Nangi Sex Kahani अमेरिका रिटर्न बंदा
10-27-2018, 12:29 PM,
#1
Tongue  Nangi Sex Kahani अमेरिका रिटर्न बंदा
अमेरिका रिटर्न बंदा



आज पंकज अमेरिका से 4 साल बाद घर वापस आ रहा था. पंकज की बड़ी भाभी नीता और उस'की छोटी बहन प्रिया फूली नहीं समा रही थी. नीता और प्रिया दोनों एरपोर्ट उसे लाने गये थे. पंकज का भैया दूसरे शहर में एक प्राइवेट कंपनी. में ऊँचे पोस्ट पर काम कर'ता है और काम की व्यस्त'ता की वजह से वह अभी नहीं आ सका. पंकज की उम्र अभी 26 साल है. पिच्छ'ले 4 साल से वह अमेरिका में पढाइ भी कर रहा है और साथ में जॉब भी कर रहा है. मा बाप बच'पन में ही गुजर चुके थे. पर नीता भाभी ने कभी मा की कमी महसूस नहीं होने दी. पंकज और प्रिया दोनों भाई बहनों को उस'ने अप'ने बच्चों की तरह पाला था.

पंकज जब अमेरिका गया था तब वह भाभी की मा सी इज़्ज़त कर'ता था. पर पश्चिम के खुले और रंगीन माहॉल ने इन चार वर्षों में उसे पूरा लम्पट बना दिया था. अब उस'के लिए औरतों और लड'कियों का बदन सिर्फ़ चिप'काने के लिए और उस'से खिल'वाड कर'ने के लिए थे, चाहे वह बदन किसी का भी क्यों ना हो. अमेरिका के खुलेपन के कारण वह भी बहुत स्वच्च्छन्द हो गया था.

उस'की भाभी, हां उसका नाम नीता है. उसकी उमर 40 साल है और अच्छे ख़ासे भरे शरीर की मलिका है. 40 साल की भाभी का मांसल बदन पंकज को बहुत रास आया. पर नीता में जो ख़ास बात थी वह थी उस'के सुडोल और विशाल मटक'ते, थर'थराते नितंब. नीता की जगह उस'का नाम नितंबा-देवी ज़्यादा सटीक बैठ'ता.

घर पहून्च'ते ही नीता ने प्रिया को कहा के लगेज पंकज के कम'रे मैं पहूंचा दो तो प्रियाने कहा.

"भाभी आप ठहरिए मैं समान भैया के कम'रे मैं सेट करवा कर आती हूँ." ऑर नीता सिर हिला कर जाने लगी. इसी दोरान प्रिया आर'ती की थाली ले कर आ गयी ओर नीता ने आगे बढ़ कर उस'से थाली ली ऑर पंकज को खामोश नज़रों से बुलाया, उसकी आर'ती उतारने के लिए. पर पंकज भोंचक्का सा खड़ा रहा तो प्रिया जो उस'के साथ ही खडी थी, उसकी पसली में कूह'नी से टो'का दिया तो पंकज ने हड़बड़ाते हुए प्रिया को देखा ऑर आंखाईं उचकाई तो प्रिया ने मुस्कुराते हुए कहा,

आगे जाओ ओर आशीर्वाद लो भाभी से भैया. आर'ती उतारते हुए भी नीता के चह'रे ऑर आँखों में गुस्सा हावी था. आर'ती जैसे ही ख़तम हुई तो एक बार फिर प्रिया ने दूर से ही आँखो से इशारा किया के आशिरबाद लो भाभी का. तो वो नीचे झुक गया ऑर पाँव छूये.

