Antarvasna kahani प्यासी जिंदगी
11-18-2018, 12:37 PM,
#32
RE: Antarvasna kahani प्यासी जिंदगी
बाजी की बगलें बालों से बिल्कुल पाक थी। वो कभी फालतू बालों को बढ़ने नहीं देती थीं और बाकायदगी से फालतू बाल साफ करती थीं जो कि उनकी नफीस तबीयत का ख़ासा था कि गंदगी से उन्हें नफ़रत थी। 
बाजी की राईट बगल को मुकम्मल चाटते और चूमते हुए मैं कंधों से होता दूसरे हाथ तक पहुँचा और उसी तरह वापस उनके सीने के ऊपरी हिस्से तक आ गया। 
बाजी के सीने के ऊपरी हिस्से को चाटने के बाद मैंने अपना रुख़ उनके सीने के राईट उभार की तरफ किया और अपनी बहन के मम्मों की गोलाई पर ज़ुबान फेरने लगा।
मैं बारी-बारी से बाजी के दोनों मम्मों को चाटता और चूमता रहा लेकिन उनके सीने के उभारों की पिंक सर्कल (अरोला) और पिंकिश ब्राउन खूबसूरत निप्पल को अपनी ज़ुबान नहीं टच की।
मैं जब अपनी ज़ुबान से उनके उभार को चाटते हुए पिंक ऐरोला के पास पहुँचता.. तो उससे टच किए बगैर ही सिर्फ़ गोलाई पर ज़ुबान फेरने लगता।
मेरी इस हरकत पर बाजी मचल सी जातीं। 
जब मैंने 4-5 बार ऐसा किया तो उनकी बर्दाश्त जवाब दे गई.. और इस बार जब फिर मैं ज़ुबान वहाँ पर टच किए बगैर हटने लगा.. तो बाजी ने गुस्सैल सी आवाज़ में सिसकारी भरी और अपने दोनों हाथों से मेरे सिर की पुश्त से बालों और गर्दन को पकड़ कर मेरा मुँह अपनी निप्पल्स की तरफ दबाने लगीं। 
मेरे चेहरे पर शैतानी मुस्कुराहट फैल गई.. मैं जान गया था कि अब बाजी मज़े और लज़्ज़त में पूरी तरह डूब गई हैं। 
मैंने अपने सिर को झुकाया और बाजी के लेफ्ट निप्पल को अपने मुँह में ले लिया। 
ववॉवव.. बाजी की निप्पल को मुँह में लेते ही.. मेरा लण्ड फनफना उठा और मैं पागलों की तरह बारी-बारी से दोनों मम्मों को चूसने लगा।
बाजी के जिस्म में भी खिचाव पैदा होना शुरू हो गया था और वो भी बुरी तरह मचलने लगी थीं। 
मैं कोशिश करने लगा कि बाजी के सीने के उभार को पूरा अपने मुँह मैं भर लूँ लेकिन ये मुमकिन नहीं था क्योंकि मेरा मुँह बहुत छोटा था और बाजी के मम्मे बहुत बड़े थे। 
मैंने बाजी के उभार को चूसते हुए उनके निप्पल को अपने दाँतों मैं. पकड़ा और दबाया.. तो बाजी मज़े और तक़लीफ़ की मिली-जुली आवाज़ में चिल्ला उठीं- आहह.. वसीम.. ज़रा.. आआ आआराम से.. उफफ्फ़..अह…
मैंने बाजी के सीने के उभारों को चूसते हुए ही उनका हाथ को पकड़ा और सलवार के ऊपर से ही अपने लण्ड पर रख दिया। बाजी ने फ़ौरन ही मेरे लण्ड को मुठी में दबा लिया।
बाजी को लण्ड पकड़ा कर मैंने अपना हाथ उनकी रान पर रखा और सलवार के ऊपर से ही रान को सहलाते हुए अपना हाथ उनकी टाँगों के बीच रख दिया।
बाजी मेरे हाथ को अपनी चूत पर महसूस करते ही उछल पड़ीं और बोलीं- नहीं वसीम.. प्लीज़ यहाँ नहीं.. टच मत करो न..
