RE: Incest Porn Kahani अनौखा रिश्ता
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कूटी का मसेज सुन ने के बाद साहिल ने कहा.
साहिल-अरे वाह आपकी कूटी तो वाकई जाबाज़ है. अगर वो शिमला जा रहे हैं तो हमे भी शिमला की तरफ निकलना चाहिए.
हॅरी-यस बिल्कुल सही कहा आपने.
करण-तो चलो जल्दी से गाड़ी में बैठो.
वो सभी गाड़ी में बैठ गये और साहिल ड्राइव करने लगा और गाड़ी शिमला की और दौड़ा दी.
रीत ने गाड़ी में बैठे बैठे प्राची को मेसेज सेंड किया.
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प्राची का मोबाइल वाइब्रट हुआ और उसने देखा रीत दीदी का मेसेज था.
'कूटी हम भी शिमला की ओर निकल पड़े हैं. तू ध्यान रखना की रेहान शिमला में कहाँ जाता है और हमे इनफॉर्म कर देना और अपना ख़याल रखना'
गाड़ी अपनी रफ़्तार से शिमला की ओर बढ़ती चली गई और आख़िरकार शिमला पहुच गई. काफ़ी देर शहर में चक्कर काटने के बाद गाड़ी एक पॉश एरिया में जाकर रुक गई.
रेहान-पायल डार्लिंग हम पहुच गये अब हमे कोई नही पकड़ सकता.
पायल-यस जानू यू आर सो स्मार्ट.
रेहान ने पायल के होंठों को चूमा तो पायल ने उसे दूर धकेलते हुए कहा.
पायल-पहले घर में तो चलो फिर कर लेना जो भी करना है.
रेहान-चलो डार्लिंग मुझसे सबर नही हो रहा आज तो पूरे मज़े से लूँगा तुम्हारी.
प्राची ने मंन में कहा 'मज़ा तो तुझे आज हम चखाएँगे कमिने'
रेहान और पायल गाड़ी में से उतर गये उन्होने अपना समान उठाया और गाड़ी को लॉक करके एक मकान की तरफ बढ़ गये. प्राची को जब लगा कि वो अब गाड़ी से दूर जा चुके हैं तो उसने अंदर से गाड़ी की डिग्गी को धीरे से खोला और बाहर निकल गई. फिर उसने धीरे से वापिस डिग्गी को नीचे कर के लगा दिया. उसने देखा रेहान और पायल ब्रिफकेस और बॅग को उठाए एक घर में घुस गये. अब प्राची को इस जगह का अड्रेस्स पता लगाना था. उसने देखा सामने ही एक छोटा सा रेस्टौरेंट था. वो वहाँ पे गई और वहाँ खड़े एक अंकल से उसने उस जगह का अड्रेस्स पूछा और अंकल ने उसे अड्रेस्स बता दिया. प्राची ने रीत को फोन मिलाया और रीत ने झट से उसका फोन उठाते हुए कहा.
रीत-हां कूटी कहाँ पे है तू.
प्राची-दीदी मैं शिमला पहुच चुकी हूँ और अभी उस घर के सामने ही खड़ी हूँ जिसमे वो रेहान और लड़की घुसे हुए हैं.
रीत-तू ठीक तो है ना कूटी.
प्राची-मैं बिल्कुल ठीक हूँ दीदी. आप लोग कहाँ पे हो.
रीत-हम बस शिमला पहुचने वाले हैं.
प्राची-ओके दीदी तो मैं आपको अड्रेस्स लिख के सेंड करती हूँ. आप सीधे वहीं आ जाना.
रीत-ओके जल्दी से सेंड कर.
प्राची ने फोन काट दिया और अड्रेस्स लिख कर सेंड कर दिया.
वो वहीं रेस्टौरेंट पे बैठ कर उनका वेट करने लगी. करीब एक घंटे बाद रीत न्ड पार्टी वहाँ आ गई.
रीत गाड़ी से उतरी और सीधा कूटी के पास जाकर उसे गले लगा लिया और पूछने लगी.
रीत-तू ठीक तो है ना.
प्राची-दीदी मैं आपके सामने तो खड़ी हूँ.
रीत-ओके चलो रेस्टौरेंट में बैठकर बात करते हैं.
वो सब एक टेबल के इराद गिर्द बैठ गये और रीत बोली.
रीत-तो कूटी कोन्से घर में है वो कमीना.
प्राची ने एक घर की तरफ इशारा करते हुए कहा.
प्राची-वो सामने वाले घर में.
साहिल-ओके तो अब हमे बहुत सोच समझ कर कदम उठाना होगा.
प्राची ने सवालिया नज़रो से साहिल की तरफ देखा और बोली.
प्राची-हेलो मिस्टर. आपकी तारीफ.
साहिल-तारीफ तो जी आप जितनी करो उतनी कम है.
प्राची थोड़ा गुस्से से.
प्राची-मेरा मतलब है कॉन हो तुम.
साहिल-हम तो इंसान है जी.
प्राची टेबल पे हाथ मारती हुई.
प्राची-ओह हो दीदी ये बेफ़्कूफ़ कॉन है.
रीत मुस्कुराते हुए.
रीत-अरे कूटी ये नीतू के भैया है पोलीस में हैं और हमारी हेल्प के लिए हमारे साथ आए हैं.
प्राची बुदबुदाते हुए.
प्राची-कैसे नमूने भरती कर रखे है पोलीस में.
साहिल-वैसे इस नमूने का नाम साहिल है.
प्राची-नाम में क्या रखा है कुछ कर के दिखाओगे तो मानूँगी.
साहिल-बात तो सही है आपकी. जैसा मैने सोचा था वैसी ही हो आप.
प्राची-मेरे बारे में कब से सोचने लगे आप.
साहिल-जब से आपके बारे में जाना है.
हॅरी-साहिल यार कुछ काम की बात हो जाए.
साहिल-बिल्कुल काम तो पहले आना चाहिए हमेशा. ऐसा है मेरे दिमाग़ में एक प्लान है.
प्राची-ओह तो जनाब के पास दिमाग़ भी है.
रीत-कूटी चुप कर कुछ देर.
साहिल-ओके तो मैं हॅरी और करण जाते है उस घर में. मैं किसी इन्सुरेन्से कंपनी का एजेंट बन कर उनके घर की बेल बजाउन्गा और जैसे ही साला रेहान दरवाज़ा खोलेगा तो वहीं पकड़ लूँगा उसे. हॅरी तुम और करण साइड पे खड़े हो जाना और जैसे ही मैं रेहान को पकडू तो सामने आना.
हॅरी-ओके तो चलो अब.
वो तीनो उस घर की तरफ चल पड़े जिस में रेहान ठहरा हुया था.
रीत ने उन्हे बेस्ट ऑफ लक कहा और थोड़ा संभाल कर रहने को कहा.
उनके जाते ही प्राची बोली.
प्राची-दीदी मुझे नही लगता ये कुछ करेगा. सिर्फ़ बातों का ही शेर है.
नीतू-ऐसी बात नही है कूटी. भैया को तेरी तरह थोड़ी ज़्यादा बोलने की आदत है. वैसे काफ़ी नाम कमाया है उन्होने पोलीस में.
प्राची-ओह तो देखते है जनाब क्या गुल खिलाते हैं.
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