RE: antervasna फैमिली में मोहब्बत और सेक्स
[b][b][b].पता नही कौन था उसकी ख्यालो क़ी दुनिया मे जो उसके बदन के साथ खेल रहा था, पता नही कौन था जो ख्वाबो मे उसके कुंवारे भड़कते यौवन की आग बुझा रहा था, कौन था जो खवाबो मे उसके कोमल बदन को रोन्द रहा था. वो जो भी था लेकिन उसने आराधना को चोंका दिया था, एक तरफ वो एग्ज़ाइटेड थी कि आज वो मास्टरबेट करने मे सक्सेस्फुल हो गयी और उसने वो सूख देख लिया जिससे वो अंजान थी. उसके चेहरे की ग्लो बता रही थी के उसने बहुत एंजाय किया, चेहरा चमक उठा था. चेहरे की शाइनिंग देखते ही बनती थी, पहला मास्टरबेशन कुच्छ ऐसा ही अहसास है जैसे किसी इंडिविजुयल ने अंतरिक्ष मे कोई रॉकेट उड़ा दिया हो. उसको अहसास हो गया था कि फर्स्ट टाइम सेक्स कितना पेनफुल हो सकता है क्यूंकी मास्टरबेशन के दौरान उसकी पुसी मे उसकी दूसरी फिंगर एंट्री नही ले पाई.
आराधना उठती है और वॉशरूम मे जाकर अपने हाथ हो धोने लगती है. तभी उसकी नज़रे सामने वाले मिरर पे पड़ती है, अपनी नज़रो से खुद नज़रे मिलते ही वो शरमा जाती है. फिर से मिरर मे चारो और घूम घूम कर अपने आप को देखती है, वो थोड़ा सा मॅक्सी को उठाती है और फिर नीचे कर देती है. और फाइनली बिस्तर मे आकर शांति से सो जाती है. वो एक ऐसी चैन की नींद थी जिसे वो ही समझ सकती थी. जवानी मे ये बदन वैसे ही नही सोने देता है जब तक की इसकी भूख ना मिटाई जाए.
............................................................................................
सनडे मॉर्निंग, सबसे पहले स्मृति उठ गयी है. आज ईव्निंग मे उन्हे शॉपिंग के लिए जाना है लेकिन अभी मॉर्निंग मे स्मृति ने उठ कर घर के ग्राउंड फ्लोर को क्लीन करना शुरू कर दिया. सफाई करते करते वो मीठी मीठी आवाज़ मे सॉंग गुनगुनाती रहती है. सफाई के दौरान अपने स्मार्टफॉन को चेक करती है, जिससे पे करीब 1 घंटे पहले ही उस ट्रिपल ऐक्स_लाइयन के नोटिफिकेशन्स आए हुए थे. " क्या ये सोता भी है या नही". स्मृति अपने मन मे बॅड बड़ाती है. और फोन को साइड मे रख कर फिर से सफाई मे लग जाती है. ठीक 10 मिनिट बाद फिर से एक नोटिफिकेशन आता है, नोटिफिकेशन साउंड को सुनकर वो भाग कर फोन के पास आती है लेकिन इस बार ये एरटेल की तरफ से स्मस था. वो अपने माथे पे हाथ मारती है कि क्या हर टाइम यही लगता है कि वो लाइयन ही परेशान कर रहा होगा. और फोन को रखने ही वाली थी कि फिर से एक नोटिफिकेशन दिखाई दिया, उसने तुरंत देखा और ये लाइयन का ही था.
लाइयन - यू देअर?
लाइयन - हेलो, एनी ब्यूटिफुल लेडी ईज़ देअर?
स्मृति - क्या बात है बताओ. क्या रात को सोते नही हो क्या?
लाइयन - सो क्या जब मेरे फ्रेंड्स के पास मेरे लिए टाइम ही नही है.
स्मृति - ओह्ह्ह तो इतने गम है तुम्हारी लाइफ मे. वैसे कौन दोस्त है जिसके पास तुम्हारे लिए टाइम है.
लाइयन - है एक बहुत ब्यूटिफुल आंड स्वीट लेडी. अपने घर मे ही बिज़ी रहती है, दोस्त चाहे भाड़ मे उसे किसी का ध्यान नही है.
स्मृति समझ गयी थी कि लाइयन का इशारा खुद उसी की तरफ था.
स्मृति - ऐसा भी हो सकता है कि उस ब्यूटिफुल लेडी पे और भी रेस्पॉन्सिबिलिटीस हो. और उसे टाइम ना मिल पाता हो, क्यू?
