RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
मनोहर तो दोनो मस्तानी रंडियो की मादक गंध और गर्मी पाकर पागल हुआ जा रहा था उधर सुधा की मोटी जाँघो पर पापा के हाथों के दबाव से सुधा की चूत भी फूल कर कुप्पा हो गई थी और चिकनाहट छोड़ने लगी थी और सोनू की बुर की फांके फड़फड़ाने लगी थी तभी सुधा खिलखिला कर हँसते हुए कहने लगी पापा मुझे तो बहुत डर लग रहा है तब मनोहर ने कहा बेटी आ मेरे पास आ जा और मनोहर ने सुधा के गले में हाथ डाल लिया और उसके पंजो में साइड से सुधा के मोटे मोटे बोबे आ गये और वह उन्हे हल्के हल्के मसल्ने लगा,
दूसरी और नीलम और रोहित भीड़ को चीरते हुए नीचे लगी दुकानो पर पहुच गये और नीलम झुक कर चीज़े देखने लगी भीड़ इतनी ज़्यादा थी कि निकालने वाले लोग जानबूझ कर नीलम की झुकी हुई गुदाज मोटी भारी गान्ड देखते और हाथ फेर कर निकल जाते रोहित पास में खड़ा देख रहा था कि उसकी मम्मी की मोटी गदराई गान्ड को कैसे लोग सहला सहला कर निकल रहे है और मम्मी उस सब पर कोई ध्यान ना देते हुए झुके झुके समान के भाव पूछ रही है तभी दो लोंडे आए और उनमे से एक ने नीलम की गान्ड को पास में खड़े होकर बड़े प्यार से सहलाया तो उसके हाथ में नीलम की चूत वाला फूला हुआ हिस्सा भी महसूस हो गया और उस लोंडे ने अपने लंड को नीलम की गान्ड से सटा दिया और मुँह उठा कर समान के भाव पूछने लगा रोहित ने जब यह देखा कि उसकी मम्मी की मोटी गान्ड से कैसे उस लोंडे ने लंड का दबाव दिया है तब रोहित का लंड भी पॅंट में कुलबुलाने लगा, कुछ देर में उस लोंडे के साथी ने कहा जब अब आगे चलते है तब दूसरे ने कहा क्या गजब का माल है यार उसकी गुदाज गान्ड तो बहुत भारी है और रंडी ने पैंटी भी नही पहनी है, यह बात उसने अपने दोस्त से धीरे से कही लेकिन उन्हे यह नही पता था कि पास में उस औरत का बेटा उनकी बाते सुन रहा है, तब दूसरे लोंडे ने कहा तुझे कैसे पता उसने पैंटी नही पहनी है तब उस लोंडे ने कहा अभी मैने उसकी गान्ड और चूत को सहला कर देखा तो उसकी उभरी हुई पूरी चूत मेरे हाथ में आ गई, लगता है साली खूब बड़ी वाली रंडी है मैने उसकी चूत खूब कस कर दबाई लेकिन उसने पलट कर भी नही देखा तब दूसरे दोस्त ने कहा अब चल यार तू मरवाएगा कोई देख ना ले, और वह उसे खिचता हुआ आगे बढ़ गया,
रोहित खड़ा खड़ा सोचने लगा मम्मी तो वाकई पक्की रंडी है उस लोंडे ने उनकी पूरी चूत मुट्ठी में भर कर मसल दिया लेकिन मम्मी ने पलट कर भी नही देखा और वह कह रहा था कि मम्मी ने पैंटी भी नही पहनी है, रोहित बराबर अपनी मम्मी की उठी हुई गुदाज मोटी गान्ड को देख रहा था और फिर हिम्मत करके वह मम्मी की मोटी गान्ड पर हाथ रख कर हल्के हल्के दबाने लगा और जब उसका हाथ थोडा नीचे अपनी मम्मी की चूत पर गया तो मम्मी की फूली चूत का साइज़ महसूस करके उसका लंड झटके देने लगा तभी वहाँ भीड़ दुकान पर कुछ ज़्यादा ही बढ़ गई हाथ को हाथ नज़र नही आ रहा था रोहित का हाथ बराबर अपनी मम्मी की पूरी चूत को सहला रहा था और एक दम बढ़ती हुई भीड़ देख कर रोहित से रहा नही गया और उसने अपनी मम्मी की पूरी चूत को अपनी मुट्ठी में भर कर कस कर दबोच लिया और फिर एक दम से हाथ हटा लिया लेकिन रोहित को यह देख कर घोर आश्चर्य हुआ कि नीलम ने एक बार भी पलट कर नही देखा और झुकी हुई समान देखती रही, रोहित का होसला बढ़ गया और उसने मन में सोचा कि मुझे तो आज पता चला कि मेरी मम्मी कितनी बड़ी रंडी है बहन्चोद खड़ी खड़ी अपनी मस्त चूत इतनी कस कस कर मसलवा रही है ज़रूर इसे खूब मज़ा आ रहा होगा तभी तो अपनी मोटी गान्ड उठाए मज़ा ले रही है और रोहित ने फिर से अपनी मम्मी की चूत को अपनी मुट्ठी में भर कर दबोच लिया और इस बार उसने हाथ जल्दी नही हटाया बल्कि अपनी मम्मी की चूत को खूब अच्छे से सहलाते और दबाते हुए जब चूत की फांको को उंगली से कुरेदा तो रोहित दंग रह गया उसकी मम्मी की चूत से खूब पानी छूट रहा था और उसकी लेग्गी गीली हो गई थी
रोहित के हाथ हल्के हल्के कांप भी रहे थे लेकिन भीड़ के चलते उसे ज़्यादा डर नही लग रहा था जब उसने हाथ को चूत से वापस गान्ड की गहरी दरार में लेकर आया तो अचानक उसकी बीच वाली उंगली लेग्गी के उस प्लेस पर चली गई जहाँ लेग्गी में छेद था और रोहित की उंगली उस छेद में घुसगई और जब रोहित की उंगली से उसकी मम्मी की गरम गुदा का छेद टच हुआ तो रोहित गन्गना उठा और वही नीलम के पेर काँपने लगे, लेकिन नीलम टस से मस नही हुई और रोहित ने हिम्मत करके उंगली को थोड़ा दबाया और उसकी उंगली का नाख़ून तक का हिस्सा गप्प से उसकी मम्मी की गुदाज मोटी गान्ड में उतर गया और रोहित अपनी मम्मी की मोटी गान्ड की गुदा की टाइटनेस्स्स को महसूस करके पागल हो रहा था, उधर नीलम का चेहरा रेड हो गया था लेकिन वह वही जमी रही लेकिन झुके झुके उसकी टाँगे दुखने लगी थी और वह एक दम से सीधी हो गई और रोहित ने बड़ी फुर्ती से अपनी उंगली निकाल ली तब नीलम नेमुसकुराते हुए रोहित की ओर देखा और कहा बेटे तुझे कुछ लेना हो तो ले ले , तब रोहित ने कहा मम्मी आप ले लो में बाद में दूसरी दुकान से कुछ खरिदुन्गा उसकी बात सुन कर नीलम थोड़ा दूसरे समान की ओर चली और दुकानदार को लिए गये समान का पैसा देने लगी इसी मोके का फ़ायदा उठाते हुए रोहित ने जब अपनी उस उंगली को सूँघा तो उसके लंड ने एक ज़ोर का झटका मार दिया रोहित अपनी मम्मी की मोटी गदराई गान्ड की मादक गंध सूंघ कर मस्त हो गया था,
