RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
तभी बाहर से सुधा ने आवाज़ लगाई भाभी दो मिनिट यहाँ आओ ना
सोनू : आँखे दिखाते हुए मंद मंद मुस्कुरा कर तुम रूको मैं अभी आकर तुम्हारी खबर लेती हूँ, जब अपनी बहन को ही मसलना है तो मुझसे क्यो शादी की, वो तुम्हारी चाइ रखी है , मैं आकर तुम्हे बताती हूँ और सोनू बाहर निकल गई, उसकी आँखो में और चहेरे की मुस्कान बता रही थी कि वह शरारत के मूड में थी और इसीलिए मुझे परेशान कर रही थी, लेकिन मुझे बहुत मज़ा आया और यह बात वह भी अच्छी तरह जानती थी.सोनू की सुधा से काफ़ी बनती थी क्यो कि सुधा के मॉडर्न मेकप और स्टाइलिश कपड़ो की तारीफ दिल खोल कर केवल सोनू ही करती थी और सुधा का हर बात में साइड लेती थी यही वजह थी कि सुधा सोनू से बहुत खुश रहती थी और उसकी हर बात मानती थी
सुधा : भाभी देखो ज़रा यह शॉर्ट स्कर्ट मुझ पर कैसी लग रही है और यह टॉप
सोनू : सुधा के गालो को चूमते हुए हाय ननद रानी कितनी मस्त लग रही हो तुम इस छोटी सी स्कर्ट में और तुम्हारे वॅक्स किए हुए यह गोरी गोरी पिंडलियाँ और सुडोल मोटी जांघे तो किसी को भी पागल कर दे
सुधा : सच भाभी क्या इतनी मस्त दिख रही हूँ मैं
सोनू : अरे पगली अपने भैया के सामने ना चली जाना नही तो वह भी तेरी मोटी मोटी गोरी गोरी जाँघो को देख कर फिसल जाएगे
सुधा : मुस्कुराते हुए तुम भी ना भाभी बहुत मज़ाक करती हो
सोनू : चल अब मैं जाउ कि और कुछ
सुधा : भाभी बस एक काम और
सोनू : बोल ना
सुधा : भाभी भैया को बोल दो प्लीज़ मुझे कॉलेज ड्रॉप कर दें
सोनू : मुस्कुराते हुए, एक शर्त पर
सुधा : वो क्या
सोनू : तू बाइक पर अपने भैया के साथ क्रॉस लेग बैठ कर जाएगी
सुधा : तो इसमे शर्त की बात कहाँ से आ गई वो तो मैं वैसे भी बयके पर क्रॉस लेग ही बैठूँगी मुझे एक ही तरफ दोनो पाँव करके बैठने में डर लगता है
सोनू : चल ठीक है मैं तेरे भैया को बोलती हूँ
दोनो को मैं खिड़की से देख रहा था और सचमुच सुधा की मोटी मोटी गोरी जांघे देख कर मेरा लंड उसकी गुदाज जवानी का रस पीने के लिए मचल रहा था और यह बात सोनू बहुत पहले ही ताड़ गई थी जब मैं सुधा के भारी चुतड़ों को तब घूर रहा था जब वह जीन्स पहन कर मटक मटक कर गार्डन में घूम रही थी और मैं और सोनू बेंच पर बैठे थे चलो बता ही देता हूँ .......वह हुआ यह था कि शाम को अक्सर 6 के बाद मैं, सोनू और सुधा घर के सामने वाले पार्क में जाकर घूमते थे,
पहले तो हम तीनो घूमते रहे फिर मैं बेंच पर बैठ गया और सुधा और सोनू राउंड लगाने लगी जब भी वह मेरे सामने से निकलती तो मैं कभी सोनू की और कभी सुधा की मोटी गान्ड को देख देख कर मस्त हो रहा था फिर सोनू भी थक कर मेरे पास बैठ गई और अब जब भी सुधा मेरे सामने से गुजरती मैं पाजामे में उछाल लेते हुए उसके भारी चुतड़ों को खा जाने वाली नज़रो से देख रहा था उसकी पैंटी की लाइन भी झीने से पाजामे में साफ नज़र आ रही थी और उसके मोटे मोटे दूध तो ऐसे लग रहे थे जैसे कलमी आम हो थोड़ा अंधेरा होने लगा था वही सोनू ने मेरी नज़रो को ताड़ लिया और सीधे मेरे लंड को पकड़ लिया जो कि सुधा की गुदाज जवानी को देख देख कर पहले ही ताव में आ चुका था
