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कायदा सेक्स कथा माझ्या मराठी बहीण3
फिर प्रभा ने कहा.. "अक्चा तो तभी सुनीता यहा आती नही है.. भाई जिसका
इतना हॅंडसम देवेर हो वो कहा किसी के पास जाएगी. पति के साथ ऐसा
हॅंडसम देवेर फ्री, बाइ वन गेट वन फ्री, बड़े मज़े है प्रभा के तो.."
भाभी ने मुझे कहा, "संजय यह प्रभा है, मेरी पड़ोसन और हम
दोनो एक ही बॅंक मे कम करते है. और यह भी ‘अकेली’ रहेती है." भाभी
ने ‘अकेली’ पे कुछ ज़्यादा ही जोरे दिया था.
तभी प्रभा भाभी ने कहा "मेरे पति देल्ही मे सर्विस करते है, वो
महीने मे 1 या 2 बार आते है." पता चला की उनका भी कोई बच्चा नही
है.
प्रभा भाभी ने कहा, "संजय, ज़रा हमारा भी ख़याल रखना, सिर्फ़ आप नी
भाभी मे ही मशगूल मत रहेना, रिश्टेमए एब्ब तो हम भी आपकी भाभी
है."
मुझे कुछ समझ मे नही आया. मेरे चेहरे की कन्फ्यूषन को भाँपते
हुवे नामिता भाभी ने कहा "संजय तुम इसकी बतो पे ध्यान मत दो, बस
इसकी तो यह आदत ही है, कुछ भी बोलती रहेती है." फिर भाभी ने मुझे कहा,
की तुम जा के अर्रम करो हमे कुछ कम है, हम यही हॉल मे कंप्यूटर पे
कम कर रहे है. तुम मेरे बेडरूम मे सो जाओ, क्यो की एब्ब तक प्रिया के
कमरे की सफाई नही की है, और वो जब से मुंबई मम्मी पापा के पास
गयी है, तब से वो कमरा बंद ही पड़ा है. (प्रिया भाभी की सबसे
छोटी सिस्टर है, मुझसे 2 साल छ्होटी है, लेकिन मई उसको 1 साल से नही मिला
हून, लास्ट टाइम 1 साल पहेले जब वो दीवाली पे हुमारे गाओं भाभी के पास
आई थी तब मिले थे). भाभी के बेडरूम के खिड़की से कंप्यूटर की
स्क्रीन देखी जा सकती थी, और कंप्यूटर पे कम करने वेल को बेड पे लेते
हुवे को देख पाना मुस्किल था, और कंप्यूटर पे बैठने वेल की पीट खिड़की
की तरफ आती थी. मई शॉर्ट और त शर्ट पहन के सोया.तभी नामिता भाभी और प्रभा भाभी की आवाज़ सुनी. नामिता भाभी
प्रभा से कह रही थी जब भी भानु तौर पर जाता है तेरे तो मज़े हो जाते
है.. कल तो बêते को तुमने 11 बेक मेरे घर भेज दिया और रात के 8.30 पर
बुलाया.. और हन कल तो कोई दूसरा था .. रवि या शंकर जैसा नही दिखा..
कौन था? कोई नया है क्या? लेकिन तेरी हालत खराब कर दी थी.. तू जब बêते
को लेने आई तो बहुत ताकि लग रही थी.. चलने मे भी तकलीफ़ थी ना?”
प्रभा ने चाहक कर कहा.. “अरे मत पूंछ ये राकेश था.. भानु का
दोस्त.. होली के दिन से लगा था.. लेकिन बहुत स्लो था.. मैने भी उसे कभी
पल्लू गिरा कर कभी गांद मटका कर बहुत इशारे किए तब कल उसने हिम्मत
की.. मैने तो उम्मीद छ्चोड़ दी थी… लेकिन कल उसे मालूम नही था की भानु
तौर पर है.. और दो दिन पहले ही उसने भानु से कहा था की आज 12 बजे
वो आएगा. कल भानु अचानक तौर पर गया और इसे बताना भूल गये..
मई जानती थी की राकेश आएगा.. सोचा देखती हून अकेले मे क्या करता है..