एरपोर्ट पर जो घटा था. इतना पुराना नहीं हुवा था के नीता भूल जाती कि पंकज के हाथों ने उस'की गान्ड की दरार को छुआ था सो वो थोड़ा केर्फुल थी, अब की बार पर आशिर्बाद तो देना ही था सो उसके सिर पर हाथ रखा ओर कांधो से पकड़ कर उसे खड़ा किया. आख़िर मा समान भाभी थी सो प्यार तो आना ही था सो आगे बढ़ कर उस'के माथे पर चुम्मा देना चाहा, पर पंकज तो ऐसे मौके तलाश कर रहा था सो जैसे ही नीता आगे को हो कर उस'के माथे का चुम्मा लेने आगे बढि, पंकज ने अपनी दोनो हथेल'याँ एक बार फिर नीता की चौड़ी गान्ड के कोने पर रख दी. दिल तो पंकज का अपने हाथ नीता के गान्ड की दरार पर पूरी तरह से घुसाने का कर रहा था पर वो जानता था के यह चीज़ महसूस कर ली जाएगी ऑर वो भाभी और बहन को अलग अलग सिड्यूस करना चाहता था सो सिर्फ़ कर्व पर ही हाथ रखे.

पंकज के हाथ अपनी गान्ड पर महसूस करते ही उसे एक झटका सा लगा पर अब वो पीछे नहीं हट सकती थी. चूँके पंकज उस'से कद मे लंबा-था सो उसे थोड़ा उचकना पड़ा ऑर पंकज को थोड़ा झुकना पऱ. इस प्रोसेस मैं पंकज ज़्यादा देर तक अपने दिल पर काबू ना कर सका ऑर साइड से अपने हाथ फिस'लाते हुए नीता की गान्ड पर पूरी तरह रख दिए. यह महसूस करते ही के पंकज के हाथ अब ज़्यादा खतर'नाक होना शुरू हो गये हैं, नीता ने तेज़ी से उस'के माथे पर अपने होन्ठ रखे ऑर पीछे हटी. पर पंकज इसी चीज़ का तो इंत'ज़ार कर रहा था. उस'के माथे पर जैसे ही नीता के होन्ठ छूये वैसे ही पंकज ने अपनी फैली हुई हथैल'यों को कस लिया ओर एक टाइट स्क्वीज़ देनी चाही, नीता के गान्ड की दरार पर. पर एक तो नीता की सिल्क की साऱी दूसरा नीता के चुत्तडो का बहुत भारी होना; जिसकी वजह से वो एक ना'काम सी कोशिश कर के रह गया ऑर इसी दोरान नीता एक झटके से पीछे हट चुकी थी.

प्रिया जो कि हैरत के मारे मूँ'ह फाडे खडी यह सब देखती रह गयी थी. प्रिया उस वक़्त अपनी भाभी के बिल्कुल पीछे ही खडी थी. पंकज ने अपनी बहन को तब देखा जब झटके के साथ नीता चुम्मा ले कर पीछे हुई. नीता के हट'ते ही प्रिया का मूँ'ह फाडे चेह'रा साम'ने आ गया जो के हैरत से अपने भाई ओर अपनी भाभी को देखे जा रही थी. पंकज प्रिया का चेह'रा देख कर मुस्कुरा दिया ऑर शरा'रत से आँख मार दी. पंकज का ध्यान पीछे की तरफ देख कर नीता ने सक'पका कर रुख़ बदला ओर उस'का दिल धक से रह सा गया अपनी छोटि ननद को देख कर. एक दम ढेर सारी शरम जैसे उसे आ गयी यह सोच कर के सब कुच्छ प्रिया ने देख लिया है. उस'से अब दो कदम चल'ना भी मुश्'किल हो रहा था, प्रिया के साम'ने.

"चलो यार! कितनी ऑर रस्मै निभाई जाएँगी. यहाँ के लोग तो ताज़ा माल हैं पर यह अमेरिका रिटर्न बंदा काफ़ी थक चुका है भाई" उकता'हट का प्रदर्शन करते हुए पंकज ने कहा पर उसकी नज़रे अपनी मस्त भाभी की चौड़ी गान्ड पर ही टिकी हुई थी ऑर वो एक बार फिर इस नरम जगह पर हाथ सॉफ करना चाहता था. 

"चलो भाई चलो, हां हम लोग भी थक चुके हैं" प्रिया नीचे नज़रे किए नीता के चलने का इंत'ज़ार कर रही थी. लेकिन यहाँ तो नीता से कदम ही नहीं उठाये जा रहे थे शरम के मारे. पर जब प्रिया को वहीं खड़े पाया तो नीता ने खुद ही हिम्मत कर के आगे कदम बढ़ाए ओर तेज तेज क़दमों के साथ आगे बढ़ गयी ओर तेज़ी से अपने बेडरूम का डोर ओपन कर के अंदर दाखिल हो गयी.