उन्होंने अपनी टाँगों को आपस में दबा लिया।
मैंने अपना हाथ हटाया और तेजी से बाजी के मम्मों को चूसने और दबाने लगा..
कुछ ही देर में बाजी की साँसें बहुत तेज हो गईं और जिस्म अकड़ना शुरू हो गया।
मैंने दोबारा हाथ उनकी टाँगों के बीच रख दिया.. बाजी ने कुछ कहने के लिए मुँह खोला ही था कि मैंने अपने होंठ उनके होंठों से लगा दिए और ज़ुबान उनके मुँह में डाल दी। 
इस बार मेरी दो उंगलियाँ सीधी उनकी चूत के दाने पर ही छुई थीं.. जिससे बाजी के जिस्म को एक झटका लगा और उन्होंने बेसाख्ता अपनी टाँगें थोड़ी खोल दीं। 
मैंने बाजी की चूत के दाने को सहलाते हुए दोबारा उनके निप्पल को अपने मुँह में लिया और चूसने लगा। 
मैंने अपनी उंगलियाँ बाजी की चूत के दाने से उठाईं और चूत के अन्दर दाखिल करने के लिए नीचे दबाव दिया ही था कि बाजी फ़ौरन बोलीं- वसीम.. रुको ना.. हाय प्लीज.. उईईई.. और ऊपर.. रगड़ो ना.. आआहह..
बाजी की साँसें बहुत तेज हो गई थीं और जिस्म मुकम्मल तौर पर अकड़ गया था। बाजी मेरे लण्ड को भी अपनी तरफ खींचने लगी थीं।
मुझे भी ऐसा महसूस हो रहा था कि शायद मैं अब कंट्रोल नहीं कर पाऊँगा.. मैंने बहुत तेज-तेज बाजी की चूत के दाने को रगड़ना शुरू कर दिया था और उनके निप्पल को चूसने और दाँतों से काटने लगा था। 
अचानक ही बाजी का जिस्म बिल्कुल अकड़ गया और उन्होंने अपने कूल्हे बिस्तर से उठा दिए.. मेरे लण्ड पर बाजी की गिरफ्त बहुत सख़्त हो गई थी.. वो अपनी पूरी ताक़त से मेरे लण्ड को अपनी मुट्ठी में भींचने लगी थीं।
फिर बाजी के जिस्म ने 2 शदीद झटके लिए.. और उनके मुँह से बहुत लंबी ‘आआआआआहह..’ निकली.. उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया था। 
उसी वक़्त मेरे लण्ड को भी झटका लगा और मेरे लण्ड का जूस मेरी सलवार को गीला करने लगा। 
मेरे हाथ की हरकत रुक गई थी और मैं बाजी के सीने के उभार पर ही मुँह रखे हुए निढाल सा लेट गया।
बाजी की साँसें आहिस्ता-आहिस्ता मामूल पर आ रही थीं। 
काफ़ी देर तक ऐसे ही लेटे रहने के बाद बाजी ने मेरे सिर पर हाथ फेरना शुरू किया और बोलीं- वसीम उठो.. मुझे भी उठने दो..
मैं आँखें बंद किए बिल्कुल निढाल पड़ा था, मैंने बाजी की बात का जवाब नहीं दिया और मेरे मुँह से सिर्फ़ एक ‘हूऊऊन्न्न्..’ निकली। 
बाजी ने नर्मी से मेरे चेहरे को अपने सीने के उभार से उठाया और मेरे नीचे से निकल गईं और तकिया उठा कर मेरे चेहरे के नीचे रख दिया।
मैं वैसे ही बेतरतीब सी हालत में उल्टा.. बिस्तर पर पड़ा रहा। मुझे ऐसे लग रहा था जैसे मेरे जिस्म से बिल्कुल जान निकल गई है और अब मैं कभी उठ नहीं पाऊँगा।
‘देखो वसीम ऐसा लग रहा है.. मैंने पेशाब किया है.. पूरी सलवार गीली हो रही है।’ बाजी यह बोल कर खुद ही हँसने लगीं।
मैंने बोझिल से अंदाज़ में आँखें खोल कर देखा तो बाजी अपनी टाँगों को फैलाए.. सलवार को दोनों हाथों से पकड़ कर देख रही थीं।
कोई आवाज़ ना सुन कर बाजी ने मेरी तरफ देखा और खिलखिला कर हँसने लगीं- हालत तो देखो ज़रा शहज़ादे की.. मुर्दों की तरह पड़े हो..
