RE: Maa ki Chudai माँ बेटी बेटा और किरायेदार
सीमा: खाना खाते हुए) कहाँ गया था
अमन: मौसी वो में पड़ोस के घर में गया था
सीमा: एक दम से चोंक गयी) क्या पड़ोस के घर में पर क्यों
अमन: मौसी आप को महक याद है ना वो दीदी की फ्रेंड
सीमा: हां याद है
अमन: वो पड़ोस में आई हुई है वो महक की मामी लगती हैं जब में छत पर टहल रहा था तो अचानक मेरी नज़र उस पर पड़ी और उसने मुझे बुला लिया
सीमा: ओह्ह अच्छा (सीमा मुस्कुराते हुए) कहीं उसको भी तो च
और सीमा बोलते-2 रुक गयी पर अमन समझ गया कि सीमा क्या कहना चाहती है
अमन: मुस्करते हुए) सच बताऊ मौसी
सीमा: हां बोलो
अमन: मौसी मुझे वो सच में बहुत अच्छी लगी भगवान ने क्या बनाया है उसे
सीमा: अच्छा जी अब यहाँ पर भी तुम्हारी शरारते शुरू हो गयी
अमन: क्या करूँ मौसी आप का स्टूडेंट जो हूँ
सीमा और अमन दोनो मुस्कुराने लगे खाना खा कर सीमा ने सारे झूठे बर्तनो को किचन में रखा और धोने लगी अमन भी किचन में खड़ा सीमा को देख रहा था
सीमा: क्या देख रहा है
अमन: कुछ नही मौसी बस इंतजार कर रहा हूँ कि कब आप अपना काम ख़तम करो और मैं आप को प्यार करू
सीमा: सीमा के होंठो पर मुस्कान आ गयी) नही अमन अभी नही ऐसा करो अभी सो जाओ रात को जो तुम चाहो कर लेना
अमन: पर मुझे नींद नही आ रही
सीमा: समझा कर अमन अगर तू अब सो गया तो देर रात तक जाग सकता हैं और जितना चाहे मुझे चोद लेना पर अब तू जा यहाँ से में भी काम निपटा कर सोउंगी
अमन: ठीक है
और अमन अपने रूम में आ गया और बेड पर लेट गया पर अमन को नींद नही आ रही थी अमन उठ कर छत पर चला गया और बगल वाले घर में झाँकने लगा पर महक ऊपर नही थी अमन वापिस नीचे आ गया और फिर से बेड पर लेट गया काफ़ी देर लेटने के बाद उसे नींद आ गयी
अब दोस्तो में आपको शोभा के घर की तरफ ले चलता हूँ रात के 6 बज रहे थे बबलू घर वापिस आ चुका था पिछले दिनो में यहाँ पर बहुत कुछ बदल गया था बबलू रेणु का दीवाना बन चुका था रेणु और बबलू अपने रूम के अंदर घुस जाते तो सुबह ही बाहर निकलते शोभा इस बीच एक दम जैसे अकेली सी पड़ गयी…जब बबलू घर वापिस आया तो रेणु बाथरूम में नहा रही थी बबलू अपने कपड़े चेंज करके बाहर हाल में बैठ कर टीवी देखने लगा इतने में शोभा वहाँ आई
शोभा: क्या बात है बबलू तुम आज कल मुझसे दूर-2 रहते हो
बबलू: नही तो ऐसे कोई बात नही है
शोभा: पर जब से तुम्हारी रेणु से शादी हुई है तुमने मुझसे मुँह मोड़ लिया है
बबलू ने शोभा को बाहों में भर लिया और उसके होंठो को चूमता हुआ बोला
बबलू: ऐसी कोई बात नही दरअसल रेणु अभी जवान है मुझे उसका ज़्यादा ध्यान रखना पड़ रहा है
शोभा: और में
बबलू: तुम तो मेरी जान हो रानी
और बबलू ने शोभा के होंठो को अपने होंठो में ले लिया और चूसने लगा शोभा कई दिनो से चुदि नही थी इसलिए उसकी चूत में पानी आने लगा
शोभा: ओह्ह बबलू जल्दी से मुझे एक बार चोद दे में कब से तरस रही हूँ
बबलू ने सोफे पर बैठे हुए अपने शॉर्ट्स को अपने घुटनो तक नीचे सरका दिया और शोभा को अपने ऊपर खींच लिया शोभा ने अपनी नाइटी को अपनी कमर तक उठा कर अपनी पैंटी को उतार दिया और बबलू की जाँघो के दोनो तरफ पैर करके घुटनो के बल बैठ गयी बबलू ने अपने लंड के सुपाडे को शोभा की चूत के छेद पर टिका दिया और शोभा की गान्ड को दोनो हाथों से पकड़ पूरे ज़ोर से धक्का मारा लंड चूत की दीवारों को फैलाता हुआ अंदर घुस गया
शोभा: अह्ह्ह्ह्ह्ह बबलू ओह आज कितने दिनो बाद तुमहरा लंड मेरी चूत के अंदर गया है ऐसा लगता है जैसे मेरी जलती हुई चूत को ठंडक मिल गयी हो
