RE: Maa Beti Chudai माँ का आँचल और बहन की लाज़
पर आज तो मोम ने खुद ही अपने गाल उसकी तरफ किए ...बड़े प्यार से मुस्कुराया और काफ़ी देर तक उसके होंठों से अपने गाल लगाए रखा..उसकी मुस्कुराहट में भी एक चमक सी नज़र आई . शशांक को कुछ समझ नहीं आ रहा था ..आख़िर एक रात में ही क्या हुआ मोम को..???
शिव और शांति अपने बच्चों की तरफ हाथ हिलाते हुए बाहर निकल जाते हैं .....
पर जाते जाते शांति दोनों बच्चों को हिदायत देना नहीं भूलती " देखो तुम दोनों ज़रा ख़याल रखना ...और शिवानी तुम दिया वग़ैरह जला देना ..शशांक तुम भी शिवानी को हेल्प कर देना ..हो सकता है हमें आने में कुछ देर हो जाए .."
" यस मोम ...सब हो जाएगा डॉन'ट वरी " शिवानी बोलती है ...
जैसे ही पापा और मोम कार से निकलते हैं शिवानी से रहा नहीं जाता , वो उछलते हुए शशांक के गले से लिपट जाती है और अपने पैर उसकी कमर के गिर्द लपेटे हुए उसे चूमती है , बार बार , कभी गले को , कभी गाल को और कभी शशांक के होंठो को , वो पागल हो जाती है
" ओह भैया ,,भैया यू आर छो स्च्वीत ...आइ लव यू ....दीवाली मुबारक हो ...."
शशांक इस अचानक हमले से बौखला जाता है
" यह लड़की ..उफफफफ्फ़ ...पटाखे से भी ज़्यादा ही फट रही है ..."
" हां भैया ..तुम ने ठीक कहा पटाखे से भी ज़्यादा ... "
"ओके ओके ....आइ नो आइ नो " ..और वो भी एक प्यारा सा किस उसके होंठों पर जड़ देता है , उसे अपनी मजबूत बाहों से थामते हुए उसे पास रखी एक कुर्सी पर बिठा देता है ..और खुद भी एक कुर्सी खींच उसके बगल बैठ जाता है....
शिवानी उत्तेजना से हाँफ रही थी .....
शशांक भी शिवानी के इस प्यारे से हमले से अपने आप को पूरी तरह बचा नहीं पाया था, उसके उभरे हुए बॉक्सर का शेप इसकी बात की चीख चीख कर गवाही दे रहा था ...
थोड़ी देर तक कोई कुछ नहीं बोलता ...एक दूसरे को देखते रहते हैं ...
शिवानी की साँस नॉर्मल होती है ..शशांक चूप्पि तोड़ता हुआ बोलता है
" अच्छा शिवानी तू तो अब मेरी फिलॉसफर , गाइड और बेस्ट फ्रेंड है ना ...??" शशांक थोड़ा माखन लगाता है ..
" हां वो तो हूँ .." शिवानी अपना सीना तानते हुए कहती है ..
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