीं कि महंगा ब्रा ले सकूँ, मुझे बस एक साधारण सा दे दीजिए उनके साथ मैंने कभी खरीदारी नहीं की। राफिया की इस बात से मुझे पता चल गया था कि उसका संबंध मेरी तरह ग़रीब परिवार से है और वह एक अभिमानी लड़की है, जबकि नीलोफर और शाज़िया उसकी गरीबी का मजाक उड़ाती होंगी जिसकी वजह से राफिया ने उनके सामने ब्रा नहीं खरीदा। यह सोच कर मैंने ठान लिया था कि राफिया को शाज़िया और नीलोफर से भी अच्छा और महंगा अच्छी गुणवत्ता का ब्रा दूंगा मगर इससे कीमत आम ब्रा वाली ही लूँगा।
फिर मैंने कहा कोई बात नहीं राफिया जी, इंसान अपने चरित्र और सीरत से बड़ा बनता है, पैसे से नहीं। अगर आपके पास ज्यादा पैसे नहीं तो आपको इन दोनों से दबने या उनसे प्रभावित होने की जरूरत नहीं है। मैं आपको अच्छे वाले ब्रा ही दिखाऊंगा, और पैसे की आप चिंता न करें, मैंने उन पर सेल लगानी है अगले सप्ताह से, तो आपके लिए यह कर सकता हूं कि अगले सप्ताह के बजाय आज ही आपको इस सेल वाली कीमत पर ब्रा दे दूंगा। इस पर राफिया को थोड़ी खुशी हुई मगर फिर अपनी खुशी छिपाते हुए बोली कि मगर सेल अगले सप्ताह लगनी है तो मुझ से आज क्यों सेल वाली कीमत लेंगे आप ??? मैंने कहा कुछ नहीं बस वैसे ही। तुम और मैं ग़रीब परिवार से हैं, और अभिमानी भी हैं, तो यह तो नहीं कर सकता कि यही ब्रा जो पूरी कीमत पर बेच रहा हूँ वह आपको आधी कीमत पर दूँ क्योंकि मुझे पता है आपको यह अच्छा नहीं लगेगा। अलबत्ता जिन ब्रा पर मैंने सेल लगानी है उसमें से ही मैं आपको आज दे देता हूँ, वैसे भी एक सप्ताह तक वह बंद पड़े रहेंगे सेल तो करनी नहीं अभी तो उम्मीद है आपको इस बात पर आपत्ति नहीं होगी। इस पर राफिया कहा ठीक है मगर शाज़िया और नीलोफर को न पता लगे कि मैंने सेल वाले माल में से ब्रा खरीदा था वरना वह मेरा मजाक उड़ाएँगी
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