RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
कुछ ही देर हुई थी कि नीलम की चूत फुदकने लगी उसे उंगली से अपनी गान्ड मरवाने में असीम आनंद की प्राप्ति हो रही थी वह पागल हुई जा रही थी और फिर उसकी चूत जैसे ही मूतने के करीब पहुचि बस के ब्रेक ज़ोर से लगे और उस लड़के के किसी दोस्त ने उसे आवाज़ दी ओये अमन चल स्टॉप आ गया और नीलम के कान में जब यह आवाज़ गई तभी उसकी गान्ड से सट से दोनो उंगलिया बाहर हो गई, नीलम गहरी साँसे लेती हुई खड़ी रह गई और बस फिर चल पड़ी, तब जाकर नीलम ने आँखे खोल कर अपने पीछे देखा जहाँ अब काफ़ी जगह हो चुकी थी और वह उस लड़के की शकल भी नही देख पाई जिसने आज खड़े खड़े बस में ही उसकी गान्ड तबीयत से अपनी उंगलियो से मारी थी, उसके पास सोनू भी आ चुकी थी और सोनू ने धीरे से पास आकर पूछा मम्मी आप ठीक तो है
नीलम ने सोनू की बात का जवाब मुस्कुरा कर दिया और उसके चेहरे की लाली बता रही थी कि उसे बहुत ज़्यादा मज़ा आया था फिर भी सोनू ने छेड़ते हुए पूछा मम्मी क्या खूब मज़ा आया था, तब नीलम ने फिर एक स्माइल दी और एक बार फिर बस के ब्रेक जोरो से लगे और नीलम ने कहा मम्मी यही उतरते है यह सबसे ज़्यादा भीड़ वाला इलाक़ा है यहाँ कपड़े भी बड़े अच्छे मिलते है और सब्जिया भी यहीं से मिल जाएगी,
दोनो उतर कर मार्केट में चलने लगी, नीलम चलते चलते अपने हाथ से अपनी गान्ड के क्रॅक को सहला रही थी तब सोनू की नज़र पड़ी और उसने पूछा क्या हुआ मम्मी कुछ प्राब्लम है क्या
नीलम बताने में शरमा रही थी तब सोनू ने बोला बोलिए ना मम्मी क्या बात है
नीलम : बहू किसी ने मेरी लेग्गी में पीछे से छेद कर दिया है यह सुनते ही सोनू का मुँह खुला का खुला ही रह गया और उसने पीछे देखा तो सचमुच नीलम की गान्ड के क्रॅक वाले हिस्से पर दो उंगलियो के बराबर छेद था, सोनू ने मुस्कुराते हुए कहा कोई बात नही मम्मी छेद ज़्यादा बड़ा नही है बड़े गौर से देखने पर ही नज़र आता है ऐसे नज़र नही आ रहा है पर यह छेद हुआ कैसे, सोनू की आँखो में शरारत थी, नीलम ने भी मुस्कुराते हुए सोनू के गालो को खिचते हुए कहा सब तेरे कारण हुआ है, सोनू ने कहा मेरे कारण क्यो, तब नीलम ने कहा तू ही मुझे मज़े कराने लाई थी ना अब देख किसी ने मेरी लेग्गी फाड़ कर अपनी दो दो उंगलिया मेरी गान्ड में पेल दी और तबीयत से मेरी गान्ड मारी अभी तक उसकी मोटी उंगलियो का एहसास हो रहा है मुझे,
सोनू नीलम की बात सुन कर उसका गाल चूम लेती है और कहती है मैं तो पहले ही समझ गई थी मम्मी की आपको बस में बहुत मज़ा आया है,
नीलम ने हँसते हुए कहा तूने भी तो मज़े किए है कैसे वह बुढ्ढा तेरी मोटी गान्ड में लंड चुबा रहा था, तेरा भी पानी छुट गया होगा ना, तब सोनू ने हँसते हुए कहा इसका मतलब आपका पानी भी छूट गया था और फिर दोनो खिलखिला कर हँस पड़ी और एक गारमेंट्स की दुकान में चली गई,
सोनू : मम्मी आप को कुछ कपड़े लेना है क्या
नीलम : में सोच रही हूँ बढ़िया सी पैंटी तेरे लिए और सुधा के लिए ले लूँ
सोनू : पर मेरे पास तो पैंटी है
नीलम : अरे वो तो ठीक है पर तू नही जानती आज तेरे पापा ने तेरी और सुधा की पैंटी जब में कपड़े आल्मिरा में रख रही थी तब देखी और कहने लगे इस तरह की लेस वाली स्पेशल पैंटी किसकी है
सोनू : अपने मुँह पर हाथ रख कर हे राम फिर
नीलम : सोनू के मुँह के एक्सप्रेशन देख कर खुश होती हुई कहने लगी फिर क्या मैने उन्हे बताया कि यह पिंक वाली सुधा की है और यह वाइट वाली बहू की तब कहने लगे मेरी बहू और बेटी के लिए इतनी सस्ते कपड़े लेकर आती हूँ उन्हे अच्छी इंपॉर्टेंट पैंटी दिलवा दो पैसे मुझसे ले लिया करो, आख़िर में कमाता किसके लिए हूँ
सोनू : मम्मी आप भी ना आपने पापा को क्यो बताया कि वह मेरी पैंटी है मुझे कितनी शरम आएगी उनके सामने
