non veg story बदलते मौसम
08-18-2018, 12:25 PM,
#1
Exclamation  non veg story बदलते मौसम
बदलते मौसम

दोस्तो इस कहानी को देव ने लिखा है इसलिए इस कहानी का क्रेडिट इस कहानी के लेखक को ही मिलना चाहिए . मैं इस कहानी को इस फोरम पर पोस्ट कर रहा हूँ 
मौसम, हम सब की ज़िंदगी में कितने ही मौसम आते है कभी सुख कभी दुःख ,कभी कोई ख़ुशी घनघोर बारिश की तरह मन को तर कर जाती है तो कभी कुछ गहरे दुःख जेठ की तपती दुपहरी सी जला जाती है पर ज़िन्दगी ऐसी ही होती है कभी नर्म तो कभी गर्म

चौपाल के इकलौते बरगद के पेड़ के नीचे बैठा मैं गहरी सोच में डूबा हुआ था ,मेरी जेब में कुछ दिन पहले आया खत था जिसमे लिखा था की ताऊजी आज पूरे दो महीने की छुट्टी आ रहे है और यही शायद मेरी परेशानियों का सबब था 

ताऊजी, चौधरी तेज सिंह फौज में सूबेदार है गांव बस्ती में भी खूब सम्मान प्राप्त कोमल ह्रदय सबको साथ लेके चलने वाले इंसान, हसमुख और मिलनसार पर उस चेहरे की असलियत सिर्फ मैं और ताईजी ही जानते थे ,मैंने अपनी कलाई में बंधी घडी पर नजर डाली अभी ट्रैन आने में घंटे भर का समय था 

मैंने अपनी साइकिल ली और धीमे धीमे पैडल मारते हुए स्टेशन की तरफ चल दिया जो करीब 5 कोस दूर था वैसे तो सांझ ढालने को ही थी पर गर्मी झुलसती दोपहरी की ही तरह थी पसीने और गर्म हवा से जूझते हुए मेरी मंजिल स्टेशन ही था 

पर हाय रे फूटी किस्मत , आधे रस्ते से कुछ आगे साइकिल पंक्चर हो गयी ,सुनसान सड़क पर अब ये नयी मुसीबत पर समय से मेरा पहुचना जरुरी था क्योंकि ताऊजी को लेट लतीफी पसंद नहीं थी मैं पैदल ही साइकिल को घसीटते हुए जाने लगा 

पहुचते ही मैंने रेल का पता किया तो मालूम हुआ आज रेल करीब पौन घंटे पहले ही आ गयी थी ,मैंने अपना माथा पीट लिया पर इन चीज़ों पर मेरा जोर कहा चलता था, साइकिल ठीक कार्रवाई और वापिस मुड़ लिया मन थोड़ा घबरा रहा था ताऊजी के गुस्से को मैं जानता था पर घर तो जाना ही था 

जब मैं घर आया तो सांझ पूरी तरह ढल चुकी थी ताईजी रसोई में थी घर में जाना पहचाना सन्नाटा छाया हुआ था 

ताई- सलाद रख आ बैठक में 

मैं समझ गया ताऊजी आ चुके है और शायद आते ही पीने का कार्यक्रम चालू कर दिया है ,मैंने प्लेट ली और बैठक में गया तो देखा ताऊजी आधी बोतल ख़त्म कर चुके है मैंने प्लेट मेज पर रखी और ताऊजी के पैरों को हाथ लगाया ही था 

की मेरी पीठ पर उनका हाथ पड़ा और फिर एक थप्पड़ गाल पर "हरामजादे, कहा मर गया था तू स्टेशन क्यों नहीं आया "

मैं- जी वो साइकिल ख़राब हो गयी थी इसलिए देर से पंहुचा और रेल भी पहले आ गयी थी 

ताऊ- चल दिखा साइकिल 

वो मुझे बाहर ले आया 

ताऊ- सही तो है ये 

मैं- जी पंक्चर लगवा लिया था 

ताऊ- झूठ बोलता है कही आवारगी कर रहा होगा तू , वैसे भी तुझे क्या परवाह मेरी 

मैं- जी ऐसी बात नहीं है वो सच में ही 

आगे की बात मेरी अधूरी रह गयी नशे में चूर ताऊ ने पास पड़ा डंडा लिया और मारने लगा मुझे कुछ गालिया बकता रहा और मैं किसी बुत की तरह शांत मार खाता रहा इन लोगो के सिवा इस दुनिया में और कौन था मेरा बस यही सोच कर सब सह लेता था 

अपने दर्द से जूझते हुए मैं आँगन में ही बैठ गया अब दो महीने तक इस घर में ये सब ही चलना था दिन में शरीफ ताऊजी रात होते ही शराब के नशे में हैवान बन जाते थे धीरे धीरे घर में बत्तियां बुझ गयी पर मैं वही बैठा सोचता रहा 