एरपोर्ट के हाद'से ने उसे एक दम बोखला दिया था ओर अब वो सिर थामे सोचे जा रही थी कि एर पोर्ट से अब तक क्या हुवा, ओर पंकज के हाथों का वो लॅम'हा याद कर के उसे गुस्सा भी आए जा रहा था ओर शरम भी, "वो कैसे यह सब उस'के साथ कर सकता है. उस'ने मा जैसी भाभी की गान्ड मैं पूरा हाथ चढ़ा दिया ओर वो भी बिल्कुल प्रिया के साम'ने ही, " नीता जैसे अपने आप से बरबराते हुए सवाल कर रही थी. सोचों का रेला उसके दिमाग़ मैं आए जा रहा था ओर वो सोच सोच कर परेशान हो रही थी कि उस'से कहाँ ग़लती हुई, क्या पंकज को बाहर भेजना उसकी ग़लती थी. लेकिन अपनी ग़लती के अहसास से ज़्यादा उसे यह चीज़ फिकर मैं डाले जा रही थी कि अब पंकज को नियंत्रण कैसे किया जाए ऑर उसे इन सब चीज़ों से बाज़ कैसे रखा जाए.

यह फ़ैसला कर के वो थोड़ी बहुत आश्वस्त तो हो गयी थी. पर एक डर सा यह लगा था के तुरंत परिवर्तन तो वो फिर भी नहीं ला सकैगि. इस बीच पंकज को कैसे फेस किया जाए, "वो तो लिहाज़ भी नहीं करता, वो मंज़र याद कर के ही नीता का चेह'रा शरम ऑर गुस्से से लाल हो गया. जब पंकज के हाथ उसके चुतडो पर मचल रहे थे. इन्ही ख़यालात मैं मगन नीता नींद की वादियों मैं खो गयी. कुच्छ दिन यूँही गुजर गये. नीता के साथ कोई और ख़ास बात नहीं हुई. पर यह सोच के वह ज़रूर दुखी थी कि अब पह'ले वाला पंकज नहीं रहा. उसे बड़े छोटे का लिहाज ज़रा भी नहीं था.

फिर एक दिन भाभी कहीं काम से गयी हुई थी. घर में प्रिया अकेली थी. वहीं पंकज भी था. पंकज की हवस भरी निगाहे प्रिया की मस्त जवानी का जाय'का ले रही थी. पंकज जब अमेरिका गया था तब प्रिया केवल 14 साल की थी. छ्होटे छोटे नींबू उभर रहे थे. पर इन 4 चार सालों में प्रिया 18 साल की मस्त लौंडिया हो चुकी थी जो पंकज की नज़र में केवल चोद'ने लायक थी. अब वह कॉलेज में 1स्ट्रीट एअर में पढ़ रही थी. पंकज की नज़रों की गुस्ताखियों को महसूस कर के प्रिया कुच्छ बोखला सी गयी ऑर वहाँ से भाग जाने के चक्कर मे थी. जिसे पंकज भी महसूस कर चुका था पर इतनी आसानी से वो यह मौका गँवा देने के लिए तैयार नहीं था.

"आई प्रिया तुम तो इन चार साल में पूरी जवान हो गई हो. " कहते हुए पंकज प्रिया के क़रीब आगेया ऑर जवाब मे प्रिया सिर्फ़ मूँ'ह चला कर रह गयी. उस'से कुच्छ कहा ही नहीं गया ओर जब पंकज को अपनी तरफ आते देखा तो बोख'लाते हुए बेतुके अंदाज़ मे कह दिया के,

भाई! चलें अब कुच्छ पढाइ सढाइ भी करें, यह कह कर मूडी ही थी कि पंकज ने उस'से से ज़्यादा तेज़ी दिखाई.

