RE: Behen ki Chudai मेरी बहन कविता
थोड़ी देर में दीदी ने खुद से दया करते हुए अपने दोनों हाथो से अपने चुत्तरों को पकड़ कर खींचते हुए गांड के छेद को अंगूठा लगा कर फैला दिया और बोली “लेमाधरचोदअपनेमनकीआरजूपूरीकरले….सालाहाथधोकेपीछेपड़ाहै….लेअबघुसा….लण्डकासुपाड़ाठीकसेछेदपरलगाकरउसकेबाद….धक्कामार…धीरेधीरेमारना…हरामी….जोरसेमारातोगांडटेढाकरकेलण्डतोड़दूंगी…..” मैंने दीदी के फैले हुए गांड के छेद पर लण्ड के सुपाड़े को रखा और गांड तक का जोर लगा कर धक्का मारा. इस बार पक से मेरे लण्ड का सुपाड़ा जा कर दीदी की गांड में घुस गया. गांड की छेद फ़ैल गई. सुपाड़ा जब घुस गया तो फिर बाकी काम आसान था क्योंकि सबसे मोटा तो सुपाड़ा ही था. पर सुपाड़ा घुसते ही दीदी की गांड परपराने लगी. वो एक दम से चिल्ला उठी और गांड खींचने लगी. मैंने दीदी की कमर को जोर से पकड़ लिया और थोड़ा और जोर लगा कर एक और धक्का मार दिया. लण्ड आधा के करीब घुस गया क्योंकि गांड तो एक दम चिकनी हो रखी थी. पर दीदी को शायद दर्द बर्दाश्त नहीं हुआ चिल्लाते हुए बोली “हरामी….कुत्ते…कहतीथी….मतकर… माधरचोद….पीछेपड़ाहुआथा…..साले….हरामी….छोड़….. हाय…मेरीगांडफटगई…उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ़….सीईईईई….अबऔरमतडालना….हरामी….तेरीमाँकोचोदु…..मतडाल….. हायनिकलले…निकललेभाई….गांडमतमार….हायचुतमारले….हायदीदीकीगांडफारकरक्यामिलेगा….सीईईईईइ…आईईईईईइ……..मररररर….गईइइइ …..” दीदी के ऐसे चिल्लाने पर मेरी गांड भी फट गई और मैं डर रुक गया और दीदी की पीठ और गर्दन को चूमने लगा और हाथ आगे बढा कर उनकी दोनों लटकती हुई चुचियों को दबाने लगा. मेरी जानकारी मुझे बता रही थी की अगर अभी निकल लिया तो फिर शायद कभी नहीं डालने देगी इसलिए चुप-चाप आधा लण्ड डाले हुए कमर को हलके हलके हिलाने लगा. कुछ देर तक ऐसे करने और चूची दबाने से शायद दीदी को आराम मिल गया और आह उह करते हुए अपनी कमर हिलाने लगी. मेरे लिए ये अच्छा अवसर था और मेल भी धीरे धीरे कर के एक एक इंच लण्ड अन्दर घुसाता जा रहा था. हम दोनों पसीने पसीने हो चुके थे. थोड़ी देर में ही मेरी मेहनत रंग लाइ और मेरा लण्ड लगभग पूरा दीदी की गांड में घुस गया. दीदी को अभी भी दर्द हो रहा था और वो बड़बड़ा रही थी. मैं दीदी को सांत्वना देते हुए बोला“बसदीदीहोगयाअब….पूराघुसचूकाहै…थोड़ीदेरमेंलौड़ा….सेटहोकरआपकोमजादेनेलगेगा….हाय…परेशाननहींहो….मैंखुदसेशर्मिंदाहूँकीमेरेकारणआपकोइंतनीपरेशानीझेलनीपड़ी….अभीसबठीकहोजाएगा….” दीदी मेरी बात सुन कर अपनी गर्दन पीछे कर मुस्कुराने की कोशिश करती बोली “नहींभाई…इसमेंशर्मिंदाहोनेकीकोईबातनहींहै…हमआपसमेंमजालेरहेहै….इसलिएइसमेंमेराभीहाथहै……भाईतूऐसामतसोच….मेरेभीदिलमेंथाकीमैंगांडमरवानेकास्वादलू….अबजबहमकरहीरहेहैतो….घबरानेकीकोईजरुरतनहींहै….तुमपूराकरलोपरयादरखना….अपनापानीमेरीचुतमेंहीछोड़ना…लोमारोमेरीगांड…मैंभीकोशिशकरतीहूँकीगांडकोकुछढीलाकरदू….”