अपने बारे में, इस ज़िन्दगी के बारे में ऐसा नहीं था की मैं इन लोगो पर कोई बोझ था बिलकुल नहीं पर माँ बाप की एक हादसे में मौत के बाद मैंने भी मान लिया और फिर इनके अलावा कौन था मेरा पर कभी कभी इन ज़ख्मो से दर्द चीख कर पूछता था की आखिर क्या खता है क्यों सहता है ये सब 

और मेरे पास कोई जवाब नहीं होता था ,खैर रात थी कट गयी सुबह ही मैं खेतो पर आ गया था बारिश की आस थी ताकि बाजरे की बुवाई कर सकू खेती की ज्यादातर जमीन आधे हिस्से में दी हुई थी कुछ पर मैं कर लिया करता था

आज दोपहर से ज्यादा समय हो गया था भूख सी भी लग रही थी पर ताईजी आज खाना लेकर नहीं आयी थी बार बार मेरी आँखे रस्ते को निहारती की अब आये अब आये पर आज शायद देर हो गयी थी 

"क्या हुआ देव, बार बार आज निगाहे सेर की तरफ हो रही है " बिंदिया ने मेरी तरफ आते हुए कहा 

बिंदिया और उसका पति हमारे खेतो पर ही काम करते थे बिंदिया कोई 27-28 साल की होगी पर स्वभाव से मसखरी सी थी 

मैं- कुछ नहीं वो ताईजी आज खाना लेकर न आयी बस बाट देख रहा था 

बिंदिया- कुछ काम पड़ गया होगा वैसे तू चाहे तो मेरे साथ दो निवाले खा ले

मैं- ना ,ताईजी आती ही होंगी 

बिंदिया- देव, रोटी में जात पात न होती वो पेट भरती है बस चाहे तेरी हो या मेरी 

मैं- अब इसमें ये बात कहा से आ गयी ,चल ला दे रोटी पर मैं भरपेट खाऊंगा क्योंकि कल का भूखा हु 

बिंदिया- खा ले, 

बिंदिया ने अपनी पोटली खोली और खाना निकाला रोटी और चटनी थी लाल मिर्चो की पर भूख जोरो की लगी थी तो जायकेदार लगी मैं खाता गया कुछ बाते करता गया उससे और तभी ताईजी आ गयी ताईजी ने कुछ अजीब नजरो से बिंदिया को देखा 

ताईजी-बिंदिया खेतो के दूसरी तरफ पानी छोड़ जाके 
जैसे ही बिंदिया गयी ताईजी मेरी तरफ मुखातिब हुई और बोली- देव, कितनी बार मैंने कहा है बिंदिया से दूर रहा कर और मैं खाना ला तो रही थी आज थोड़ी देर हो गयी तो 

मैं- ताईजी मैं उसे मना नहीं कर पाया 

ताई- मैं सब समझती हूं उसका तो काम है बस लोगो को अपने झांसे में लेना ये तो मेरा बस नहीं चलता वरना कब का उसे निकाल चुकी होती यहाँ से खैर तू खाना खा ले 

ताईजी पंप हाउस की तरफ चल गयी और मैं खाना खाते हुए ये सोच रहा था की ताईजी को बिंदिया से क्या दिक्कत है

मैंने अपना खाना खाया और फिर पंप हाउस की तरफ चल दिया ये सोचते हुए की कुछ देर सुस्ता लूंगा ताईजी वहाँ पर चाबी पाना लिए एक मोटर को खोलने की कोशिश कर रही थी 

मैं- इसे क्या हुआ 

ताई- जल गयी है , इसे ठीक करवाना होगा

मैं- आप रहने दो मैं थोड़ी देर में खोल दूंगा

ताई- तू बैठ मैं खोलती हु 

मैं पास ही चारपाई पे बैठ गया और ताई मोटर से जोर आजमाइश करने लगी पर मोटर पुरानी थी बोल्ट जाम थे तो इसी कोशिश में ताई की कोहनी ऊपर रखे मोबिल के डिब्बे से टकराई और ढेर सारा मोबिल उनकी साडी पे आ गिरा 

ताई- ओह्ह ये क्या हुआ ,क्या है ये

मै - ताईजी मोबिल गिर गया एक मिनट रुको 

मैं एक पानी की बाल्टी लाया 

मैं- जल्दी से इसे साफ़ कर लो 

ताई- ये तो साबुन से ही साफ होगा कमबख्त एक से एक मुसीबत सर पर खड़ी रहती है

मैं- कोई बात नहीं साबुन लाता हु आप अभी साड़ी धो दो थोड़ी देर में सूख जायेगी 

ताई- अब ये ही करना पड़ेगा वर्ना ऐसे में घर कैसे जाउंगी
Reply


Messages In This Thread
non veg story बदलते मौसम - by sexstories - 08-18-2018, 12:25 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,551,029 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 550,012 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,253,664 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 947,973 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,682,992 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,105,144 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,992,800 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,193,298 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,082,707 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 289,741 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)