RE: Antarvasna फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है
घर आते ही अप्पी ने कहा कि भाई रात कहाँ थे मैने कहा कि अप्पी वो मैं अपने दोस्त के साथ ही रहा उस के घर पे
अप्पी ने कहा कि भाई कुछ दिन की तो छुट्टी है हमारे पास घर पे ही रहो बाद मे तो सुबह जाना और रात को आना होता है .
मैं अप्पी से बात ही कर रहा था कि मुझे सफ्दर की बात याद आ गई कि लड़की जब जवान हो जाती है तो उस की फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है
चाहे वो बाप का हो या भाई का मेरे ज़हन मैं ये बात आई ही थी कि अप्पी ने कहा कि भाई नाश्ता लाऊ मैने कहा कि नही
और अपने रूम मे चला गया और सोचने लगा कि क्या मेरी बेहन भी ऐसी ही है तो मैने कहा कि नही वो एक शरीफ लड़की है
मेरे घर मे 3 रूम 1 हॉल किचॅन और 1 ही वॉशरूम है जिसे सब इस्तीमल करते हैं 1रूम अम्मी अबू का 1 मेरी बहनों का और 1 मे हम सब भाई
मैं अभी ये ही सोच रहा था क़ि अप्पी आ गई और कहा कि भाई आप थोड़ी देर बाहर बैठो मैं सफ़ाई कर लू मैने कहा कि तुम करो मैं ठीक हू और वो झुक कर सफाइ करने लगी जिस से उस की गंद बाहर को निकल आई मैं अपनी बेहन की गांद को ही घूरता रहा पता नही क्या हो गया था मुझे
बाजी सफाइ करते हुए मूडी तो उन की नज़र मुझ पे पड़ी और अप्पी ने कहा कि नसीर क्या देख रहे हो
मैं घबरा सा गया और फॉरन कहा कि अप्पी मैं देख रहा हू कि आप कितना काम करती हो
अप्पी ने कहा कि भाई सब लड़कियाँ करती हैं मैं कोई अनोखा तो नही कर रही
मैने कहा हां ये तो है लेकिन मुझे अच्छा नही लगता अप्पी ने कहा कि क्या तो मैने कहा कि अपी आप का यों सारा दिन काम करना
अपी ने कहा तो फिर कौन करे गा
मैने कहा कि अपी अम्मी को भी तो करना चाहिए ना वो तो सारा दिन इधर उधर घूमती ही रहती हैं
अपी ने कहा कि भाई अम्मी ही सारी ज़िंदगी करती रही हैं
और मैं चुप हो गया अपी भी काम ख़तम कर के बाहर चली गईं
मैं जितनी भी देर अपी रूम मे सफाइ करती रही उन की गंद को ही घूरता रहा
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