RE: Mastram Kahani खिलोना
रवि उसके उपर लेट गया & उसके आँसू अपने होटो से सॉफ कर उसके चेहरे को चूमने लगा,"बस रीमा...बस...अब दर्द नही होगा....",थोड़ी देर तक वो उसको चूमता रहा.
"अब तो दर्द नही हो रहा?"
"नही."
रवि धीरे-2 अपनी कमर हिलाने लगा.थोड़ी देर तक रीमा उसके नीचे शांत पड़ी रही पर फिर उसकी चूत मे अंदर-बाहर होते लंड ने उसकी मस्ती बढ़ानी शुरू कर दिया तो वो भी धीमे-2 अपनी कमर हिलाने लगी.रवि ने उसके होठ चूमे तो उसने भी जवाब मे अपनी जीभ उसके मुँह मे डाल दी.रवि जोश मे आ गया & अपने धक्के तेज़ कर दिए,बहुत देर से उसने अपने उपर काबू रखा था & अब वो बस अपनी नयी दुल्हन के अंदर झड़ना चाहता था.
रीमा भी इस नये एहसास सेगरम हो गयी थी उसने रवि को अपनी बाहो मे कस लिया & अपने नाख़ून उसकी पीठ मे गाड़ने लगी,अपनी टांगे उसने उसकी कमर पे लपेट दी जैसे कि चाहती हो कि उसका लंड उसके और अंदर तक चला जाए.
"श...हह...तुम्हारी चूत कितनी टाइट है,रीमा......कितना मज़ा आ रहा है....",उसने अपने होठ उसकी चूचियों से लगा दिए,"...और तुम्हारी...चा...ती..यान्न....कितनी मस्त & बड़ी हैं..."
रीमा उसके मुँह से ऐसी बातें सुन और मस्त हो गयी.उसे अपने उपर हैरत भी हुई की ऐसी बातें सुन उसे शर्म नही आ रही थी बल्कि मज़ा आ रहा था.
"जान,तुम्हे कैसा लग रहा है? बताओ ना.",रवि ने उसके निपल को दाँत से हल्के से काट लिया.
"बहुत अच्छा लग रा...है रवि...आ....अहह.....दिल कर रहा है बस यू ही तुम...हरी बा...हो...मे पड़ी तुमसे प्यार करवाती राहु...ऊओह..!"
उसकी बातें सुन रवि ने अपनी रफ़्तार और बढ़ा दी थी.,"प्यार नही,जान इसका नाम कुच्छ और है. वो बोलो,तुम मुझसे क्या करवा रही हो?"
"मुझे नही पता नाम-वाम.",रीमा को उस हाल मे भी शर्म आ गयी.
"चुदाई मेरी रानी,बोलो कि तुम मुझसे चूड़ना चाहती हो."
"नही."
"प्लीज़ बोलो ना."
"ना,मुझे शर्म आती है."
"ठीक है.फिर मैं इसे बाहर निकाल लेता हू.",रवि ने लगभग पूरा लंड उसकी चूत से खींच लिया,बस 1/2 इंच लंड अंदर था.
रीमा तड़प उठी & कमर उचका लंड को चूत के अंदर & अपनी बाहो से उसके जिस्म को अपने उपर लेने की नाकाम कोशिश करने लगी.
"पहले बोलो की तुम मुझसे चुदना चाहती हो & मेरा लंड अपनी चूत के अंदर चाहती हो."
रीमा को तो बस वो लंड अपने अंदर चाहिए था,वो अपनी शर्म भूल गयी,"मैं तुमसे चुदना चाहती हू, रवि.प्लीज़ डालो अपना लंड मेरी चूत मे & चोदो मुझे,प्लीज़!"
सुनते ही रवि ने 1 झटके मे ही पूरा लंड उसकी चूत मे पेल दिया,"लो मेरी जान.ये लो.."
कमरे मे दोनो की आनहो का शोर भर गया.रवि पागलो की तरह धक्के लगा रहा था & रीमा भी बेकाबू होकर अपनी कमर हिला धक्को का जवाब दे रही थी.
"रीमा,मैं झड़ने वाला हू."
"बस थोड़ी देर और रवि...आ...अहहह.....हहाअ.....आआआआण्ण्ण्ण्ण...!",रीमा के झाड़ते ही रवि ने भी 2-3 धक्के & लगाए & झाड़ गया.वो उसके सीने पे गिर गया & दोनो अपनी तेज़ सांसो को संभालने लगे.
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