RE: Antarvasna फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है
अपी सीधी लेट गई और कोई 5 मिंट के बाद मैने अपी को आवाज़ दी लेकिन अपी ने कोई जबाब नही दिया मुझे तो पता था कि अपी जाग रही है
मैं उठा और अपी के पास जा कर उन के बूब्स को दबाने लगा
थोड़ी देर बूब्स दबाने के बाद मैने अपी की टीशर्ट को ऊपर करने की कॉसिश की लेकिन वो नही हो रही थी मुझे काफ़ी ज़ोर लगाना पड़ा लेकिन शर्ट पूरी ऊपर नही हुई
तभी अपी थोड़ा हिली तो मैं पीछे हट गया अपी उठ के बैठ गई और कहने लगी भाई क्या मैं यहाँ नीचे चादर बिछा के सो जाऊं
मैं समझ गया कि अपी फुल स्पोर्ट कर रही है मैने कहा हाँ अपी आप नीचे सो जाओ अगर कहो तो मैं भी नीचे ही सो जाउन्गा मुझे भी यहाँ नींद नही आ रही
अपी उठी और बेग मे से चादर निकाल के नीचे बिछा दी और मुझे कहा भाई ये लाइट ऑफ कर दो और आप भी यहाँ मेरे पास ही सो जाओ
मैं उठा और लाइट ऑफ कर के अपी के साथ लिपट के लेट गया तो अपी ने कहा भाई आज आप को मुझ पे कुछ ज़्यादा ही प्यार नही आ रहा
मैने कहा नही अपी मैं तो आप से शुरू ही से इसी तरहा प्यार करता हूँ
अपी ने कहा अच्छा अब सो जाओ मुझे नींद आ रही है और अपी ने आँखे बंद कर लीं
कोई 5 मिंट के बाद मैने अपी की शर्ट को ऊपर किया तो वो फिर ऊपर नही हुई मैने अपी की क़मर के नीचे हाथ डाल कर अपी को ऊपर किया और शर्ट को ऊपर कर दिया शर्ट के नीचे अपी ने ब्रा भी नही पहनी हुई थी वाउ क्या नज़ारा था हल्की रोशनी मे 2 खूबसूरत पहाड़ियाँ मुझे पागल कर रही थी मैं फॉरन अपी के बूब्स पे टूट पड़ा और उन को दबाने और चूसने लगा
कोई 20 मिंट बाद मैने अपना एक हाथ नीचे अपी की फुद्दि पे रखा तो देखा कि अपी का पाजामा पूरी तरहा भीगा हुआ था
मैने अपना हाथ अपी के पाजामे के अंदर डाला और अपी की फुद्दि पे रख दिया वॉववववव अपी की फुद्दि बिल्कुल क्लीन थी
और गीली इतनी कि जैसे कोई पानी गिरा रहा हो मेरे फुद्दि पे हाथ लगने से अपी काफ़ी हिलने लगी थी मैने अपी की फुद्दि पे हाथ और होंठो पे किस जारी रखी अपी अब काफ़ी ज़्यादा हिलने लगी थी
फिर मैं उठा और अपी की टाँगों के पास बैठ कर पाजामे को उतारने लगा तो पता नही मेरे दिल मे क्या आया कि मैने कहा अपी ज़रा ऊपर होना
मेरा इतना कहना ही था कि अपी फॉरन ऊपर हो गई और मैने अपी का पाजामा नीचे कर के 1 पावं मे से निकाल दिया लाइट की वजह से कुछ नज़र तो आ नही रहा था इस लिए मैने अपना मुँह जैसे ही अपी की फुद्दि पे रखा तो अपी की सिसकी निकल गई
सीईईईई उनह और अपी ने मेरे सर को अपनी फुदी पे अपने हाथों से ज़ोर से दबा लिया जिस से मेरी सांस भी रुकने लगी
लेकिन अपी ने मेरे सर को नही छोड़ा मैने कुछ ज़ोर लगा के अपना सर छुड़ाया और कहा अपी प्ल्ज़्ज़ मेरा सांस रुक रहा है इस तरह नही करो
और फिर अपना मुँह अपी की चूत पे रख दिया और ऊपर से नीचे तक चाटने लगा और अपी मेरे सर मे उंगलियाँ फेरने लगी
फिर मैं अपनी ज़ुबान को बाहर निकाल कर अपी की फुदी के सुराख मे घुसाने लगा और अपी अहह अम्मिईीईईईईईईई उन्म्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़े हल्की आवाज़ मे कर रही थी
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