मैंने कुछ नहीं कहा.. बस झेंपी हुई सी हँसी हँस दिया। 
बाजी बिस्तर से उठते हुए बोलीं- वसीम तुम लोगों के पास मेरे या हनी के कपड़े तो ज़रूर होंगे.. जिनसे तुम मज़े लिया करते थे। 
मेरी तरफ से कोई जवाब ना पा कर वो बाथरूम की तरफ चली गईं।
मैंने भी आँखें बंद कर लीं क्योंकि मैं बहुत कमज़ोरी महसूस कर रहा था। 
बाजी बाथरूम से बाहर आईं और फिर पूछा- वसीमरर.. हमारा कोई सूट पड़ा है या नहीं?? 
मैंने आँखें खोल कर देखा तो बाजी आईने के सामने नंगी खड़ी अपने बालों को ब्रश कर रही थीं और अपनी सलवार शायद बाथरूम में ही उतार आई थीं। 
मैंने अपनी बहन के नंगे जिस्म पर नज़र मारी.. तो अपनी क़िस्मत पर रश्क आया कि खुदा ने कितना हसीन और मुकम्मल जिस्म दिया है मेरी बहन को.. सीने के उभारों की मुकम्मल गोलाइयाँ.. कूल्हों की खूबसूरत शेप.. लंबी सुडौल टाँगें.. भारी-भारी रानें.. लंबे स्लिम बाज़ू.. खूबसूरत हाथ.. गोया जिस्म का हर हिस्सा इतना मुकम्मल है कि हर हिस्से की तारीफ में गज़ल कही जा सकती है।
‘मेरी पैंट की पॉकेट में चाभी पड़ी है.. अलमारी में सूट होगा, आप देख लें..’ मैंने मरी सी आवाज़ में कहा और फिर बाजी के जिस्म को निहारने लगा।
बालों में ब्रश करने के बाद बाजी ने मेरी पैन्ट से चाभी निकाली और अल्मारी में कोई सूट देखने लगीं और एक सूट उन्हें मिल ही गया। लेकिन क़मीज़ अलग और सलवार अलग थी। 
लाइट ग्रीन लॉन की क़मीज़.. बाजी की थी और वाइट सलवार हनी की थी। 
‘ये कब से यहाँ पड़ी है.. मैं ढूँढ ढूँढ कर पागल हुए जा रही थी..’ बाजी ने गुस्सा करते हुए कहा।
मैंने एक नज़र बाजी के हाथ में पकड़ी क़मीज़ को देखा और कहा- यह तो बहुत दिनों से यहाँ पड़ी है.. लेकिन सलवार तो कल रात को ही ज़ुबैर कहीं से उठा कर लाया था।
बाजी ने क़मीज़ पहनी और सलवार पहनने के लिए फैलाई थी कि कुछ देख कर चौंक गईं।
मैंने बाजी के चेहरे के बदलते रंग देखे तो पूछा- अब क्या हो गया बाजी?
बाजी सलवार लेकर मेरी तरफ आते हुए बोलीं- ये देखो ज़रा.. इस हनी कमीनी को ज़रा भी अहसास नहीं है कि घर में अब्बू होते हैं.. मामू आते-जाते हैं.. 2 जवान भाई हैं.. ऐसी चीजें तो घर की औरतें 1000 तहों में छुपा कर रखती हैं कि किसी की नज़र ना पड़े। 
मैंने बाजी के हाथ में पकड़ी हुई सलवार को देखा तो उसमें 3-4 बड़े-बड़े लाल रंग के धब्बे पड़े हुए थे।
पहले तो मुझे कुछ समझ नहीं आया और जब समझ आया तो मैंने मुस्कुराते हुए बाजी से कहा- तो क्या हो गया बाजी.. आपको मेनसिस नहीं होते क्या.. जो इतना गुस्सा हो रही हैं?
‘होते हैं.. पर मैं एक दिन पहले से ही पैड लगा लेती हूँ.. अगर कभी इतिफ़ाक़न सलवार गंदी हो भी जाए.. तो उसी वक़्त धो डालती हूँ.. ऐसे शो पीस बना के नहीं रखती..’ 
