RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
मनोहर ने सुधा को इस बार चीखने का मोका नही दिया और उसके होंठो को अपने मुँह में भर लिया अब मनोहर धीरे धीरे सुधा के बोबो को दबाने लगा और उसके होंठो को चूमने लगा लेकिन उसने अपने लंड को सुधा की चूत में गहराई तक ठुसे रखा,
आख़िर कार सुधा से रहा नही गया और उसने पापा के होंठो से अपने होंठो को छुड़ाते हुए कहा पापा लंड थोड़ा बाहर तो कीजिए ना मेरी जान निकली जा रही है तब मनोहर ने धीरे धीरे लंड को आगे पिछे करना शुरू कर दिया अब वह सुधा के बोबो को खूब कस कस कर मसल्ते हुए लंड के धक्के सुधा की चूत में देने लगा, अब सुधा भी सहयोग करने लगी थी आख़िर सुधा पहले से ही परिपक्व तो थी ही उपर से मनोहर इतना अनुभवी था कि उसने सुधा को ज़्यादा तकलीफ़ भी नही होने दी और उसकी चूत का उद्घाटन भी कर दिया था ,
अब मनोहर कुछ तेज तेज धक्के मारने लगा, सुधा आनद से पागल हुई जा रही थी और उसने अपनी जांघे और भी फैला ली थी और मनोहर की ओर अपनी गान्ड उछाल उछाल कर लंड ले रही थी, उधर सोनू इस सीन को देख कर मन ही मन खुस हो रही थी और उसकी चूत से अब तक दो बार पानी छूट चुका था, उधर सुधा की चूत में मनोहर तबड तोड़ धक्के मार रहा था और उसके मोटेमोटे दूध को कस कस कर दबा रहा था सुधा पूरे जोश में आ चुकी थी और खूब गान्ड उछाल उछाल कर लंड लेते हुए कह रही थी ओह पापा और मारिए खूब चोदिये कस कस कर मारिए आहह आहह सी,....................ओह माँ मर गई पापा आहह आहह सीईईईईईईईईईईईईईईईई. अब मनोहर उसके उपर से उठ कर अपने पैरो के पंजो पर बैठ गया और उसकी मोटी जाँघो को दोनो हाथो से थाम लिया और उसकी गान्ड्को और उपर उभार दिया और अब मनोहर पूरी ताक़त से अपनी बेटी की चूत ठोकने लगा और पूरे रूम में थप थप ठप थप की आवाज़े आने लगी मनोहर सटा सॅट लंड पेल रहा था और सुधा की गान्ड के छेद में मनोहर के पाव पाव भर के आंड खूब टकरा रहे थे अब मनोहर थपक थपक की आवाज़ के साथ खूब कस कस कर सुधा को ठोंक रहा था. अब सुधा पिघलने लगी थी और मनोहर को कहने लगी पापा मुझे अपने बदन से चिपका लीजिए आह आह आह ओह, मनोहर उसकी स्थिति भाँप गया और वह सुधा के उपर लेट गया और अपने दोनो हाथो को सुधा के चुतड़ों के नीचे लेजा कर उसके चुतड़ों को अपनी हथेलियो में भर लिया और उसकी चूत को कस कर अपने लंड से चिपका कर अब तबाद तोड़ धक्के मारने लगा
उसके धक्को की रफ़्तार इतनी तेज थी कि उसने 10 सेकेंड में कम से कम 25-30 धक्के मारे और फिर सुधा की पूरी गान्ड को अपनी ओर दबा कर लंड को उसकी चूत में पूरी ताक़त से दबा दिया और सुधा आह आह करते हुए पानी छोड़ने लगी और मनोहर का रस भी उसकी चूत में गहराई तक चला गया, मनोहर का लंड जब तक रस छोड़ता रहा मनोहर उसकी बुर को लंड से दबाए पड़ा रहा,
उनकी यह पोज़िशन देख कर सोनू खूब चुदासी हो गई थी, कुछ देर तक मनोहर सुधा के उपर पड़ा रहा उसके बाद सुधा ने मनोहर को हटने का इशारा किया और मनोहर उठ कर दूसरी ओर बैठ गया, करीब 5 मिनिट तक मनोहर सुधा की गान्ड को सहलाता रहा और फिर मनोहर ने नारियल तेल लिया और सुधा की गान्ड में लगाने लगा तो सुधा एक दम से उठ बैठी और कहने लगी पापा अब हो गया ना,
तब मनोहर ने कहा बेटी अभी तो मैं तेरे इन मोटे मोटे चुतड़ों को भी फाड़ुँगा,
तब सुधा ने कहा पापा आपका बहुत मोटा है मेरी गान्ड फट जाएगी, तब मनोहर ने कहा बेटी एक दो बार तूने मुझसे गान्ड मरवा ली ना तो फिर देखना तू खुद हर दूसरे रोज मुझसे आकर अपनी गान्ड खूब तबीयत से मरवाएगी, तब सुधा ने हँसते हुए कहा पापा मैं तो पहले से ही जानती थी कि आप मेरी गान्ड मारना चाहते है,
मनोहर : वो कैसे
सुधा : आपकी नज़रे जो हमेशा मेरे चुतड़ों पर ही लगी रहती थी,
मनोहर : सच कह रही है बेटी तेरे मतवाले गदराए चुतड़ों को देखते ही लंड खड़ा हो जाता है आज में तेरी गान्ड खूब तबीयत से मारूँगा, बोल मरवाएगी ना अपने पापा से अपनी गदराई मोटी गान्ड
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