"अरे ठहरो प्रिया." प्रिया यूँही अपनी पीठ किए साँस रोके खडी थी कि किसी तरह यह घड़ी टल जाए ओर भाभी जल्द घर वापस आजाए लेकिन ऐसा कुच्छ भी ना हुवा , पंकज की कामुक नज़रे अप'नी बहन के टाइट पॅंट मे से उभरे हुए उन गोल गोल चुतडो पर केंद्रित थी और वो धीरे धीरे कदम उठाता हुवा प्रिया की तरफ बढ्ने लगा. बिल्कुल पास पहून्च कर अब वो ऊपर से नीचे तक बहन की मस्त जवानी का जायेज़ा लेने लगा ऑर जब नज़रे एक बार फिर गान्ड पर पहून्ची तो वहीं ठहर गयी. प्रिया अपनी आँखे किसी कबूतरी की तरह बंद की हुई थी. पंकज ने अपने बे-क़ाबू हाथ बढाये ओर उस'के बाएँ नितंब पर रख कर खुद प्रिया के कंधे से कंधा मिला कर खड़ा हो गया. प्रिया ने पंकज का हाथ जैसे ही अपनी गान्ड पर महसूस किया तो बिदक कर आँखे खोल दी ओर कुच्छ कहना चाहा पर पंकज ने यहाँ भी पहल की.

"अरे प्यारी बहाना इतना घब'रा क्यों रही हो!! हां?" यह कहते हुए पंकज ने हल'के से नितंब को दबाया ओर प्रिया कसमसाई सी बोल पऱी.

"भैया!! क्क्किया कर रहे हैं आप यह, आप ने एर पोर्ट पर भी कुच्छ इसी तरह. . , " इस'से आगे प्रिया से कुच्छ कहा ना गया हया के मारे.

"क्या किया था भाई मैने ऐसा , हां?" यह कहते हुए पंकज ने अपने हाथों का दबाव कुच्छ ओर बढ़ाया जैसे कि डॉक्टर लोग ब्लड प्रेशर लेते समय पंप कर'ते हैं.

"पल्लज़्ज़, भैया यह मत करो. मैं आप'की छोटी बहन हूँ." अपने एक हाथ से पंकज के हाथ को धकैलने की नाकाम कोशिश करते हुए बोली. अब वो रुआंसी सी होने लगी थी.

"ओके. ओके, छोड़ देता हूँ पर पहले यह बताओ के मस्त बहन का कोई बॉय फ्रेंड भी है या नहीं" अपना हाथ उसके कूल्हो से उठाते हुए कहा. पर अब स्थिति कुच्छ इस तरह रुख़ ली के प्रिया को धकैल कर उसे दीवार से टेक दिया ओर अपनी एक उंगली उसकी झाँक'ती हुई नाभी मे डाल कर होले होले घुमाने लगा. कूल्हों से हाथ हटाने के बाद प्रिया को कुच्छ सकून सा हुवा था पर अब नाभी मे पंकज की उंगली उस'के अंदर एक नयी सन'सनाहट पैदा कर रही थी.

"नही. भैया, " बिखरती साँसों के साथ कहा.

"अरे!! तुम्हारा अभी तक कोई बॉय फ्रेंड ही नहीं है. यहाँ के लोग कैसे हैं यार, तुम बहन हो उसके बावजूद तुम्हारी जवानी देख कर लंड तन गया है, देखो यह" कहते हुए पंकज ने प्रिया का हाथ जाबर'दस्ती अपने लंड पर रख दिया.

"प्ल्ज़ भाई, मुझे जाने दीजिए, यह. . यह सब सही नहीं हो रहा. " उखरती सांसो के साथ प्रिया मून'मुनाई ओर अपना हाथ लंड से हटाने की कोशिश की पर पंकज ने हाथ हटाने नहीं दिया ओर मज़बूती से गिरफ़्त किए रहा.

"कभी किसी ने तुम्हारे इन सुलगते होन्टो का जाम पिया है प्रिया?" जो हाथ नाभी मे घूम रहा था वो अब वहाँ से होन्टो पर पहून्च गया ओर अंगूठा और एक अंगुल से निचले होन्ठ को होले से मसला.
Reply


Messages In This Thread
Nangi Sex Kahani अमेरिका रिटर्न बंदा - by sexstories - 10-27-2018, 12:29 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,543,163 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 549,174 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,250,191 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 945,184 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,678,574 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,101,394 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,986,253 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,172,519 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,075,336 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 288,970 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)