बाजी ने बदस्तूर उसी लहजे में कहा और सलवार हाथ से फेंक कर ज़ुबैर की एक पुरानी पैंट पहन ली।
‘बाजी आप पैंट में और ज्यादा हसीन लग रही हो..’
‘अपनी हालत तो देखो.. उठा जा नहीं रहा..’ और फिर मेरी नक़ल उतारते हुए बोलीं- बाजी आप पैंट में बहुत हसीन लग रही हो..
मुझे बाजी का यह अंदाज़ बहुत अच्छा लगा और मैं मुस्कुरा दिया। 
‘उठो नबाव साहब.. अपनी हालत सही कर लो.. मैं नीचे जा रही हूँ कुछ देर बाद अम्मी भी उठ जाएंगी..’ 
बाजी यह कह कर कमरे से बाहर निकल गईं और मैं वैसे ही आधा नंगा उल्टा पड़ा रहा, कमज़ोरी की वजह से मुझे नींद भी आने लगी थी।
‘वसीम उठो.. वसीम.. उठो, दूध पी लो और चेंज करो.. शाबाश जल्दी से उठ जाओ..’ मेरी गहरी नींद टूटी और आँखें खुलीं.. तो बाजी मुझे कंधे से पकड़ कर हिला-डुला रही थीं और उन्होंने दूध का गिलास पकड़ा हुआ था।
वो अपने असली हुलिया यानि स्कार्फ और चादर पर वापस आ चुकी थीं।
मैं फिर से आँखें बंद करते हुए शरारत से बोला- अब कभी गिलास से नहीं पिऊँगा.. बाजी आप सीधे ही पिला दिया करो ना..
बाजी ने हँसते हो तंज़िया लहजे में कहा- अपनी हालत तो देखो ज़रा..! सीधे पिला दिया करो..!! सीधे पीने का शौक है.. लेकिन अपना आपा संभाला नहीं जाता.. 
वे दूध का गिलास साइड में टेबल पर रख कर मुझे सीधा करने लगीं- चलो वसीम इंसान बनो अब.. उठ भी जाओ..
मैं सीधा हो कर लेट गया लेकिन उठा नहीं.. वैसे ही बिस्तर पर पड़ा रहा। 
बाजी ने मेरे अज़ार बंद को खोला और सलवार में हाथ फँसा कर झुंझलाहट से बोलीं- अपने कूल्हे ऊपर करो.. गंदे.. क्या हाल बनाया हुआ है..
मैंने अपने कूल्हे उठाए तो बाजी ने मेरी सलवार को नीचे खींचते हुए पाँव से बाहर निकाल दिया और सलवार के साथ ही मेरी क़मीज़ भी उठा कर बटोर कर चली गईं। 
बाजी बाथरूम से वापस आईं तो उन्होंने हाथ में तौलिया पकड़ा हुआ था.. जिसका कोना पानी से गीला था। 
बाजी मेरी रानों.. बॉल्स और लण्ड के आस-पास के हिस्से को गीले तौलिये से साफ करते हुए कहने लगीं- तुम्हारी बीवी की तो जान हमेशा अज़ाब में ही रहेगी.. अपने बच्चों के साथ-साथ तुम्हारी भी गंदगी साफ करती रहेगी।
बाजी ने यह कहा और एक हाथ से मेरे लण्ड को पकड़ कर दूसरे हाथ से गीले तौलिये से साफ करने लगीं।

‘मुझे बीवी की जरूरत ही नहीं है.. मेरी सोहनी सी बहना जी हैं ना मेरे पास..’ मैंने मुस्कुरा कर कहा।
तो बाजी ने रुकते हुए मेरे चेहरे पर एक नज़र डाली और कहा- हाँ, बहनें इसी काम के लिए ही तो रह गईं हैं अब..
Reply


Messages In This Thread
RE: Antarvasna kahani प्यासी जिंदगी - by sexstories - 11-18-2018, 12:37 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,516,584 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 546,077 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,238,577 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 936,377 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,662,477 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,088,645 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,963,930 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,097,215 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,048,601 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 286,360 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 2 Guest(s)