RE: Desi Sex Kahani एक आहट "ज़िंदगी" की
गतान्क से आगे..............
तभी कॅबिन के डोर पे नॉक हुआ.
रितिका :- कम इन..
तभी अंदर एक पीऑन आया जिसके हाथ में बेहद ही खूबसूरत बुकेट था....
पीयान :- राहुल सर ने भेजा है..
रितिका :- ह्म्म ब्यूटिफुल...अच्छा एक काम करो...ये बुकेट और ये लेटर तुम्हे इस अड्रेस्स पे पहुचाना
है..
पीयान :- हो जाएगा मॅम..
रितिका :- अब तुम जा सकते हो....(फिर वो पीयान चला जाता है)
उधर अंकित मस्त पलंग पे पड़ा मोबाइल पे गाना चला के लेटा हुआ था...कि तभी...
हम तेरे बिन अब रह नही सकते....तेरे बिना क्या वजूद मेरा....(इतने महीने गुजर गये लेकिन भाई
साहब ने रिंगटोन नही चेंज करी)
भाई साहब ने जब स्क्रीन पे नाम देखा तो चेहरे पे एक खिलखिलाहट आ गयी...
अंकित :- हेलो मिस.....
हेलो के बच्चे रिज़ल्ट आ गया है....
बस जब सामने से रिज़ल्ट का नाम सुना तो चेहरे पे जो दाँत दिख रहे थे..वो अंदर घुस गये और
उसके दिल की धड़कन फस्टली बीट होने लगी....
अंकित :- क..क.क....क्या...इतनी जल्दी आ गया रिज़ल्ट..
हाँ ... आ गया है जल्दी से चेक करो और मुझे बताओ...तुम्हारी जितनी हार्टबीट चल रही है ना
उससे ज़्यादा मेरी ही चल रही है.....
अंकित :- ना....नही....में नही देखूँगा...आप देखो...
में..लेकिन में क्यूँ?
अंकित :- क्यूँ कि आप मेरे लिए लकी हो...?
अच्छा जी...ऐसा कैसे??
अंकित :- मुझे ऐसा लगता है....बस..अब आप बताओगी कि नही मॅम..प्लीज़
अंकिता :- ओके ओके...चेक करती हूँ...होल्ड करो...
फिर अंकिता फटाफट से लप्पी ऑन करके....रिज़ल्ट वाली साइट खोल के उसे अंकित का रोल नंबर डाल देती है..
अंकिता :- अंकित ये क्या.....
अंकित की तो गान्ड फट के 8 हो गयी और उसे ऐसे लगा मानो फटी हुई गान्ड मे किसी ने उसके हाथ में दे
दी हो....उसकी शक्ल का सत्यानासी जैसा हाल बन गया..आँखें बाहर आ गयी और दिल तो मानो इतनी
ज़ोरों से धड़क रहा था मानो अभी बाहर आ के गिर जाएगा..
अंकित :- (बड़ी मुश्किल से) ..क..क्ककया...हुआ....मॅ..म.....
अंकिता :- मेहनत करवाने का ये फल दिया है तुमने मुझे?
अंकित अपने पलंग से उठ खड़ा हुआ उसके पैर कांप रहे थे...
अंकित :- मॅम प्लीज़..डराओ मत..मेरी जान सुख रही है...क्या हो गया ऐसा...
अंकिता :- हहेहेहेहेहेहेहेहेहेहेहेहेहहेहेहेः...(बहुत ज़ोरों ज़ोरों से हँसने लगी....)
अंकित कन्फ्यूज़ हो गया कि अचानक क्या हुआ...वो अपने मन में सोचने लगा...
कहीं मेरा खराब रिज़ल्ट देख के मॅम के दिमाग़ की साइट बिगड़ गयी है...
अंकित :- मॅम आप हंस क्यूँ रहे हैं?
अंकिता :- हालत देखो तुम्हारी..कितना डरे हुए तुम...हहेहेहेहेहेहहे कसम से तुम्हारी
शक्ल देखने वाली होगी इस वक़्त...हहेहेहेहेहेहहे
अंकित को थोड़ा रिलीफ हुआ हल्का सा..
अंकित :- मॅम यहाँ मेरी फट रही है...और आपको मज़ाक सूझ रहा है....(बोलने के बाद पछताया...और
सोचने लगा गया बेटा काम से...गाली दे दी..अब तो पक्का लगेगी)
अंकिता :- हहेहेहेहेहेहेहेहहे...(अंकिता ने शायद ध्यान नही दिया) अच्छा बाबा बताती हूँ...
मिस्टर अंकित आपका रिज़ल्ट ये है.....कि अपनी..अपनी...सारे ही सब्जेक्ट में .... डिस्टिंक्षन के साथ पास
किया है..
अंकिता के ये बोलना उधर अंकित का उछलना.....
अंकित :- ईईईईईई...ईपीईईई..ओये होई....हुर्रीईईई..
हुरईईई...में पास हो गया..बल्ले बल्ल्ले.....ऊऊओ पास हो गया...कमाल हो गया...
(थोड़ी देर हल्ला गुल्ला करने के बाद ही शांत हुआ)
उधर अंकिता अंकित को इतना खुश देख कर खुद भी मुस्कुरा रही थी..
अंकित :- थॅंक यू सो मच मॅम..थॅंक यू सो मच..थॅंक यू थॅंक यू थॅंक यू...जितना थॅंक यू बोलूं आपको
वो कम है...अपने जो किया है ना शायद कोई टीचर करती...यू हेल्प्ड मी सो मच जिसकी वजह से एक
साथ मेने इतने सारे एग्ज़ॅम क्लियर कर दिए....थॅंक यू सो मच....
अंकिता :- ओहो बस बस बस...इतना थॅंक यू माइ गॉड...तुम्हारी ट्यूशन कॅन्सल कर दूं क्या ..इतना थॅंक यू
बोलॉगे तो....
अंकित :- अरे नही नही..सॉरी..अब नही बोलूँगा..सॉरी
अंकिता :- अब सॉरी शुरू हो गये हहेहेहेहेः...
फिर अंकित भी हँसने लगता है.....
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