RE: Adult kahani छोटी सी भूल की बड़ी सज़ा
थोड़ी देर बाद सोनिया रूम में आ गयी, और मेरे सामने बेड पर बैठ कर खाना खाने लगी…….”किससे बात कर रही थी”
सोनिया: (मेरी तरफ देखते हुए) अमित से…..
में: अब अमित से बात करके क्या करना है तुझे……..
सोनिया: माँ वो में तुमसे कहना चाहती थी कि,
में: हां बोल ना क्या कहना चाहती थी तू…
सोनिया: माँ मुझे आप से कोई शिकायत नही है……में उस बात को लेकर आप से बिकुल भी नाराज़ नही हूँ कि, अमित के साथ आप ने क्या किया……और मुझे आगे भी कोई इतराज़ नही होगा अगर मुझे अमित को आपके साथ शेर करना पड़े…..
सोनिया की ये बात सुन कर खाने का नीवाला मेरे गले में ही अटक गया. में एक टक हैरान होते हुए, सोनिया को घुरे जा रही थी…रूम में खामोशी से छा गयी थी………सोनिया नीचे अपनी प्लेट में देख रही थी…..
में: सोनिया तू होश में तो है ये क्या बके जा रही है…….
सोनिया: (घबराई हुई आवाज़ में)हां माँ में होश में हूँ…मेने देखा है आपको तड़पते हुए…..मुझे सब मंजूर है माँ…..
में: खाने की प्लेट एक साइड में रखते हुए) तू पागल हो गयी है….पता नही उसने तेरे दिमाग़ में क्या भर दिया है….
सोनिया: प्लीज़ मान जाओ ना माँ…….में नही जी पाउन्गि, उसके बिना.बोलो तुम उससे प्यार नही करती……
में: अब में तुम्हें कैसे समझाऊ सोनिया…..ऐसा नही होता है….
सोनिया: प्लीज़ माँ मान जाओ, ना मेरी खातिर……हम दोनो आपको बहुत खुस रखेंगे…….
में: मुझे कुछ वक़्त चाहिए सोचने के लिए……
सोनिया: (मेरे गाल को चूमते हुए) आइ लव यू मोम…….
मेने खाना खाया, और अपने रूम में चली गयी…..में इस बारे में रात भर सोचती रही……फिर सुबह हुई तो, में अपने रूम से बाहर आई,. तो देखा सोनिया पहले से उठ कर नहा चुकी थी…….और खाना बना रही थी…
में: अर्रे वाह आज इतनी सुबह-2 कैसे उठ गयी…..
सोनिया ने मेरी बात का कोई जवाब नही दिया…..में बातरूम में गयी, और नहा धो कर वापिस आ गयी…….सोनिया नाश्ता लगा चुकी थी….हम ने साथ में नाश्ता किया, और फिर में बर्तन उठाने लगी…….
सोनिया: माँ फिर क्या सोचा तुमने……
में: अब में तुमसे क्या कहूँ सोनिया……जैसे तुम्हारा दिल करता है वैसे करो.
वो तो बेड पर ही उछल पड़ी….और बेड से उतार कर मुझे गले लगा लिया….फिर मेरे कान में धीरे से फुस्फुसाइ…..
सोनिया: माँ तू मेरी सौतन बनेगी ? (फिर सोनिया ज़ोर-2 से हँसने लगी…….
में: (उसकी ये बात सुन कर में एक दम से दंग रह गयी)चुप कर बेशरम. अपनी माँ के साथ ऐसे बात करते है…..
में किचन में आ गयी…..पर सच कहूँ तो, मेरे मन में भी अजीब से हलचल मच गयी थी…सोनिया की आवाज़ मुझे आई, वो फोन पर बात कर रही थी…मुझे मालूम था कि, वो अमित से ही बात कर रही थी..थोड़ी देर बाद सोनिया ने मुझे रूम में आने को कहा…में अपने रूम में गयी…
में: क्या है ?
सोनिया: लो अमित से बात करो.वो आप से बात करना चाहता है……
में( मेने सोनिया से फोन लेकर कान पर लगाया) हेल्लो.
अमित: बहुत जलदी मान गयी आप…..
उसकी इस बात पर में खामोश हो गयी….
अमित: अच्छा सुनो. हम इस सनडे को शादी कर लेंगे…..सबसे पहले तुम एक काम करो…..अपने सब किरायेदारो को रूम खाली करने के लिए बोल दो…..
में: क्यों ऐसे अचानक वो कहाँ जाएँगे…
अमित: अर्रे कह देना कि सोनिया की शादी है, मेहमान आएँगे तो उनको ठहराने के लिए जगह भी तो होनी चाहिए….और उनको बता कर तुम सोनिया को लेकर मार्केट में आ जाओ……में तुम दोनो का वही वेट कर रहा हूँ
में: मार्केट में क्या करना है….
अमित: अर्रे भाई शादी है, तो थोड़ी शॉपिंग करना तो बनता है ना…
में: ठीक है हम दोपहर को 1 बजे आ जाएँगे…
उसके बाद मेने अपने सभी किराएदारो से बात की, और उन्हे 2 दिन में कमरे खाली करने को कहा….दोपहर को में सोनिया के साथ तैयार होकर, मार्केट आ गयी… हम अमित की बताई हुई जगह पर पहुच गयी…वहाँ पर अमित हमारा इंतजार कर रहा था…उस दिन अमित नॉर्मल बिहेव कर रहा था….
सोनिया शॉपिंग को लेकर इतनी एग्ज़ाइटेड थी कि, उसे ये ख़याल भी नही था कि, अमित किस शर्त पर उससे शादी के लिए तैयार हुआ था….में बार-2 सोनिया की तरफ देख रही थी….पर मुझे उसके चेहरे पर कोई शिकन नज़र नही आ रही थी… मुझे ऐसा लग रहा था. जैसे वो अमित के साथ शादी करने के लिए बहुत खुश है….
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