लाइयन - क्या हमारी ही इतनी बुरी किस्मत है कि हमे दोस्त भी वो मिली जो सबसे ज़्यादा रेस्पॉन्सिबल है सबके लिए बस अपने दोस्त के लिए ही नही.
स्मृति - हा हा हा हा हा
लाइयन - मेरा दोस्त स्माइल करता है तो मुझे बहुत अच्छा लगता है.
स्मृति उसकी बात पढ़ कर शरमा सी जाती है.
स्मृति - लेकिन दोस्त ने इतनी बाते बनानी कहाँ से सीखी?
लाइयन - किस्मत सीखा देती है स्मृति जी. कौन सा हम मा के पेट से सीख कर आते है
.स्मृति - तुम्हारी बाते तो बस उपर वाला जाने. खैर और बताओ अब क्या कर रहे हो.
लाइयन - कपड़े उतार रहा हू.
स्मृति - तुम फिर से शुरू हो गये.
लाइयन - स्मृति जी अगर मे सच भी बोलू तो आपको लगता है मे शुरू हो गया. पता नही आपको तो मे ही सबसे बुरा लगता हू.
स्मृति - तो सुबह के 9 बजे है और तुमने मुझसे चाटिंग शुरू कर दी, पहले नहा ही लेते ना. किसने ज़बरदस्ती करी है.
लाइयन - वो स्मृति जी मे नहाने के लिए नही बल्कि सोने के लिए कपड़े उतार रहा था.
स्मृति - हा हा हा हा. फिर से सो रहे हो. गुड, सो जाओ.
लाइयन - फिर से नही, दर असल मे रात को सो ही नही पाया. इसीलिए अब सो रहा हू, अगर रात को सो गया होता तो अब नही सोता.
स्मृति - ठीक है अब चाटिंग बाद मे करना. कपड़े उतारो और सो जाओ, वैसे भी रात को मज़दूरी करी है बेचारे ने.
लाइयन - एक ही कपड़ा था बॉडी पे वो मे उतार चुका हू. और रात को मज़दूरी नही मेहनत करनी पड़ गयी थी स्मृति जी, जो मे पूरी मेहनत से करता हू.
स्मृति उसकी एक कपड़े वाली बात सुनकर शॉक्ड रह जाती है. उसके मन मे ये ख्याल आ रहा था कि क्या अब इसने कुच्छ नही पहना है. लेकिन शरम की वजह से वो पुछ नही सकती थी. चाटिंग करते करते कुच्छ दिन हो भी गये थे तो वो और धमकिया देना नही चाहती थी उसे.
स्मृति - ऐसी क्या मेहनत कर दी इस नालयक ने. पहाड़ तोड़ दिया क्या कहीं?
लाइयन - नही स्मृति जी, कल रात एक पार्टी मे गया था. वहाँ आप की जैसी एक भाभी से मुलाकात हो गयी और पूरी रात उसी के साथ मेहनत करने मे गुजर गयी.
लाइयन ने ये बात लिख तो दी लेकिन इस बात से स्मृति का पारा सातवे आसमान पे पहुँच गया.
स्मृति - यू ईडियट, तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई उसको मेरा जैसे कहने की. कई बार मुझे लगता है कि उन्मेच्योर लड़का है लेकिन दिल का सॉफ है लेकिन तुम एक बेहद गंदे लड़के हो.
स्मृति का चेहरा गुस्से मे लाल हो चुका था.
लाइयन - स्मृति जी, क्या आप अपना सारा गुस्सा मेरे लिए ही बचा कर रखती है. मेरे कहने का मतलब था कि वो भाभी आप की तरह बेहद सुंदर और अट्रॅक्टिव लग रही थी. मेरा इमॅजिनेशन ऐसा था जैसे मे आपसे ही मिल रहा हू.
अपनी तारीफ सुन कर स्मृति थोड़ा रिलॅक्स हुई और अपने आप पर इतराती है.
स्मृति - ओके. तो घुमा फिरा कर बात मत किया करो. एनी वे लेकिन उसने तुमसे मेहनत कैसे कराई?
लाइयन - क्या स्मृति जी, कहीं आप दोबारा गुस्सा ना हो जाना लेकिन आप मेरी दोस्त है तो आपसे तो मे दिल की बात शेर कर ही लेता हू. आक्च्युयली कल एक फ्रेंड की बर्तडे पार्टी मे गया था. काफ़ी कलर्फुल पार्टी थी.