लेकिन क्या बतौ.. ये तो भूखा शेर निकला.. क्या छोड़ता है.. छाई देने गयी
तो जो हाथ पकड़ा इसने.. उसके बाद मेरे कपड़े उतरे और रात के 8 बजे
बातरूम मे ले जा कर छोड़ने तक मुझे नंगी ही रखा.. क्या लंड है
उसका.. 10 मीं मे तय्यार और बहुत जबरदस्त छोड़ता है. इसके जैसे लंबा
और मोटा तो रवि या शंकर का भी नही है. राकेश का लंड मेरे मुँह
मे बहुत मुश्किल से ले रही थी.. और वो भी दबा कर अंदर धकेल रहा
था. चूसने के बाद तो और मोटा और सख़्त हो गया था.. मई तो दर रही थी
की कैसे छूट मे लूँगी.. लेकिन उसने मुझसे कहा फ्रिड्ज से मखखां ले
आओ.. फिर पूरा 100ग्राम का पॅक आप ने लंड पर और मेरी छूट मे लगाया
और मेरी कुंचियों और निपल पर भी.. श उसकी याद आते हिमेरी छूट फिर
से गीली हो रही है.. सोच रही थी आज उसे बुला लून.. अब तो मेरे बêते की भी
छूत्टिया शुरू हो गयी है.. इसलिए आज भी मेरा भाई उसे आप ने साथ ले गया
है. अब वही रहेगा 10 दिन तक.. मुझे राकेश के लंड की याद आते ही उसकी
चुदाई याद आ जाती है…वैसे रवि का ठीक है लेकिन शंकर छोड़ने मे
रवि से ज़्यादा अच्छा है और बहुत देर तक छोड़ता है. लेकिन ये तो उन सबसे
आयेज निकला जैसा लंड वैसी ही धमाकेदार चुदाई.. मई तो ना जाने कितनी
बार झड़ी. पहली बार जब उसने मेरी छूट मे डाला तो मुझे लगा छूट
जैसे फट रही हो.. और दर्द भी .. लेकिन मज़ा भी बहुत आ रहा था. उसने 5बार छोड़ा मुझे.. अलग अलग तरीके से.. मई तो रवि और शंकर की
चुदाई भूल गयी.. वैसे पिछले शनिवार को ही शंकर आया था.. उसने
भी मेरे चूंचियों पर निशान बना कर मसला.. और कल राकेश ने
छोड़ा..”
मई प्रभा की बाते सुन रहा था. मैने मान ही मान सोचा साली चुड़क्कड़
मेरे लंड से पाला पड़ेगा तो सारे लंड भूल जाएगी.. अंदर घुसा कर
झड़ना भूल जौंगा.
तभी नामिता भाभी ने कहा “रवि से फिर दोस्ती हो गयी क्या?” प्रभा ने
कहा “हन रे उसने सॉरी बोला.. मैने भी सोचा मई भी तो उसके अलावा
शंकर से छुड़वा रही हून फिर उसने और किसी को छोड़ लिया तो क्या बुरा
किया.. और उसने उसी दिन मुझे 3 बार छोड़ा.. शायद शंकर की ने से 2
दिन पहले.” नामिता भाभी मुस्कुराइ और कहा तू तो किस्मेट वाली है.. अब तो
3-3 लंड तेरे नसीब मे है और भानु का लंड तो है ही.” और दोनो ज़ोर से
हँसने लगी. प्रभा ने कहा तू क्यो नही किसी से चुड़वति?” नामिता भाभी
बोली अरे वैसा छोड़ने वाला मिलेगा तो ज़रूर छुड़वा लूँगी.”
प्रभा भाभी नेकहा, "तेरे तो मज़े हो गये नामिता, है क्या चिकना और
हंसोमे लड़का पकड़ा तूने. एब्ब तो तेरी हेर रत सुहगगगगगग......" तभी
भाभी ने प्रभा भाभी के मुँह पे हाथ रख दिया. और बोली "टुजे कोई
शरम आती है या नही, जो मुँह मे आता है बक देती है. वो प्रभा से 2
साल छोटा है, मेरे लिए तो और भी बहुत छोटा है, और ज़रा धीरे, कही ओ
जाग रहा होगा तो. उसने यह सारी बाते सुन ली तो वो क्या सोचेगा, की मई
आसीवासे औरत हून." तभी प्रभा भाभी चुप हो गयी और वो भाभी
का इशारा समझ गयी, की भाभी आप ने आपप को मेरे सामने आक्ची औरत
बने रहेना चाहती है.
