RE: Kamukta Kahani दामिनी
दामिनी--26
गतान्क से आगे…………………..
भैया की बातों से ही मेरी चूत गीली हो रही थी .... मुझे महसूस हुआ मैं भी उन्हें कितना मिस कर रही हूँ..
" हाँ भैया वो तो है ..आप की गोद में बैठ .आपका तन्नाया लंड अपने चूतदों के बीच महसूस करते हुए मुझे भी कितना मज़ा आता है ...उफफफफफ्फ़ ..भैया मेरी चूत गीली हो रही है ..कुछ करो ना प्ल्ज़्ज़ .."
" मेरा लंड भी तो कड़क हो गया दामिनी रानी ... अया ...उुउऊहह .."
भैया की आहे साफ सुनाई दे रही थी ..उनकी सांस भी तेज़ थी ..लगता है वे मेरी आवाज़ सुन मुझे अपने करीब समझ धीरे धीरे लंड सहला रहे थे ...इस कल्पना से मैं भी काफ़ी एग्ज़ाइटेड हो गयी और दूसरे हाथ की उंगली चूत की फाँक में फिराने लगी ..मुझे भी लगा जैसे भैया मेरे सामने हैं ..
मेरी आवाज़ भर्रा गयी थी ...उसी भरराई आवाज़ में मैने कहा .." भैया तुम जोरों से मूठ मारो ना ..सिसकारियाँ लेते हुए ...खूब जोरों से ..आपकी आवाज़ सुन मुझे लग रहा है आप मेरे पास हो ....अया ..उउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ....भैय्ाआआअ ....ऊह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आइ लव यू तूऊऊ..भैय्ाआआआआअ ...." मेरे उंगली चलाने की स्पीड बढ़ती जा रही थी और उधर भैया भी जोरों से मूठ मार रहे थे ..उनकी हाथ चलाने की आवाज़ और लंबी लंबी सांस फोन पर साफ साफ सुनाई दे रही थी ....
" दामिनी ..दामिनी मेरी दामिनी ....उफ़फ्फ़ दामिनी ....दामिनी ..दामिनी ......मेरी रानी ..मेरी जान ....आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह "
"हाँ .. हाँ हाँ मेरे राजा भैया ..मेरा नाम लेते रहो ना प्लज़्ज़्ज़ ..उफफफ्फ़ भैया ..मेरा नाम लेते रहो ...आआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह .."
' दामिनी ..दमम्मो ....मेरी जानू ..मेरी राअनी ..उहह दामीणिूऊऊऊऊऊओ ...दामीनिू हाआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ..."
और उसके बाद सिर्फ़ उनके हाँफने की आवाज़ आ रही थी ......मैं भी भैया के हाँफने की आवाज़ से और उनका मेरे नाम लेने से मस्ती की चरम सीमा में पहुँच गयी थी और झडने लगी ....उंगलियाँ जोरों से दौड़ रही थी चूत की फाँक के बीच ..मेरी चूतड़ उछल रही थी ...पानी लगातार छूट रहा था.
थोड़ी देर तक दोनों एक दूसरे की हाँफने की आवाज़ सुनते रहे ...
फिर भैया की सुस्त आवाज़ आई , उनका झड़ना ख़त्म हो गया था शायद .." दामिनी ..रात की बात से मैं अभी तक एग्ज़ाइटेड था ..तुम से बातें कर अब शांत हुआ ..मैने ई-मैल में पूरा डीटेल लीख दिया है मेरी रानी ..पढ़ लेना ...उफ़फ्फ़ कितनी मस्त थी ...मम्मी कितनी जवान थी कल रात...."
"हाँ भैया ..मैं भी तो मरी जा रही हूँ मम्मी और तुम्हारी सुहागरात की कहानी जान ने को...बस मैं अभी अपनी चूत साफ कर कम्प्यूटर ऑन करती हूँ ..तुम अब मम्मी का ख़याल करो ..ओके ..?? मुआहह " मैने लंबी किस देते हुए फोन रख दिया ..
बाथरूम गयी , चूत को अच्छी तरह साफ किया और वापस आ कर कंप्यूटर ऑन किया और पढ्ने लगी भैया का ई-मैल ..उफफफफफ्फ़ ..क्या डीटेल था ....