स्मृति- ह्म्*म्म्मम......
लाइयन - बिल्कुल आपके जैसी एक भाभी उस पार्टी की जान थी. ब्लॅक कलर की लोंग पार्टी ड्रेस मे वो एक अप्सरा लग रही थी. ड्रेस भी बॅकलेस थी तो उसकी नेक से लेकर कमर तक बॉडी का पूरा दीदार हो रहा था. मुझे ऐसा लग रहा था जैसी स्मृति जी ही उतर कर इस पार्टी मे आ गयीं हो. क्या बला की खूबसूरत थी वो. अगर मॅरीड ना होती तो कसम से शादी का पहला प्रपोज़ल मे ही देता. वो बात अलग है कि हम जैसे ग़रीबो के नसीब मे आप जैसे यानी उस भाभी जैसी खूबसूरती नही होती.
स्मृति इनडाइरेक्ट्ली अपनी तारीफ सुनकर पागल हुए जा रही थी. लाइयन भी मँझे हुए खिलाड़ियो की तरह पेश आ रहा था.
स्मृति - ह्म्*म्म.........
लाइयन - फिर क्या स्मृति जी, अपने हज़्बेंड के साथ खड़े होकर ड्रिंक ले रही थी लेकिन निगाहे चारो और ज़्यादा उजाला फेला रही थी. जैसे ही उसकी निगाहे मुझसे मिली, आदत से मजबूर हमारी एक आँख दब गयी उसकी तरफ.
स्मृति - कितने जूते पड़े फिर. मेरी जैसी शरीफ लेडी के साथ बद तमीज़ी करोगे तो जूते ही पड़ेंगे.
स्मृति भी ऐसे पेश आने लगी थी जैसे वो खुद फील कर रही हो कि सब कुच्छ उसके साथ ही हो रहा हो.
लाइयन- बचपन से आदत है जी, खूबसूरत माल को देखते ही आँख खुद दब जाती है. ड्रिंक करते हुए जब उसने मुझे आँख मारते हुए देखा तो उसे यकीन नही हुआ यानी वो श्योर नही थी. तिरछी निगाहो से उसने फिर देखा तो फिर से एक बार आँख दबा दी.
स्मृति खूबसूरत माल जैसे शब्द सुनकर और हॅपी हो रही थी लेकिन लाइयन को दिखा नही रही थी.
स्मृति - अच्छा....
लाइयन - उसके मूँह से एक हल्की सी स्माइल निकली और उस स्माइल पे तो मे मर मिटा. आख़िर वो मुझे अपने बेस्ट फ्रेंड जैसी लग रही थी यानी आपके जैसी.
स्मृति - ज़्यादा मक्खन मत लगाओ और आगे बताओ.
लाइयन - बस नैन मिलते रहे और जितनी बार भी मिले, हमारे नैन तो अपना कमाल दिखाते ही रहे. जब खूबसूरत आपके जितनी तो एक दो बार फ्लाइयिंग किस भी दे दी.
स्मृति - अगर मे होती तो कस के थप्पड़ जमाती.
लाइयन - आपके जैसी ब्यूटिफुल, स्वीट, हॉट, सेक्सी बॉम्ब मुझे थप्पड़ मारे तो जिंदगी भर ख़ाता रहू कसम से.
स्मृति - खैर बाते बनाने मे तो तुम्हारा कोई जवाब नही है अब आगे बताओ.
लाइयन - फिर क्या था मेने इशारे मे उससे उसका फोन नंबर माँगा लेकिन उसने चारो तरफ देख कर और सही मौके पे मुझे स्माइल करते हुए मना कर दिया.
स्मृति - गुड लेडी....
लाइयन - प्लीज़ मुझे गालियाँ मत देना लेकिन उसकी खूबसूरती से पागल हो चुका था मे. वो अकेले चलते वहाँ पहुँच गयी जहाँ डीजे स्टेज लगा हुआ था. चलने मे जो बात थी क्या बताऊ, उसके ,,,,, ऐसे मटक रहे थे जिससे सॉफ पता चल रहा था कि कितनी गदराई हुई बॉडी की मालकिन है.
स्मृति - गुड बॉय, अच्छा है कि सॉफ सॉफ नही लिखा.
लाइयन - आप बताएए ना कि चलते हुए क्या मटक रहे थे.
स्मृति - हप!!!! आगे बताओ[/b][/b][/b]
|