अभी नीलम उस दुकान से आगे बढ़ कर एक दूसरी दुकान पर पहुच गई जहाँ घरेलू किचन सेट बिक रहा था और वह वहाँ फिर से अपनी मोटी गान्ड जैसे ही झुका कर समान देखने लगी एक बुढ्ढा अपने हाथ से उसके चुतड़ों को थपकी मारते हुए पास से निकल गया और रोहित उसे देखता ही रह गया वहाँ भी भीड़ काफ़ी थी और रोहित ने अपने हाथ से नीलम की गान्ड पर धीरे से हाथ फेरा और फिर से अपनी उंगली को उसी लेग्गी के छेद में डाला और हाल से दबाया तो उसकी नाख़ून तक की उंगली फिर से उसकी मम्मी की गुदाज गान्ड में घुस गई रोहित ने कुछ देर उंगली डाले रखा फिर धीरे से उंगली निकाल कर उसने इधर उधर देखते हुए उंगली को अपने मुँह में डाल कर उसे पूरा थूक से गीला किया और फिर उंगली को हल्के से उसी छेद में जैसे ही डाला इस बार उसकी आधी उंगली उसकी मम्मी की गान्ड की गुदा में समा गई और नीलम के मुँह से एक हल्की सी सिसकारी निकल गई, रोहित तो पागल हुआ जा रहा था क्यो कि जैसे ही उसकी उंगली उसकी मम्मी की गान्ड की गुदा में आधी घुसी नीलम ने अपनी गुदा को कस कर सिकोड लिया और रोहित की उंगली पर जब उसकी मम्मी की मोटी गदराई गान्ड की गुदा का कसाव महसूस हुआ तो वह मस्त हो गया और उंगली को वैसे ही अपनी मम्मी की गान्ड में फसे रहने दिया कुछ देर बाद नीलम ने अपनी गुदा को वापस ढीली छोड़ा तो रोहित ने अपनी उंगली को थोड़ा और आगे सरका दिया और उसकी उंगली आधे से ज़्यादा उसकी मम्मी की गुदाज गान्ड में घुस गई और नीलम ने फिर से अपनी गुदा को खूब ज़ोर से कस लिया, रोहित का लंड तो ऐसा लग रहा था मानो फट जाएगा, और नीलम को इतना मज़ा आ रहा था कि वह चूत से पानी ही पानी छोड़ रही थी,
लेकिन नीलम के मन में यह सवाल भी खड़ा हो रहा था कि उसकी मोटी गान्ड में उंगली कोई और कर रहा है या फिर उसका अपना बेटा रोहित, उसने एक झटके से सीधे होते हुए रोहित की ओर देखा और रोहित की उंगली नीलम की मोटी गान्ड में फसि ही रह गई और रोहित की गान्ड फट गई अब नीलम गान्ड को कस कर सिकोडे हुए रोहित से कहने लगी बेटे यह किचन सेट कैसा है और रोहित घबराते हुए कहने लगा बहुत अच्छा है मम्मी लेकिन रोहित अपनी उंगली निकालने की पोज़िशन में नही था और नीलम ने मुस्कुराते हुए कहा ठीक है फिर ले लूँ यह किचन सेट तब रोहित ने कहा जी मम्मी और नीलम ने जैसे ही दुकान दार की ओर देखा रोहित ने ताक़त लगा कर सट से उंगली जैसे ही बाहर खींची नीलम के मुँह से आह निकल गई, और रोहित की जान में जान आई, नीलम यह जान चुकी थी कि उसका अपना बेटा उसकी मोटी गान्ड में गहराई तक उंगली भर कर मज़े ले रहा है और वह मन ही मन बहुत खुस थी, उधर रोहित भी समझ गया था कि मम्मी जान चुकी है कि उसकी मोटी गान्ड में उसी की उंगली थी लेकिन रंडी नाटक कैसे कर रही है जैसे उसे पता ही ना हो फिर भी रोहित कॉन्फिडेंट नही था कि उसकी मम्मी यह जान चुकी है कि वो ही उसकी गान्ड में उंगली कर रहा था, भीड़ बहुत थी तो रोहित ने सोचा उसकी मम्मी ने उसके हाथ की ओर तो देखा नही इसलिए कह नही सकते हो सकता है उसकी मम्मी दूसरे का हाथ अपनी मोटी गान्ड में सोच रही हो,
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