शोभा ने बबलू के होंठो पर अपने होंठो को लगा दिया और अपनी गान्ड उछाल-2 कर अपनी चूत को बबलू के लंड पर पटकने लगी बबलू भी शोभा की गान्ड को दोनो हाथों से थामें अपनी कमर को हिला हिला कर शोभा की चूत में अपना लंड अंदर बाहर कर रहा था शोभा की सिसकारियाँ पूरे घर में गूँज रही थी बबलू नाइटी के ऊपर से शोभा की चुचियों को मसलने लगा
शोभा: अह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बब्लूउ हाआँ मस्लो और जोर्र्र्र्र्ररर से ईईई और जोर्र्र्रर से चोदो और्र्ररर कस क्ीईई अह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
शोभा इतनी मस्त हो चुकी थी कि उसने एक ही पल में अपनी नाइटी को दोनो तरफ से पकड़ कर अपने गले से उतार कर नीचे फेंक दिया
शोभा: ओह्ह्ह्ह बब्लुउउउ लूऊ जल्दी इन्हे अपनीई मुँह में लेकर चूसो अहह बहुत मज्जा आ रहा हाीइ मेरी चूत की प्यास बुझा दो अपने लंड से ओह्ह
लंड तेज़ी से शोभा की चूत के अंदर बाहर हो रहा था शोभा झड़ने के एक दम करीब थी उसका बदन अकड़ने लगा
शोभा: ओह बब्लुउउउउ में झड़ने वालीईए हूँ अह्ह्ह्ह अहह अहह अहह ओह मेंन्ननणणन् गइईए ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
और शोभा झड़ने लगी उसका बदन एक के बाद एक झटके खाने लगा और फिर शोभा एक दम शांत पड़ गयी बबलू ने शोभा को अपने ऊपर से उतारा और सोफे पर घुटनों के बल उल्टा कर दिया और पीछे से आकर अपने लंड के सुपाडे पर ढेर सारा थूक लगा कर शोभा की गान्ड के छेद पर लगा दिया शोभा एक दम से सिहर गयी
शोभा : नही बबलू रेणु घर पर है मुझसे बर्दास्त नही होगा
बबलू: देखो रानी अगर मुझे खुस रखना है तो सिर्फ़ तुम्हारी ढीली चूत से काम नही चलेगा अब चुप करो मुझे तुम्हारी गान्ड मारे दो
और बबलू ने अपना लंड शोभा की गान्ड के छेद में घुसाना चालू कर दिया लंड का सुपाडा धीरे-2 शोभा की गान्ड के छेद में घुस गया शोभा के मुँह से चीख निकल गयी आँखों में आँसू आ गये
शोभा: ओह्ह्ह्ह माँ मररर डाल रीए ओह्ह्ह्ह ओह धीरी धीरे ओह
बबलू ने शोभा की कमर को दोनो हाथों से पकड़ कर एक ज़ोर धक्का मारा आधा लंड अंदर घुस गया शोभा दर्द से तिलमिला उठी हाथ पैर दर्द के मारे फूलने लगे
शोभा: ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह बब्लुउउउ बहुत दर्द्द्द्द्द हो रहा हाईईईई माररर दलाअ हरमििइ ओह्ह्ह्ह फाड़ डाली मेरीए गान्ड्द्द्द्द्द
बबलू: चुप साली चुप चाप गान्ड चोदने दे नही तो तेरी चूत को मेरे लौडा फिर कभी नसीब नही होगा अब ज़्यादा नखरे मत कर अह्ह्ह
और बबलू ने अपनी पूरी ताक़त लगा कर एक और जोरदार धक्का मार लंड जड़ तक शोभा की गान्ड में घुसा दिया शोभा अपने होंठो को दाँतों में भींचे दर्द को सहने की कॉसिश कर रही थी बबलू ने अपने मुँह से ढेर सारा थूक शोभा की गान्ड के छेद पर उगल दिया और शोभा की कमर को पकड़ कर तेज़ी से धक्के लगाने लगा लंड शोभा की गान्ड के टाइट छेद के अंदर बाहर होने लगा शोभा की आवाज़ पूरे कमरे में गूंजने लगी बबलू ताबड तोड़ धक्के लगा रहा था लंड गान्ड के छेद के अंदर बाहर होने लगा
शोभा: अह्ह्ह्ह्ह अहह अहह अहह धीरीए धीरी ओह नहियीईई नहिी अह्ह्ह्ह ऑश ऑश ओह मररररर दलाअ अहह माँ रीईए ओह ओह्ह उन्घ्ह उन्घ्ह्ह्ह और बबलू के लंड ने पानी छोड़ना चालू कर दिया बबलू हाँफने लगा उसका लंड सिकुड कर बाहर आ गया बबलू हान्फते हुए अपने शॉर्ट्स को घुटनो से ऊपर करने लगा तभी उसकी नज़र रेणु पर पड़ी जो पीछे खड़ी सब देख रहे थी उसके फेस पर गुस्सा सॉफ देखा जा सकता था रेणु ने सिर्फ़ टवल लपेट रखा था इससे पहले कि बबलू कुछ बोलता रेणु गुस्से से वापिस मूड गयी बबलू तेज़ी से पीछे रूम में गया
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