RE: Antarvasna फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है
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ठीक 12 बजे मैं अपने बेड से उतरा और अपी के रूम की तरफ चल पड़ा जैसे ही मैने अपी के रूम के डोर को हल्का सा दबा दिया तो वो बिना आवाज़ किए आराम से खुलता चला गया
मैं रूम मे इन हुआ और डोर को अंदर से लॉक कर लिया और आहिस्ता से नेलु के पास चला गया जो के बेड पे लेटी हुई थी
मैं भी जा के बेड पे बैठ गया और नेलु को आवाज़ दी नेलु..... लेकिन उस ने कोई जवाब नही दिया
मुझे अपी की बात याद थी कि नेलु मना नही करे गी और मेरा साथ भी दे गी लेकिन शरम की वजह से वो बात नही करे गी
अब मैं बेड से उठा और अपने कपड़े उतार दिए और नेलु के साथ ही लेट गया
अब मैं अपनी हिम्मत जमा कर रहा था और साथ ही ये भी सोच रहा था कि कहाँ से शुरू करूँ
फिर मैने हिम्मत की और नेलु की तरफ अपना फेस घुमा लिया और अपने एक हाथ को नेलु के बूब्स के उपर रख दिया मेरे ऐसा करते ही नेलु के जिस्म ने एक हल्की सी झुरजुरी ली और फिर से खामोशी अब नेलु के जिस्म मे कोई भी हरकत नही थी
अब मैने अपने हाथ को उस के बूब्स पे आहिस्ता से घुमाना शुरू कर दिया उफफफफफ्फ़ क्या बूब्स थे मेरी छोटी बेहन के आहह
बिल्कुल सख़्त हो रहे थे उस वक़्त और सॉफ्ट मेरे मुँह मे पानी आने लगा था और दिल कर रहा था कि अभी इन्हे नंगा कर के मुँह मे ले के खूब चूसू
फिर मैने ये सोच के हाथ को नीचे किया कि मैं अब नेलु की क़मीज़ निकाल दूं लेकिन जब मेरे हाथ मे उस की क़मीज़ का पल्लू नही आया तो मुझे समझ मे आया कि नेलु ने अपने ऊपर चादर ली हुई है मुझे समझ नही आई कि उस ने ऐसा क्यो किया है
खैर मैने साइड से अपने हाथ को चादर मे घुसाया और जैसे ही मेरा हाथ नेलु के जिस्म को लगा तो मुझे 440 वॉल्ट का झटका लगा
क्योंकि नेलु चादर के नीचे बिल्कुल नंगी लेटी हुई थी और उस के जिस्म पे कोई कपड़ा नही था
मैने अब देर नही की और अपने आप को संभाल लिया और इस के साथ ही अपने मुँह को अपनी प्यारी छोटी बेहन के बूब्स से लगा दिया
जैसे ही मैने अपनी बेहन के बूब्स को सक करना शुरू किया उस के मुँह से हल्की आअहह उन्मह की आवाज़ निकलने लगी
इन आवाज़ों से मैं काफ़ी ज़ियादा एग्ज़ाइट हो गया और उस के बूब्स पे हल्की सी बाइट भी करने लगा जिस से वो मचलने लगी
और बोली आऐईयईईईईई भाईईईईई नैईईईईईई काटूऊऊओ दर्द्द्दद्ड होता हाईईईईईई आराम से चूसूऊओ पल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ आहह उन्मह
नेलु की आवाज़ सुन के मैने बाइट करना छोड़ दिया और सिर्फ़ बूब्स को चूसने और दबाने लगा कुछ देर के बाद मैने अपने एक हाथ को नेलु की फुद्दि की तरफ घुमाना शुरू कर दिया और आराम से अपने हाथ को अपनी बेहन की फुद्दि पे रख दिया
आअहह कितनी गरम और गीली फुद्दि थी मेरी बेहन की एक लम्हे के लिए तो मैं खो सा गया फिर मैने अपनी बेहन की फुद्दि की लकीर मे अपनी एक उंगली घुमाने लगा
मेरे इस तरह करने से नेलु की साँसे तेज़ हो गई और मेरे हाथ को अपनी फुद्दि मे भींचने लगी और आहह उन्म्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ करने लगी
अब मैं उठा और जा के नेलु की टाँगों के दरमियाँ बैठ गया और उस की टाँगों को खोल के अपने मुँह को बेहन की फुद्दि पे रख दिया
नेलु की फुद्दि उस वक़्त किसी भट्टी की तरह दहक रही थी और गीली भी हो रही थी मेरे मुँह लगाते ही नेलु मेरे सर को अपनी फुद्दि पे दबाने लगी और उन्मह भाईईईईईईईई खा जऊऊओ मेरी फुद्दि को अपणीईीईईई रखैल बना लो भाईईईईईईईईईई आआहह भाईईईईईईईईई मुझे कुछ हो रहााआ हाईईईईईईईईईईईईई मैंन्नननणणन् गैिईईईईईईईईई भाईईईईईईईईईई पल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ कुछ करूऊऊऊऊऊऊओ
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