नीलम : अरे इसमे शरमाने की क्या बात है आज कल तो सब माँ बाप जानते है कि उनकी बहू और बेटी किस रंग की और कैसी ब्रा और पैंटी पहनती है, वैसे भी तुझे कौन सा अपने पापा के सामने पैंटी पहन कर जाना है जो तुझे शरम आएगी
सोनू : सकपकाते हुए नही मेरा मतलब वह नही था
नीलम : सोनू के चेहरे को पढ़ते हुए समझ रही थी कि बहू को मज़ा आ रहा है, तब नीलम ने कहा वैसे तेरे पापा को भी तू कम ना समझ बड़े रंगीन मिज़ाज है और उनके सामने जवान लड़कियो की या तेरी उमर की औरतो की बाते करो तो उनका लंड बड़ा जल्दी खड़ा हो जाता है,
सोनू बनावटी शरमाने का नाटक करते हुए कहने लगी मम्मी अब कम से कम मेरे सामने तो पापा के लंड की बात ना करो
नीलम : क्यो क्या रोहित का लंड खूब मोटा और मस्त है जो तू दूसरे के लंड की बात सुनना ही नही चाहती
सोनू : अरे मम्मी उनका लंड तो बड़ा मस्त और खूब मोटा है जब वह मुझे चोदते है तो जन्नत नज़र आने लगती है, सोनू देख रही थी कि मम्मी जी की आँखे अपने बेटे रोहित के लंड की तारीफ सुन कर चमकने लगी थी इसीलिए सोनू ने मन में कहा तू फिकर ना कर कुतिया एक दिन तेरी मोटी गान्ड में तेरे बेटे का मस्त काला और मोटा लंड ना पेलवाया तो मेरा नाम सोनू नही
नीलम : फिर तो तू उससे रोज चुदवाती होगी
सोनू : हाँ चुदवाती तो हूँ पर वह मेरी गान्ड मारते हुए अक्सर कहते है कि उन्हे बड़ी गान्ड वाली औरते ज़्यादा अच्छी लगती है
नीलम : सोनू को आश्चर्य से देखते हुए, लेकिन बहू तेरी गान्ड कितनी तो मोटी है
सोनू : अरे अब बेटा किसका है उन्हे आपकी गान्ड के बराबर गान्ड वाली औरतो को चोदने का ज़्यादा मन करता है
नीलम : दोनो बाप बेटों का फ्लेवर अलग अलग है
सोनू : वह क्यो
नीलम : तेरे पापा जब मुझे चोदते है तो कहते है उन्हे कोई 20-25 साल की लोंड़िया को चोदने का बड़ा मन करता है और रोहित को बड़ी उमर की औरतो को चोदने का मन करता है
सोनू : मम्मी आज कल ऐसा ही होता है बड़ी उमर के आदमी को जवान अपनी बेटी की उमर की लोंड़िया चोदने के लिए चाहिए और जवान लड़को को अपनी माँ की उमर की औरतो को चोदने का ज़्यादा मन करता है, अब आपका और मेरा ही हाल देख लीजिए आपका मन करता है कि आपको अपने बेटे की उमर के मस्त लंड वाले लोंडे से चुदने को मिले और मेरा मन करता है कि ..................
नीलम : मुस्कुराते हुए... रुक क्यो गई बोल तेरा मन क्या करता है यही ना कि तुझे पापा की उमर का कोई आदमी पूरी नंगी करके खूब तबीयत से चोदे,
सोनू : मुस्कुराते हुए पहले आप बताओ आपका मन रोहित की उमर जितने लड़के से चुदने का करता है ना
नीलम : थोड़ा मुस्कुराते हुए हाँ करता है अब तू बता तेरा मन अपने पापा की उमर के आदमी से चुदने का करता है ना,
तब सोनू ने कहा मम्मी आप सब जानती है फिर क्यो पूछ रही है
नीलम : अच्छा सुन तू बता रही थी कि तेरी आंटी ऐसे ही मार्केट में लोगो से अपनी गान्ड और दूध दबबा कर मज़े लेती थी, लेकिन बहू इतना भर करने से तो तन की आग नही बुझती फिर वह कैसे रहती होगी
सोनू : अब क्या बताऊ मम्मी वह बहुत चुड़क्कड़ औरत थी उसका एक बेटा था शेखर वह उससे अपनी गान्ड और चूत मरावाती थी.
नीलम : तू सच कह रही है, उसका बेटा अपनी मम्मी को चोद लेता था
सोनू : अरे मम्मी आंटी की मोटी गान्ड बिल्कुल आपकी गान्ड की तरफ मोटी थी और उसका बेटा शेखर भी अपनी मम्मी की मोटी गान्ड का दीवाना था बस फिर क्या था आंटी ताड़ गई कि उसका बेटा शेखर उसकी गान्ड के लिए पागल है और खूब अपनी मम्मी की मोटी गान्ड देख देख कर लंड मसलता है बस फिर आंटी को तो कन्फर्म हो गया कि उसका बेटा उसको चोदना चाहता है और फिर जब आंटी ने एक दिन अपने बेटे के मस्त मोटे और काले लंड को खड़ा देखा तो फिर उनसे रहा नही गया बस तब से शेखर अपनी मम्मी की खूब तबीयत से गान्ड और चूत रोज मारता है,
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