थोड़ी देर बाद प्रभा भाभी ने कहा, "तो करे शुरू आप ना प्रोग्राम", मई
यह सुन के चौंक गया. मई सोचने लगा की प्रभा भाभी किस प्रोग्राम
की बात कर रही है." तभी भाभी ने कहा की पहेले देख लो कही संजय जाग
तो नही रहा है. प्रभा भाभी बोली, अभी देख के आती हून. मैने यह
सुनते ही आप नी आँखे बंद कर ली. और पीठ के बाल लेता रहा, दोनो भाभियो की
बाते सुनके, और नामिता भाभी के बड़े बड़े बूब्स और नंगा जिस्म देख
के पहेले ही मेरे लंड टाइट खड़ा हो गया था. इश्स वजाहा से मेरे शॉर्ट
मे टेंट लग गया था. प्रभा जैसे ही कमरे मे आई, उसने मेरे तरफ
देखा, मैने हल्की सी आँख खुली रखी थी, जो की देखने वेल को लगेगा की
सोया हुवा हू लेकिन मई उसको देख सकता था. वो मेरे आप ्पर ज़ुकी उसकी
गरम शंसे मेरे गेर्दन को च्छू रही थी. वो तोड़ा और नीचे ज़ुकी तो
मेरा खड़ा लंड उसके पेत को टच हो गया, मेरे सारे बदन मे
ज़ुर्ज़हुरी दौड़ गयी, और मेरा लंड जो पहेले से ही टाइट था और ज़्यादा
हार्ड हो गया, और तोड़ा ज़ाटके भी मरने लगा, न प्रभा ने मेरे लंड की
हलचल आप ने पेत पे महसूस की तो उशे बहुत अक्चा लगा, जैसे उसकी मान
की मारद पूरी हो गयी हो, एब्ब वो मेरे लंड की तरफ मूडी, उसे पूरा एेकिनहो गया था की मई सो रहा हून, उसने शॉर्ट के आप ्पर से ही मेरे लंड को
सहलाया, मुझे मानो बिजली का ज़्ातका लग गया हो, लेकिन मेरी हालत ऐसी थी
की मई कुछ कर भी नही सकता था, क्यो की मई उनको यह साबित करना चाह
रहा था की मई सोया हू, जिस से की मई उनका प्रोग्राम देख साकु. एब्ब वो
मेरी जाँघो को सहेलने लगी मेरी हालत और ज़्यादा खराब हो रही थी, वो
तोड़ा आयेज बादने ही लगी थी की, नामिता भाभी अंदर आ गयी और उसने
प्रभा को एक चिकोटी निकली, और कहा "मुझे पता था की तुम ज़रूर कोई ना
कोई हरकत करोगी, इसी लिए तुम्हारे पीछे पीछे छल्ली आई. एब्ब चलो भी
या प्रोग्राम नही करना है." प्रभा तो सूब कुछ अभी ही कर लेना चाहती
थी, लेकिन प्रोग्राम का नामे सुनते ही ओ फ़ौरन उठ के खड़ी हो गयी. और
वो दोनो हॉल की तरफ चल पड़ी, प्रभा ने कहा "नामिता संजय का लंड तो
बहुत बड़ा है और बहुत मोटा भी, और जब टाइट होता है तो बहुत सकत्ता
लगता है. मुझे तो लगता है इसका लंड राकेश से ज़्यादा बड़ा है और कैसा
पंत से उपर खड़ा था. ऐसे लंड से तो छूट का कचूमर निकल जाएगा..
वैसे चुदाई कैसी करता ये देखना पड़ेगा." ये कहकर प्रभा ने एक
लंबी सांस ली.नामिता भाभी बोली, "अक्चा तो तुम उसका लंड भी देख के आई
! तुम तो बड़ी बेशरम हो, पहेले ही दिन सूब कुछ कर लॉगी क्या? वैसे
मुझे सुनीता ने बतलाया है की उसका लंड बहुत लंबा और मोटा है.. वो
भी उसे लेना चाहती है लेकिन मौका नही मिला.. अब मेरे घर आ कर लेगी.
और संजय बहुत शर्मिला है ना.. मुझे ही उसकी शरम तोड़नी है.. लेकिन
धीरे धीरे. वैसे तुझे जल्दबाज़ी नही करनी चाहिए"
प्रभा : "अरे नही नामिता, वो तो मैने आप ्पर से ही देख लिया, और शॉर्ट के
आप ्पर से ही च्छू लिया. जी तो कर रहा था निकल के देख लून और खूब
चुस्सू, लेकिन तुम आ गयी ना".
