RE: XXX Chudai Kahani गन्ने की मिठास
मैं अपने दोनो हाथो से कभी उसकी गुदाज गंद मसलता और कभी उसकी मोटी जाँघो को चूमता
सहलाता और उसकी छूट खूब ज़ोर ज़ोर से पीने लगता, मम्मी लगातार आह ओह हाय राज बेटे आह आह ओह बेटे जैसी आवाज़निकाल कर मेरे सर को सहला रही थी, तभी मम्मी ने मेरे मूह को कस कर अपनी चूत से दबोच लिया और मैने
भी उसकी चूत की फांको को खूब चौड़ा करके अपनी जीभ को नुकीली करके उसकी चूत के छेद मे घुसेड़ना शुरू
कर दिया और मम्मी एक दम से आह आह अहः अहह राज मैं गई और फिर मम्मी की चूत ने खूब
सारा रस छ्चोड़ दिया और उसके चेहरे पर खूब चुदस्पान के भाव उभर आए और उसकी मोटी जंघे खड़ी खड़ी
काँपने लगी,
हरिया ने जैसे ही यह नज़ारा देखा वह पास आया और मुस्कुराते हुए कहने लगा, लगता है इस रानी को पेशाब
लगी है तभी यह अपनी चूत को इतना ज़ोर से तेरे मूह से रगड़ रही है, फिर हरिया ने मम्मी के उपर बंदूक तान
कर कहा चलो रानी अब तुम मुतती जाओ और तुम्हारा यह यार तुम्हारी चूत चाटता जाएगा,
हरिया की बात सुन कर मम्मी ने एक बार हरिया को देखा और फिर अपनी नज़रे नीचे कर ली,
राज- मैं आपके हाथ जोड़ता हू अब हमे जाने दो,
हरिया- ला रामू ज़रा मेरी चिलम तो जला और फिर रामू ने उसकी चिलम जला कर दी और हरिया ने एक कश खींचा
और उसकी आँखो मे खून उतर आया और उसने बंदूक मेरे सीने पर तान कर कहा
हरिया- देख लोंडे चुप चाप इस रंडी को बोल कि अभी के अभी मेरे सामने खड़ी खड़ी मुतेगि नही तो आज तेरी जान
तो जाएगी ही साथ मे इसे भी मार कर फेंक देंगे, और फिर हरिया ने बंदूक के ट्रिग्गर पर उंगली रखते हुए
कहा बोल बच्चे दबाऊ ट्रिग्गर,
रति- एक दम से घब राते हुए, नही नही अपनी बंदूक हटा लो तुम जैसा कह रहे हो मैं वैसा ही करूँगी पर
मेरे राज को कुच्छ ना करो,
हरिया- यह हुई ना बात लगता है तुम दोनो मे बड़ा प्यार है, चलो अब शुरू हो जाओ
मैं हरिया का कमीनपन देख कर मस्त हो रहा था और मेरा लंड पूरी तरह तना हुआ था, मैने मम्मी की
दोनो मोटी जाँघो को पकड़ कर उसकी फूली हुई चट को देखा जो पूरी चिकनी नज़र आ रही थी फिर अपनी नज़रे उठा
कर जब मैने मम्मी को देखा तो वह थोड़ा शरमाते हुए अपनी आँखे बंद करके मूतने की कोशिश करने
लगी और मैं उसकी चूत के बिल्कुल सामने मूह करके उसके दाने को धीरे धीरे अपनी उंगली से रगड़ने लगा तभी
मम्मी की चूत से छुल्ल से थोड़ा सा पेशाब निकला और मैने तुरंत अपनी जीभ से मम्मी की चूत चाटना शुरू
कर दिया,
मैने जैसे ही मम्मी की चूत को चटा वैसे ही मम्मी का मूत रुक गया और जब मैने मूह हटाया तो
मम्मी ने थोड़ा और ज़ोर लगाया और उसकी चूत से फिर से थोड़ी सी धार निकलते देख मैने तुरंत उसकी चूत चाटना
शुरू कर दिया, अब मम्मी की चूत से बूँद बूँद मूत निकल रहा था और मैं उसे चाटता जा रहा था,
जब मम्मी
की चूत से मूत बंद हो गया तो मैने उसकी चूत के उस छेद को पकड़ कर चूसना शुरू कर दिया जहाँ से मम्मी
का मूत निकल रहा था और मम्मी आह आह सीई सीईईईईई आहा राज आह ओह करने लगी , मैं अपनी मम्मी की चूत को खूब कस कस कर चूसने लगा और वह अपनी चूत को मेरे मुँह पर खूब रगड़ रगड़ कर मारने लगी,
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