RE: Adult kahani छोटी सी भूल की बड़ी सज़ा
“पुच पब्ब्ब-2 की आवाज़ें सोनिया के मूह से निकल रही थी….फिर थोड़ी देर बाद सोनिया ने लंड को मूह से बाहर निकाला. और फिर हाथ से पकड़ कर तेज़ी से हिलाने लगी. और फिर मेरी तरफ देखते हुए बोली. “मम्मी ये तुम्हारी बेटी की तरफ से तुम्हारे लिए तोहफा है” और फिर उसने हाथ से अमित के लंड को पकड़ कर मेरी चूत के छेद पर लगा दिया…..में भी अपनी चूत की फांको को अपने हाथो से फेलाते हुए, उसे अपनी चूत का गुलाबी छेद दिखाया. और अमित का लंड एक बार फिर से मेरी चूत के छेद पर था. “अह्ह्ह्ह सोनिया बेटा मुझी ये गिफ्त बहुत पसंद है….अहह अह्ह्ह्ह धीरे अमित आह मर गयी. मेरी फुदी अह्ह्ह्ह” अमित ने फिर से अपना पिस्टन चलाना शुरू कर दिया था…..उसके हर झटके के साथ थप-2 की आवाज़ पूरे रूम में गूँज रही थी…..
तभी मुझे अपने ऊपेर कुछ महसूस हुआ. मेने मस्ती में सिसकते हुए अपनी आँखो को खोल कर देखा तो, सोनिया मेरे ऊपेर थी. उसके दोनो पैर मेरी कमर के दोनो तरफ थे. और वो बिल्कुल डॉगी स्टाइल मे मेरे ऊपेर थी…..”माँ मुझे भी तुमसे गिफ्ट चाहिए “ सोनिया ने मेरी अध खुली आँखो में झाँकते हुए कहा. पर मैं कुछ बोल नही पा रही थी…उसने मेरे कोई जवाब देने से पहले ही, अपने होंटो को मेरे होंटो की तरफ बढ़ा दिया. “आह नही” मेने अपनी चूत मे महसूस हो रहे धक्को से सिसकते हुए कहा, और अपना फेस दूसरी तरफ घुमा लया. अमित और ज़ोर से अपना लंड बाहर निकाल-2 कर अंदर पेलने लगा था. उसके हर धक्के से मेरा पूरा बदन हिल रहा था. उसके बॉल्स मेरी गान्ड के छेद पर टकरा रहे थे. “उम्मह सीईईई अमित आह धीरे आह” फिर सोनिया ने मेरे फेस को अपने हाथो में पकड़ कर जबरन अपने होंटो को मेरे होंटो पर लगा दिया.
मेने शरम के मारे अपने होंटो को आपस मे भींच लिया. पर अमित के लंड के झटके अब मेरी चूत में इतने तेज हो गये थे कि, मुझे अपने होंटो को खोलना पड़ा. जैसे ही मेने अपने होंटो को खोला, सोनिया ने अपनी जीभ मेरे मूह मे घुसा दी. उसकी जीभ मेरे मूह के हर कोने में घूम रही थी. उसके दोनो हाथ मेरे मम्मो पर थे. जिसे वो दबा-2 कर खेंच रही थी. फिर उसने मेरे होंटो को चूसना शुरू कर दिया. अब मेरे भी बर्दास्त से बाहर होता जा रहा था. मेने मन में सोच लिया था कि, अगर मेरे बेटी मुझसे इस तरह बेशर्मी से पेश आ सकती है, तो में क्यों पीछे रहूं.
मेने भी सोनिया का साथ देना शुरू कर दिया. कभी वो मेरे होंटो को चुस्ती, तो कभी मैं उसके होंटो को चुस्ती………”आहह सालियो मुझे भूल गयी क्या ?” अमित ने नीचे से मेरी चूत में अपना लंड पेलते हुआ कहा. और फिर उसने एक ज़ोर दार थप्पड़ सोनिया की गान्ड पर मारा. जिसकी आवाज़ मुझे सॉफ सुनाई दी, और फिर सोनिया के सिसकने की आवाज़ आई. मेने देखा, सोनिया मेरे ऊपेर से उठ कर फिर से अमित के पास जाकर घुटनो के बल बैठ गयी. अमित ने अपने लंड को मेरी चूत से बाहर निकाला, और सोनिया की तरफ देखने लगा. सोनिया ने अमित को लंड को हाथ में पकड़ कर हिलाना शुरू कर दिया.
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