11-17-2018, 12:28 AM,
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RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
नीलम ने जब पिक्स देखे तो रोहित के गालो को अपने रसीले लिपस्टिक से सने होंठो से चूम लिया और कहने लगी तू तो बहुत अच्छी फोटोग्राफी करता है, मैं तो तेरी पिक्स में सेक्सी नज़र आने लगी हूँ, तब रोहित ने कहा मम्मी आप तो वैसे ही सुंदर और सेक्सी लगती हो फोटो में क्या
नीलम : रोहित के पास सट कर खड़ी थी और कहने लगी एक तू है जो मेरी तारीफ करता है जबकि तेरे पापा ने तो कभी मुझे सुंदर और सेक्सी नही कहा
रोहित : मम्मी पापा आपको गौर से देखते नही होंगे इसलिए उन्हे आप सुंदर नही लगी होगी
नीलम : अच्छा तो तू मुझे क्या गौर से देखता है
रोहित : मम्मी सच कहूँ तो आप सुधा और सोनू दोनो से बहुत ज़्यादा सुंदर है
नीलम : मुस्कुराते हुए बस बस अपनी मम्मी की इतनी तारीफ भी ना कर कि में पागल हो जाउ आ तुझे अपने सीने से लगा लूँ कितने दिनो से मैने अपने बच्चे को प्यार से सीने से भी नही लगाया और नीलम ने रोहित को अपनी बाँहो में भर लिया, रोहित तो जैसे पागल हो जाएगा वह अपनी मम्मी के मोटे मोटे दूध में मुँह दबाए उसकी बाँहो में समा गया और उसके हाथ जब अपनी मम्मी की गुदाज मोटी भारी गान्ड पर गये तो वह मस्त हो गया और नीलम भी रोहित के गालो को चूमते हुए कहने लगी, कभी कभी बेटे अपनी मम्मी की गोद में भी बैठ जाया कर, जब से तेरी शादी की है तू मुझसे बहुत दूर दूर रहने लगा है, रोहित ने कहा सॉरी मम्मी आगे से आपको यह शिकायत नही रहेगी पर मम्मी अब में इतना बड़ा हो गया हूँ कि आपकी गोद में कैसे बैठूँगा.
नीलम : मुस्कुराते हुए अच्छा अगर ज़्यादा ही बड़ा हो गया है तो अपनी मम्मी को ही अपनी गोद में बैठा लिया कर, नीलम ने रोहित के मुँह को अपने मोटे मोटे खरबूजो की तरह पके दूधो से दबाते हुए कहा
तब रोहित ने कहा, मम्मी में तो आपको गोद में बैठा लूँ पर आप बैठेंगी थोड़े ही,
नीलम : पगले में इतनी मोटी हो गई हूँ कि तेरी गोद में समा ही नही पाउन्गी,
रोहित : अरे मम्मी लोग तो आपसे भी मोटी मोटी औरतो को अपनी गोद में बैठा लेते है
नीलम : मुस्कुराते हुए पगले वह अपनी बीबी को अपनी गोद में बैठाते होंगे अपनी मम्मी को थोड़े ही
रोहित : नही मम्मी कई लोग तो अपनी मम्मी को गोद में बैठा भी लेते है और गोद में उठा भी लेते है
नीलम : अच्छा तूने किसको देख लिया अपनी मम्मी को गोद में उठाते हुए
रोहित : मम्मी मेरा दोस्त शेखर है एक दिन में उसके घर गया तो वह अपनी मम्मी को गोद में उठाए था, रोहित अपनी मम्मी के भारी चुतड़ों को दोनो हाथों से सहलाते हुए कह रहा था
नीलम : और क्या कर रहा था तेरा दोस्त अपनी मम्मी को गोद में उठा कर
रोहित :मुस्कुरा कर कहने लगा मम्मी में अब आपसे कैसे कहूँ मुझे शरम आ रही है
नीलम : रोहित को अपने से हटा कर उसका हाथ पकड़ कर सोफे में जाकर बैठ जाती है और उससे कहती है पगले तू बहुत पागल है आज कल बेटे तो अपनी मम्मी से सब बात कर लेते है और तू लड़कियो की तरह शर्मा रहा है पूरी बात बता ना, तू कुछ छुपा रहा है ना मुझसे
रोहित : अपनी मम्मी के गहरे गले से झाँकते गोरे गोरे दूध देखता हुआ कहने लगा मम्मी आपको अच्छा नही लगेगा, मत पूछिए ना
नीलम : मंद मंद मुस्कुरकर आँखे दिखाते हुए कहने लगी सीधे सीधे बताता है कि नही, पगले अपनी मम्मी से शरमा रहा है मुझे कुछ बुरा नही लगेगा में सब जानती हूँ आज कल के बेटो को,