सोनू : मेरे लंड को पकड़ कर कहने लगी तुम्हे शरम नही आती अपनी बहन की मोटी गान्ड देख देख कर अपने लंड को खड़ा किए हो,
मैं हकलाते हुए कहने लगा नही सोनू वह तो तुम्हारी गान्ड देख कर खड़ा हो गया,
सोनू : मुस्कुराते हुए झूठे कही के मैं तो तुम्हारे सामने नंगी भी हो जाती हूँ तो इतनी जल्दी तुम्हारा लोड्ा खड़ा नही होता है,
सोनू लगातार मेरे लोड्े को मसल रही थी और उसकी टोन चेंज हो गई फिर जैसे ही सुधा हमारे सामने से निकली वह कहने लगी रोहित तुम्हारी बहन की गान्ड तो वाकई मारने लायक हो गई है तुम्हारी भी क्या ग़लती इतने मोटे मोटे चूतड़ अगर किसी लोंड़िया के होंगे और वह अपनी गुदाज गान्ड ऐसे मटका मटका कर निकलेगी तो फिर वह अपनी बहन ही क्यों ना हो लंड तो उसकी गान्ड में घुसने के लिए खड़ा होगा ही, और वैसे भी आज कल अपनी बहन को ही आदमी सबसे पहले चोदने का सोचता है
सोनू की बातों से मेरा लंड झटके खाने लगा था
सोनू : अच्छा रोहित अगर सुधा तुमसे अपनी यह मोटी गान्ड खोल कर मारने के लिए दे तो तुम मारोगे कि नही
रोहित : अरे पागल हो क्या वह मेरी बहन है भला मैं ऐसा कैसे कर सकता हूँ
सोनू : मुस्कुराते हुए, रहने दो अपनी बहन की गान्ड मारने के लिए तुम्हारा मूसल सर उठाए खड़ा है और तुम नखरा दिखा रहे हो
अब आगे......
बेड पर बैठे हुए मैं सोनू की जाँघो को सहला रहा था तभी सुधा आ गई
सुधा : भैया चलो मुझे कॉलेज छोड़ दो
मैं तो उस शॉर्ट स्कर्ट में सुधा की मोटी मोटी गोरी जाँघो को देखता ही रह गया और टीशर्ट में उसके कसे हुए पके आमों को तो देखते ही मसल्ने का मन होने लगा
सोनू : मुस्कुराते हुए, क्यो जी कैसी लग रही है मेरी ननद रानी
रोहित : मुस्कुराते हुए अच्छी लग रही है आख़िर बहन किसकी है
मैने बाइक स्टार्ट की और सुधा क्रॉस लेग करके बैठ गई और हमेशा की तरह मेरी कमर को थाम लिया पर वह नही जानती थी कि उसके भैया का मोटा लंड अपनी बहन की गदराई जाँघो को देख कर टनटना गया है और उपर से सुधा के सुडौल दूध जो कि मेरी पीठ पर किसी भारी बोझ की तरह रखे हुए थे मुझे बहुत मज़ा दे रहे है, तभी सामने एक कुत्ता आ गया और मैने ज़ोर का ब्राक मारा और सुधा के मोटे मोटे दूध पूरी तरह मेरी पीठ मे दब गये और सुधा के मूह से ...ओह भैया जैसे शब्द निकल पड़े,
सुधा : भैया मुझे भी बाइक चलाना सिखा दो ना मुझे स्कूटी चलाना पसंद नही है मैं तो बाइक राइडिंग पसंद करती हूँ
रोहित : इसमे कैन सी बड़ी बात है तू कॉलेज से आ जा फिर हमारे घर के साइड मे जो क्रिकेट ग्राउंड है वहाँ मैं तुझे रोज एक घंटा बाइक चलाना सिखा दूँगा
सुधा : मुझसे कस कर चिपकती हुई, ओके थॅंक्स भैया, वह इतने ज़ोर से चिपकी थी कि उसके गुदाज बदन के एहसास से मेरा लंड पूरी औकात मे आ गया था
TBC
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