RE: Adult kahani छोटी सी भूल की बड़ी सज़ा
में औलाद के मोह में बँधी सब कुछ चुप चाप देख रही थी…शॉपिंग के बाद हम दोनो घर वापिस आ गये….अमित अपने घर चला गया….अगले कुछ दिनो में हमारे सारे किरायेदार रूम खाली कर चले गये….मेने अपने जेठ जेठानी और रामा को फोन पर ही बता दिया था , सब मेरे इस फैंसले को सही मान रहे थे…..पर असल बात उनको पता नही थी..
खैर वो दिन भी आ गया………जब सोनिया और अमित की शादी होनी थी…..मेरे कहने पर अमित सोनिया के साथ कोर्ट मॅरेज करने के लिए तैयार हो गया. क्यों कि में ये पक्का कर लेना चाहती थी कि, मेरी बेटी के साथ धोका ना हो….हम सब लोग कोर्ट गये, और सोनिया और अमित की शादी करवा दी गयी…..शाम को घर में मेरे जेठ जी का परिवार और रामा का पति और उसके सास ससुर आए थे…इस लिए घर में छोटी सी पार्टी अरेंज करी थी…
अगले दिन सुबह सब अपने अपने घर के रवाना हो गये…..आज मेरे और सोनिया के लिए सुबह थी….और आज के बाद मेरी लाइफ पूरी तरह से बदल जानी वाली थी….शायद में इस समाज की पहली औरत होने वाली थी….जो अपनी बेटी के साथ-2 उसके पति के साथ एक ही सेज पर चुदने वाली थी……..
डर भी लग रहा था…..और इस नये अनुभव के बारे में सोच-2 कर मेरे पूरे बदन में सरसराहट सी दौड़ जाती…..मन में भी अजीब सी हलचल बनी हुई थी…….”हाईए कैसे में चुदुन्गि….अपनी बेटी के सामने ……कैसे अपने बेटी को अपनी चूत में लंड लेते देखूँगी….ये सोच कर ही मेरी चूत काँप जाती….
सभी मेहमानो के जाने के बाद अमित घर से निकल गया….जब मेने सोनिया से पूछा तो उसने कहा कि वो उस को भी कुछ बता कर नही गया….दोपहर को अमित घर वापिस आया…..में सोनिया के साथ किचन में खाना बना रही थी… अमित सीधा किचन में आ गया….मेरा दिल उस समय थम गया.जब उसने मेरे सामने ही सोनिया को पीछे से अपनी बाहों में भर कर उसके गर्दन पर अपने होंटो को रख दिया….
मेने शरमा कर दूसरी तरफ मूह कर लिया……मुझे सोनिया के सिसकने की आवाज़ आई “आह अमित छोड़ो ना” मेने अपनी कनखियों से देखा तो, वो सोनिया के ब्लाउस के ऊपेर से उसकी चुचियों को मसल रहा था….और सोनिया अपने एक हाथ को पीछे लेजा कर उसके सर को थामे हुए थी…..और उसने अपने सर को अमित के कंधे पर रख कर आँखें बंद कर रखी थी…..फिर अमित बाहर चला गया…..
आज मेरे लिए एक -2 पल काटना मुस्किल हो रहा था. में कैसे अमित और सोनिया के साथ एक बिस्तर पर नही नही मुझसे नही होगा. वैसे भी अमित पर अब सिर्फ़ सोनिया का हक़ है. अभी तो उसने भोलेपन में ये सब करने के लिए हां कर दी. पर कॉन सी पत्नी अपनी पति को किसी दूसरी औरत के साथ शेअर करना पसंद करेगे. बाद में आगे चल कर कही गड़बड़ हो गयी तो, नही में अभी अमित से बात करती हूँ. ये सोचते हुए, मैं सोनिया के रूम में चली गयी…..जहा पर अमित बैठा टीवी देख रहा था. मुझे देखते ही उसने टीवी का वॉल्यूम कम कर दिया. और मेरी तरफ देखने लगा….मेने हिम्मत करते हुए, अमित से कहा.
में: अमित ये सब करना ज़रूरी है क्या ?
अमित: तुम किस बारे मे बात कर रही हो..सॉफ-2 बताओ ना.
मई: (थोड़ी देर और हिम्मत जुटाने के बाद) एक साथ सेक्स करने के बारे मे. में अपनी बेटी के सामने नही कर पाउन्गि ये सब.
अमित: ठीक है. जब तक तुम नही मनोगी, तो मैं और सोनिया भी अपनी सुहागरात नही मनाएँगे…
मैं: ये क्या बच्चो वाली ज़िद्द है. देखो अमित सोनिया अब तुम्हारी पत्नी है. और तुम उसके पति. कोई भी औरत अपने पति को दूसरी औरत के साथ बर्दास्त नही कर सकती. और मैं तो उसकी माँ हूँ. मैं कैसे अपनी बेटी के प्यार को शेअर कर सकती हूँ.
अमित: अच्छा इस बारे में सोनिया से ही पूछ लो.
में अमित को रोकना चाहती थी. पर उसने मेरे कुछ कहने से पहले ही सोनिया को आवाज़ लगा दी. सोनिया अमित की आवाज़ सुन कर रूम में आ गयी. “क्या हुआ अमित “ सोनिया ने हम दोनो की तरफ देखते हुए कहा. “देखो ना तुम्हारी माँ क्या कह रही है” अमित ने मुस्कुराते हुए, सोनिया की तरफ देख कर बोला. “क्या हुआ माँ कोई प्राब्लम है क्या”
अब मैं कहती. मैं थोड़ी देर वहाँ चुप खड़ी रही. और जब मेरे कुछ बोलने की हिम्मत ना हुई, तो में रूम से बाहर आकर अपने रूम में चली गयी….मुझे अमित और सोनिया की बातों की आवाज़ हलकी-2 आ रही थी. पर वो क्या बात कर रहे थे. मुझे समझ नही आ रहा था. थोड़ी देर बाद सोनिया मेरे रूम में आई, और मेरे पास आकर बेड पर बैठ गयी. थोड़ी देर के लिए वो रूम में इधर उधर देखती रही, और फिर मेरी तरफ देखते हुए बोली.
सोनिया: माँ प्लीज़ मान जाओ ना. तुम्हे मेरी खुशी की ज़रा भी परवाह नही है क्या…..प्लीज़ मान जाओ ना.
ये कहते हुए सोनिया रूम से बाहर चली गयी….में उसे हैरत से जाते हुए देख रही थी…..और सोच रही थी कि, आख़िर अमित ने सोनिया पर ऐसा क्या जादू कर दिया कि, वो मेरे सामने ही अमित से चुदने के लिए तैयार हो गयी है….मैं अभी यही सोच ही रही थी कि, सोनिया एक बार फिर से रूम मे आई….उसके हाथ मे एक शॉपिंग बॅग था…उसने वो शॉपिंग बॅग मेरी तरफ बढ़ाते हुए कहा “ये तुम्हारे लिए अमित लाया है. और आज रात को आपको इसे पहनना है” वो बॅग मेरे सामने रख कर बाहर चली गयी…..मेने वो बॅग उठाया, और उसमे से वो ड्रेस निकाली, उसके पिंक कलर की शॉर्ट और स्लीव्लेस्स नाइटी थी…..उसमे चुचियों की जगह पर नेट का कपड़ा लगा हुआ था….और ब्रा शेप सी बनी हुई थी….जिसमे आगे की तरफ तीन हुक्स थे….अब मैं खुद भी अपनी चूत के हाथों लाचार महसूस कर रही थी…..
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