एब्ब मई खिड़की से देखने लगा, प्रभा ने कहा “नामिता हो जा शुरू, और
भाभी ने नेट कनेक्ट किया, और वो दोनो सरफिंग करने लगी, मैने देखा की
उनके स्क्रीन पे अडल्ट साइट खुल रही है, उसमे मेट्यूर्ड विमन के साथ टीन
बाय्स के सेक्स करते हुवे फोटो’स थे, प्रभा और नामिता भाभी एक एक पिक
के आप ्पर कॉमेंट करती जा रही थी. " एक पिक मे 35 साल की एक औरत 18 साल के
लड़के का लंड मुँह मे ले के चूस रही थी, यूयेसेस औरत की चूंचिया बहुत
बड़े बड़े थे और उसकी कमर पतली थी, नामिता भाभी ने कहा, "है
प्रभा, देखो इस पिक मे तुम क्या मज़े से लंड च्छुस रही हो, और देखो
वो तुम्हारी चूंचिया भी दबा रहा है" प्रभा ने कहा, "हा नामिता,
बोहोट मज़ा आया मुझे तुम्हारे देवेर संजय का लंड चुसते हुवे, (पिक
वेल लड़के को वो संजय कहे रही थी, याने की मई) और तुम उसको छोटा
कहे रही थी ना, ज़रा देख कैसे छूट मे उंगली भी दल रहा है और साथ
मे मेरे चूंचियो को डब्बा भी रहा है, और देख लंड चुस्वा के कैसे
खुश हो रहा है"
मैने स्क्रीन पे पिक गौर से देखा, उसमे कोई गोरी अमेरिकन औरत किसी गोरे
लड़के के साथ यह सूब करते हुवे दिख रही थी. मई समझ गया की दोनो
भाभीया पिक को आप ने आप का पिक मॅन के बाते कर रही है. फिर उन्होने
दूसरे पिक को फुल स्क्रीन किया, उसमे एक औरत एक 18 साल के लड़के का लंड
आप ने छूट मे घुसाए हुवी थी.उूव क्या पोज़ थी, मैने बहुत ब्लू फिल्म
देखी है लेकिन यह पोज़ पहेली बार देख रहा था. उसमे वो औरत
घुटनो के बाल पैर पीछे मोड़ के सीधी बैठी थी और उसके दोनो हाथ बेड
पे पीछे की तरफ करके रखे थे, उसके पैर उसके चूतड़ को टच हो रहे
थे और वो पूरी तरह से हंतो पे ज़ोर दे के अद्ध लेती पोज़ मे थी और उसका
दोनो जंगे फैली हुवी थी. वो बिल्कुल किसी मेंढक की तरहा बैठी थी. (मैने
ही इस पोज़ को मेन्डक आसान का नामे दिया है.) और यूयेसेस लड़के ने आप ना एक
हाथ उसके कमर मे डाला हुवा था और एक हाथ मे उसका बॉल पकड़े हुवे
थे, लड़के के मुँह मे औरत के निपल्स थे, और नीचे छूट मे लंड
घुसा हुवा था, औरत ने चेहरा ऐसा बनाया हुवा था की उसके छूट मे
मोटा लंड घुसने की वजह से बहुत दर्द हो रहा हो.
हो गया था की मई सो रहा हून, उसने शॉर्ट के आप ्पर से ही मेरे लंड को
सहलाया, मुझे मानो बिजली का ज़्ातका लग गया हो, लेकिन मेरी हालत ऐसी थी
की मई कुछ कर भी नही सकता था, क्यो की मई उनको यह साबित करना चाह
रहा था की मई सोया हू, जिस से की मई उनका प्रोग्राम देख साकु. एब्ब वो
मेरी जाँघो को सहेलने लगी मेरी हालत और ज़्यादा खराब हो रही थी, वो
तोड़ा आयेज बादने ही लगी थी की, नामिता भाभी अंदर आ गयी और उसने
प्रभा को एक चिकोटी निकली, और कहा "मुझे पता था की तुम ज़रूर कोई ना
कोई हरकत करोगी, इसी लिए तुम्हारे पीछे पीछे छल्ली आई. एब्ब चलो भी
या प्रोग्राम नही करना है." प्रभा तो सूब कुछ अभी ही कर लेना चाहती
थी, लेकिन प्रोग्राम का नामे सुनते ही ओ फ़ौरन उठ के खड़ी हो गयी. और
वो दोनो हॉल की तरफ चल पड़ी, प्रभा ने कहा "नामिता संजय का लंड तो
बहुत बड़ा है और बहुत मोटा भी, और जब टाइट होता है तो बहुत सकत्ता
लगता है. मुझे तो लगता है इसका लंड राकेश से ज़्यादा बड़ा है और कैसा
पंत से उपर खड़ा था. ऐसे लंड से तो छूट का कचूमर निकल जाएगा..
वैसे चुदाई कैसी करता ये देखना पड़ेगा." ये कहकर प्रभा ने एक
लंबी सांस ली.नामिता भाभी बोली, "अक्चा तो तुम उसका लंड भी देख के आई
! तुम तो बड़ी बेशरम हो, पहेले ही दिन सूब कुछ कर लॉगी क्या? वैसे
मुझे सुनीता ने बतलाया है की उसका लंड बहुत लंबा और मोटा है.. वो
भी उसे लेना चाहती है लेकिन मौका नही मिला.. अब मेरे घर आ कर लेगी.
और संजय बहुत शर्मिला है ना.. मुझे ही उसकी शरम तोड़नी है.. लेकिन
धीरे धीरे. वैसे तुझे जल्दबाज़ी नही करनी चाहिए"
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