RE: Maa Beti Chudai माँ का आँचल और बहन की लाज़
शशांक अपने लंबे लंबे कदमों से भागता हुआ फ़ौरन फोन उठाता है ...आवाज़ शिव की थी ..
" हां पापा क्या बात है ..?" शशांक ने पूछा..उसकी आवाज़ में चिंता सॉफ झलक रही थी
" शशांक बेटा , कोई खास बात नहीं .. तेरी मोम कहाँ है ?.."
" मोम तो किचन में हैं पापा .उन्हें बुलाऊं क्या ..?''
" नहीं रहने दे ..मोम को बोल देना मैं काफ़ी देर से आऊंगा ...कुछ पेंडिंग काम हैं , शो रूम में दीवाली का स्टॉक अरेंज करना है ...बोल देना वो समझ जाएँगी.और तुम लोग खाना खा लेना ..मेरा वेट मत करना ..."
" ओके पापा ..पर ज़्यादा देर मत करना ..टेक केर.."
और फोन रख देता है.
मोम अभी भी किचन में ही थी..शशांक किचन के अंदर जाता है..मोम के बगल खड़ा हो जाता है ..
" किसका फोन था बेटा .?" शांति उसकी ओर देखते हुए पूछती है .
"पापा का था मोम ..आज रात देर से आएँगे ..कह रहे थे दीवाली का स्टॉक अरेंज करने का मामला है ..हम लोग खाने पर उनका वेट नहीं करें.."
" हां बेटा दीवाली सर पर है...कस्टमर्स को नये नये डिज़ाइन्स और चाय्स चाहिए.मैं समझती हूँ ".
मोम कुक भी कर रही थी और साथ में शशांक से बातें भी करती जाती .
वो अभी भी उन्हीं कपड़ों में थी जिसे पहेन वो सुबेह दूकान गयी थी ..और शाम को घर वापस आई थी..
साड़ी और ब्लाउस में सिलवटें पड़ी थीं , बाल बीखरे हुए थे ...चेहरे और आँखों पर एक हल्की अलसाई सी थकान की छाया ....आँचल संभाले नहीं संभलता ..बार बार हाथों पर आ जाता ...और उनकी अभी भी सुडौल और मांसल चूचियाँ शशांक की आँखों के सामने आ जाती ...
शशांक उन्हें एक टक निहारता जा रहा था ..उनकी यह चाबी वो मंत्रमुग्ध हो कर एक तक देखे जा रहा था ..उसकी आँखों में अपने मोम के लिए प्यार , चाहत , तड़प सॉफ सॉफ झलक रहे थे ...
अभी तक शिवानी एक कोने में खड़ी उनकी बातें सुन रही थी ..भैया की आँखों में मोम के लिए उसका प्यार और प्यास देख ..उस ने भैया के लिए रास्ता साफ करते हुए किचन से बाहर निकल जाती है और जाते जाते कहती जाती है
" मोम मैं टीवी देखने जा रही हूँ.मेरा फवर्ट शो बस आने ही वाला है." जाते जाते भैया को आँख मारना नहीं भूलती ...
शिवानी के बाहर निकलते ही , थोड़ी देर वो मोम को देखता रहता है फिर पीछे से शांति के कंधों पर हाथ रखते हुए हल्के से जाकड़ लेता है और उनके गाल चूम लेता है
" क्या बात है .आज अपनी इस बूढ़ी मोम पर मेरे बेटे को बड़ा प्यार आ रहा है...? सर भी कितने अच्छे से दबाया तू ने ..." शांति ने पीछे मुड़ते हुए उसकी आँखों में झाँकते हुए कहा ..
" कम ऑन मोम बूढ़ी और आप..? अरे जवान लड़कियाँ भी आप के सामने कुछ नहीं ...क्या फिगर आप ने मेनटेन किया है ..सच बोलता हूँ मोम ...जी करता है आप को मैं अपनी गर्ल फ्रेंड बना लूँ .."
" वाह रे वाह ..अब मेरे इतने हॅंडसम बेटे की किस्मेत इतनी तो फूटी नहीं कि मेरी जैसी बूढ़ी उसकी गर्ल फ्रेंड बने ..क्या सारी जवान लड़कियाँ मर गयी हैं..?"
" हां मोम आप के सामने तो वो सब मुर्दे के ही समान तो हैं ..."
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