रोहित : मम्मी में जब शेखर के घर गया तो उसका गेट खुला हुआ था और उसने अपनी मम्मी को गोद में उठा रखा था उसकी मम्मी मुस्कुरा रही थी फिर शेखर अपनी मम्मी की नाभि को अपनी जीभ से चाटने लगा
नीलम : और क्या कर रहा था
रोहित : बस मम्मी मैने उसे अपनी मम्मी की नाभि चाटते हुए देखा था
नीलम : पगले इसमे इतना क्यो सोच रहा था यह तो नॉर्मल सी बात है उसे अच्छी लगती होगी अपनी मम्मी की गहरी नाभि तो उसने चूम लिया होगा
रोहित : हाँ मम्मी लेकिन मुझे अजीब लगा तो में वहाँ से वापस आ गया
नीलम : मुस्कुराते हुए कहने लगी तू बहुत भोला है, खेर तुझे अच्छी नही लगती अपनी मम्मी की गहरी नाभि और नीलम ने अपने पेट से साड़ी हटाते हुए जब अपने गुदाज उठे हुए गदराए पेट और गहरी नाभि को रोहित को दिखाया तो वह देखता ही रह गया और उसके शॉर्ट में उसका मोटा लंड खड़ा हो गया था
नीलम : रोहित को देखते हुए कहने लगी तूने देखी थी उसकी मम्मी की नाभि
रोहित : हाँ मैने तो कई बार देखा है उसकी मम्मी हमेशा नाभि के नीचे ही साड़ी पहनती है
नीलम ; अच्छा तो बता मेरी नाभि ज़्यादा अच्छी लगती है या तेरे दोस्त की मम्मी की
रोहित : अपनी मम्मी के गुदाज उठे हुए पेट पर हाथ फेरता हुआ कहने लगा मम्मी आपकी गहरी नाभि और पेट के आगे तो उसकी मम्मी की नाभि कुछ भी नही है, आपका पेट तो बहुत अच्छा लगता है मुझे, और फिर रोहित ने अपनी मम्मी की गहरी नाभि में उंगली डालते हुए सहलाया
नीलम : अच्छा वह अपनी मम्मी की नाभि कैसे चूम रहा था ज़रा चूम कर दिखा
रोहित : पहले आप मेरे सामने खड़ी तो हो जाओ और मैं सोफे पर बैठ कर चूमता हूँ, रोहित ने नज़र बचा कर अपने खड़े लंड को पाजामे के उपर से मसला पर नीलम बड़ी चालाक थी उसने रोहित को अपना लंड मसल्ते हुए तिरछी निगाहो से देख लिया था,उसके टॅंट बने उभार को देख कर नीलम की बुर भी मचलने लगी थी वह मुस्कुराते हुए खड़ी हो गई और अपने पेडू से साड़ी को और भी नीचे करके जब उसने अपना उभरा पेट अपने बेटे के सामने किया तब रोहित ने अपनी मम्मी की गुदाज मोटी गान्ड पर अपने दोनो हाथो को कसता हुआ अपनी मम्मी के उभरे गोरे गोरे मखमली पेट और गहरी नाभि पर एक गहरा चुंबन दिया तो नीलम के मुँह से आह निकल गई और वह कहने लगी ओह रोहित कितना अच्छा लगा जब तूने चूमा तो, इसीलिए तो तेरे दोस्त की मम्मी अपने बेटे से अपनी नाभि चुस्वा रही थी.
रोहित : सच मम्मी मुझे भी आपकी नाभि को चूमने में बहुत अच्छा लगा इसीलिए शेखर अपनी मम्मी के उभरे हुए पेट को चूम रहा होगा
नीलम : बेटे और चूम ना बड़ी अच्छी गुदगुदी होती है, नीलम का कहना था कि रोहित ने अपनी मम्मी के भारी भरकम चुतड़ों को कस कर पकड़ते हुए पागलो की तरह अपनी मम्मी के उभरे हुए गदराए पेट और गहरी नाभि को चूमने लगा, नीलम बड़े प्यार से अपने बेटे के सर पर हाथ फेर रही थी और कह रही थी ओह रोहित शाबाश बेटे बहुत अच्छा लग रहा है , नीलम के मुँह से यह बात सुनते ही रोहित ने अपनी जीभ से अपनी मम्मी के नाभि के छेद को चाटने लगा और अपने हाथ से अपनी मम्मी की मोटी गदराई गान्ड को हल्के हल्के दबोचने लगा, वह अपनी मम्मी की पूरी गान्ड पर हाथ फेर कर उसकी चौड़ाई और मोटाई का जायज़ा ले रहा था और जब उसे अपनी मम्मी की गुदाज मोटी गान्ड के गदरायेपन का एहसास हुआ तो वह पागलो की तरह अपनी मम्मी की गान्ड को सहलाते हुए उसके उभरे पेट को चूमने और चाटने लगा और उसकी मम्मी उसके बालो में हाथ फेरते हुए आ रोहित वेरी गुड बेटे ऐसे ही चुमो चाटो बहुत अच्छा लग रहा है मुझे शाबाश बेटे .
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