RE: Maa Beti Chudai माँ का आँचल और बहन की लाज़
अपडेट : 12
आज फिर एक सुबेह होती है शिव-शांति के घर .... पर आज की सुबेह और कल की सुबेह में कितना फ़र्क था ....
एक ही दिन में कितना कुछ बदल गया था ...
आज सब से खुश थी शिवानी.....उसने तो मानों दुनिया जीत ली थी ....भैया का उसके होंठों का चूमना....... उसके होंठ अभी भी याद कर फडक उठ ते ....उसके पावं तो ज़मीन पे पड़ते ही नहीं थे ...झूम रही थी शिवानी ....अपने लूज टॉप और लूज स्लॅक्स में बहोत ही प्यारी लग रही थी ...उसकी गदराई चूचियाँ टॉप के अंदर उसकी ज़रा भी हरकत से हिल उठ ती ...बाहर निकलने को तैयार ...
आज दीवाली की सुबेह उसकी जिंदगी में रोशनी भरी थी ...जगमगा उठी थी ...मन में फुलझारियाँ फूट रहीं थीं ... और चूत में पटाखे .......
इधर शशांक भी अपने आप को बड़ा हल्का महसूस कर रहा था....उस ने मोम के सामने अपने प्यार का इज़हार कर दिया था..बिल्कुल ख़ूले लफ़्ज़ों में ....उसे अपने गालों पर झन्नाटेदार थप्पड़ की पूरी आशंका थी.....पर थप्पड़ के बजाय उसे मिली मोम की चुप्पी.... और यह मोम का चूप रहना भी शशांक के लिए मोम की स्वीकृति से कम नहीं थी..उस ने ठान लिया था कि अब वो अपने किसी भी हरकत से मोम को परेशान नहीं करेगा...कल शाम किचन वाली हरकत तो किसी भी सूरत में नहीं ...वो अपने मोम को साबित कर देगा उसका प्यार सिर्फ़ वासना नहीं ....एक पूजा है ...
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