ऐसा बोल कर दीदी भी धीरे धीरे अपनी कमर को हिलाने लगी. मैं भी धीरे धीरे कमर हिला रहा था. कुछ देर बाद ही सक सक करते हुए मेरा लण्ड उनकी गांड में आने-जाने लगा. अब जाकर शायद कुछ ढीला हो रहा था. दीदी के कमर हिलाने में भी थोड़ी तेजी आ गई, इसलिए मैंने अपनी गांड का जोर लगाना शुरू कर दिया और तेजी से धक्के मारने लगा. एक हाथ को उनकी कमर के निचे ले जाकर उनकी बूर के टीट को मसलने लगा और चुत को रगड़ने लगा. उनकी चुत पानी छोड़ने लगी. दीदी को अब मजा आ रहा था. मैं अब कचाकाच धक्का लगाने लगा और एक हाथ उनके चुचियों को थाम कर लण्ड को गांड के अन्दर-बाहर करने लगा. चुत से चार गुना ज्यादा टाइट दीदी की गांड लग रही थी. दीदी अपनी गांड को हिलाते हुए बोली ” हायभाईमजाआरहाहै…..सीईईईई….बहुतअच्छालगरहाहै……शुरुरमेंतोदर्दकररहाथा…..मगरअबअच्छालगरहाहै…..सीईईईई…..हायराजा….मारोधक्का…जोरजोरसेचोदोअपनीदीदीकीगांडको……हायसैयांबताओअपनीदीदीकीगांडमारनेमेंकैसालगरहाहै…..मजाआरहाहैकीनहीं…..मेरीटाइटगांडमारनेमें…. बहनकीगांडमारनेकाबहुतशौकथानातुझे…. तोमनलगाकरमार….हायमेरीचुतभीपानीछोड़नेलगीहै….हायजोरसेधक्कामार….अपनीबहनकोबीबीबनालियाहै….तोमनलगाकरबीबीकीसेवाकर….हायराजासीईईईईईइ…..बहनचोदबहुतमजाआरहाहै…..सीईईईईइ….उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ़…..” मैं भी अब पूरा जोर लगा कर धक्का मारते हुए चिल्लाया ” हायदीदीसीईईई….बहुतटाइटहैतुम्हारीगांड….मजाआगया….हायएकदमसंकरीछेदहै….ऊपरनिचेजहाँकेछेदमेंलौड़ाडालोवहीकेछेदमेंमजाभराहुआहै….हायदीदीसाली….मजाआगया….सचमेंतुमबहुतमजेदारहो….. बहुतमजाआरहाहै….सीईईईई….मैंतोपागलहाय….मैंतोपूराबहनचोदबनगयाहूँ…..मगरतुमभीतोभाईचोदीबहनहोमेरीडार्लिंगसिस्टर…..हायदीदीआजतोमैंतुम्हारीबूरऔरगांडदोनोंफारकररखदूंगा…..” तभी मुझे लगा की इतनी टाइट गांड मारने के कारण मेरा किसी भी समय निकल सकता है. इसलिए मैंने दीदी से कहा की “दीदी…मेराअबनिकलसकताहै…तुम्हारीगांडबहुतटाइटहै….इतनीटाइटगांडमारनेसेमेरातोछिलगयाहैमगर…..बहतुमजाआया….अबमैंनिकालसकताहूँ….हायबोलोदीदीक्यामैंतुम्हारीगांडसेनिकलकरचुतमेंडालूयाफिर…..तुम्हारीगांडमेंनिकलदू….बोलोनमेरीलण्डखोरबहन….सालीमैंतुम्हारेचुतमेंझारूयाफिर….गांडमेंझारू…..हायमेरीरंडीदीदी…..” दीदी अपनी गांड नाचते हुए बोली ” माधरचोद….मुझेरंडीबोलताहै….सालेअगरनहींदियाहोतातोमुठमारतारहजाता….हायअगरनिकलनेवालाहैतोभोसरीकेपूछक्यारहाहै…..जल्दीसेगांडसेनिकलचुतमेंडाल….” मैंने सटक से लौड़ा खिंचा और दीदी भी उठ कर खड़ी हो गई और बिस्तर पर जा कर अपनी दोनों टांग हवा में उठा कर अपने जन्घो को फैला दिया. लगभग कूदता हुआ उनके जांघो बीच घुस गया और अपना तमतमाया हुआ लौड़ा गच से उनकी चुत में डाल कर जोर दार धक्के मारने लगा. दीदी भी निचे से गांड उछल कर धक्का लेने लगे और चिल्लाने लगी ” हायराजामारो….जोरसेमारो…अपनीबहनबीबीकी…हायमेरेसैयां…बहुतमजाआरहाहै…इतनामजाकभीनहींमिला….मेरेभाईमेरेपति….अबतुम्हीमेरेपतिहो…हायराजामैंतुमसेशादीकरुँगी….हायअबतुम्हीमेरेसैयांहो….मेरेबालम….माधरचोद….लेअपनीदीदीकीकीचुतकामजा….पूराअन्दरतकलौड़ाडालकर…चुतमेंपानीछोरो….माधरचोद…” मैं भी चिल्लाते हुए बोला ” हारंडीमैंतेरेसेशादीकरूँगा…मेरेलण्डकापानीअपनीचुतमेंले….हायमेरानिकलनेवालाहै….हायसीईईईईइ………लेले….” और दीदी को कस कर अपनी बाँहों में चिपका झरने लगा. उसी समय वो भी झरने लगी.
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