RE: Behen Chudai मेरी दीदी बड़ी मस्त मस्त है
सुबह हम हॉस्पिटल गये मोम को मिलने मोम की हालत बहतेर थी लेकिन अभी उन्हे वहीं रहना था.
सारा दिन हम मोम के पास रहे फिर शाम को अंकल के आने के बाद हम घर को रवाना हो गये.
वापसी पे काफ़ी अंधेरा और सर्दी थी और हम आराम से रोड पे चल रहे थे आगे एक लिंक रोड आया मैने बाइक लिंक रोड पे ले जा कर रोक दी और दीदी को उतार के आगे बिठा दिया कि आप बाइक चलाएँ.
प्रीति दीदी ने कहा नही भाई सर्दी है मैं फिर कभी चलाउन्गी तो मैने दीदी को अपने आगे बिठा दिया और दीदी का फेस मेरी तरफ था टांगे मेरी साइड पे.
मैने दीदी की शलवार नीचे करनी चाही तो दीदी ने रोक दिया.
भाई घर चल के प्यार करेंगे अभी कुछ ना करें.
बस दीदी थोड़ा सा प्लीज़.
दीदी मान गई मैने दीदी की शलवार नीचे की और अपना लंड बाहर निकाल के दीदी की फुद्दि के लिप्स पे रख दिया.
दीदी की फुद्दि को मेरा लंड टच हुआ तो वो गीली होने लगी.
मैने बाइक स्टार्ट की और आराम से चलाने लगा रोड पुराना था गड्ढे थे तो जंप लग रहे थे.
दीदी की कमर हाथों मे थी और टांगे मेरी साइड से हो के पीछे को थीं और मेरा लंड दीदी की फुद्दि के होल पर था.
भाई मज़ा आ रहा है थोड़ा तेज़ चलाओ जब वो वहाँ रगड़ता है तो मज़ा आता है.
मैने बाइक की स्पीड तेज़ की और जंप ज़्यादा लगने लगे जिस की वजह से दीदी और मैं मूव होते और मेरा लंड दीदी की फुद्दि पर रगड़ ख़ाता.
मैने बाइक धीरे की और लंड दीदी की फुद्दि के होल पे रखा और स्पीड बढ़ा कर जान कर आराम से आगे को झटका दिया तो मेरे लंड की कॅप दीदी की फुद्दि में चली गई.
दीदी को थोड़ा पेन हुआ तो दीदी ने कहा भाई धीरे करो मैं खुद को सेट कर लूँ मैने बाइक धीरे की और दीदी मेरे शोल्डर को पकड़ के थोड़ा पीछे होने लगी जैसे ही दीदी ने अपनी गान्ड उठा के पीछे करनी चाही मैने स्पीड बढ़ा दी और साथ ही जंप लगा और मेरा लंड दीदी की टाइट फुद्दि में पहले से ज़्यादा चला गया.
दीदी की चीख निकल गई दीदी को पेन हो रहा था प्रीति दीदी ने कहा भाई प्लीज़ स्टॉप मुझे दर्द हो रहा है.
दीदी अभी ख़तम हो जाए गा आप एंजाय करें और टाइट ना करें इस को ढीला छोड़ दो.
मैं धीरे धीरे झटके लगाने लगा और जंप की वजह से भी झटके लग रहे थे लेकिन मेरा हाफ से भी कम लंड दीदी की फुद्दि में था.
प्रीति दीदी की आँखे बंद थीं और मैं रिलीज़ होने वाला था मैने स्पीड और तेज़ कर दी और झटके खुद भी लगाने लगा और तभी मैं दीदी की फुद्दि में फारिघ् हो गया.
जैसे ही में फारिघ् हुआ मैने ब्रेक लगा दी और मेरा थोड़ा सा लंड लगभग दीदी की फुद्दि में चला गया.
मैने अपनी पूरी कम दीदी की फुद्दि में निकाल दी और दीदी को बाइक से उतारा तो देखा दीदी की फुद्दि से मेरी कम बह रही थी और कुछ सीट पे भी गिरी हुई थी क्योंकि लंड पूरा दीदी की फुद्दि में नही गया था.
दीदी ने फुद्दि को सॉफ किया और शलवार पहन कर पीछे बैठ गयीं.
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