भैया का वर्णन क्या वर्णन था .जैसे उन्होने अपना पूरा दिल खोल शब्दों में उतार दिया ..उन्होने इस तरह लीखा था जैसे मैं उनके सामने बैठी हूँ और वो मुझ से बातें कर रहें हो ..पूरा पढ्ने के बाद मैं मम्मी की तारीफ किए बिना रह नहीं सकी ...उफफफफफ्फ़ क्या रूप धारण किया था उन्होने ..जैसे स्वर्ग से धरती पर उतर आई कोई अप्सरा ..मैं भैया के ई-मैल को जैसे के तैसा डाल रही हूँ ..उनके ही शब्दों में ...
भैया का ई-मैल
दामिनी क्या बताऊं मेरी रानी ..मैने तुम्हें बताया था ना जब से हमारी वीडियो चॅट ख़त्म हुई ..मम्मी ने अपनी चूत में ताला लगा दिया ...मुझे छूने तक नहीं देती ..मेरा बुरा हाल था दामिनी ..और मुझे उन्होने मूठ मारने से भी मना कर दिया था
" अपना पूरा माल आज रात के लिए बचा के रख अभी ...ज़रा सब्र से काम ले ना......साबरा का फल मीठा होता है ..' बार बार मुझे चेतावनी दे रहीं थी मम्मी " देख मैं थोड़ी देर के लिए बाहर जा रही हूँ ..बिल्कुल अपने पॅंट से हाथ अलग रखना ....वरना मुझ से बुरा कोई नहीं होगा ..."
"उफ्फ मम्मी तुम भी ना .....ना तो खूद कुछ करती हो ना मुझे करने देती हो ...." और मेरा हाथ मेरे लौडे पर अपने आप चला गया.
मम्मी ने फ़ौरन अपने हाथ से मेरे हाथ झटक दिए " अलग ..अलग ...चल अलग कर अपना हाथ ...मैं थोड़ी देर के लिए डॉक्टर. पायल का यहाँ जा रही हूँ ...तब तक एकदम शांत ....तेरे लिए चाइ रखी है पी लेना ..और थोड़ा आराम कर लो ..रात भर जागना है ..." और मम्मी ने बड़े ही सेक्सी ढंग से मेरी ओर मुस्कुराते हुए देखा और बाहर निकल गयीं ..आज तो मम्मी बिल्कुल जवानी की जोश में थी ..
मैं इंतेज़ार कर रहा था उनका ...काफ़ी देर हो गये थे मम्मी को गये करीब 2 घंटे बाद वो हाथ में एक बॅग लिए आईं...उनके चेहरे पर फिर वोई सेक्सी मुस्कुराहट थी ..
" उफफफफ्फ़ मम्मी आप ने कितनी देर लगा दी ..और ये आप के हाथ में क्या है ..??" मैने उन्हें गले लगाते हुए कहा.........ऊवू दामिनी क्या बताऊं ..कितनी मदमस्त थी पायल आंटी के यहाँ से आने के बाद ..पूरा शरीर कितना चिकना था ..चेहरा खीला हुआ , चमकता हुआ , और एक खुश्बू उनके पूरे बदन से आ रही थी ..मन किया उन्हें वहीं पटक के चोद दूं ..
मम्मी भी आज दुल्हन बनी थी उन्होने मुझे अलग किया '" अरे दूल्हे राजा ..बस थोड़ा इंतेज़ार और कर लो ना ..फिर तो मैं तेरी और तू मेरा ...दुल्हन को सजने तो दो ना ...."
" हाईईईईईईईईईईईईईईईई ..मैं पागल हो जाऊँगा मेरी दुल्हन रानी...और कितना इंतेज़ार ..???"
" बस कुछ देर और मेरे राजा ...कुछ देर और ....." उन्होने मेरे चेहरे को अपने हाथों में लेते हुए मेरे होंठ चूम लिए और अपने बेड रूम के अंदर जाते हुए कहा " तू भी तैयार हो जा ...मैं थोड़ी देर बाद दरवाज़ा खोलूँगी तुम अंदर आ जाना .." और खट्ट दरवाज़ा बंद हो गया ...
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