RE: Adult kahani छोटी सी भूल की बड़ी सज़ा
में अपने रूम में आकर पेट के बल बेड पर लेट गयी. मेने अमित को डोर लॉक कर आने को कहा. अमित ने डोर लॉक किया, और मेरे पास आकर बैठ गया. में बेड पर पेट के बल लेटी हुई थी….मेरी नाइटी मेरी जाँघो के ऊपेर तक चढ़ि हुई थी. और वो मेरी चिकनी जांघे देख रहा था.
अभी नीता मुझे अपने और अमित के बारे में बता ही रही थी कि, रामा ऊपेर आ गयी. रामा को देख कर नीता चुप हो गयी.
में: हां बेटा कुछ काम था क्या……
रामा: वो मम्मी खाना बन गया है. और लगा भी दिया है. नीचे आकर खाना खा लो.
में चाहती तो नही थी. पर फिर भी मुझे नीचे तो जाना ही था. मेने नीता की तरफ देखा, तो उसने मुस्कुराते हुए मुझसे कहा. “यार अब तुझ्मे इतनी भी ना समझ नही है कि, आगे क्या हुआ तुम्हे अंदाज़ा ना हुआ हो” मेने हां में सर हिला दिया और रामा को बोला. “तुम चलो हम नीचे आ रहे हैं” रामा नीचे चली गयी.
में: तो फिर ये तेरी बेहन के घर में नौकर है. और तू इसे यहाँ ले आई. तेरी बेहन को पता है क्या, ये तेरे साथ है.
नीता: नही उसे नही पता. अब ये उसके पास नही रहता. और इसने वहाँ पर काम करना भी बंद कर दिया है.
में: तो फिर ये रहता कैसे है. कहाँ रहता है.
नीता: यार ये शुरू से अनाथ नही है. बचपन में इसके माँ बाप की मौत हो गयी थी. इसके पिता सरकारी नौकरी करते थे. 18 साल के होने पर इसे अपने पिता की नौकरी मिल जाएगी. अभी तो ये एक फॅक्टरी में काम कर रहा है. इसी सहर में. और अपने दोस्त के साथ उसके रूम में रहता है. और साथ में प्राइवेट स्टडी भी कर रहा है. अच्छा अब चल नीचे चल कर खाना खाते है……
में और नीता नीचे आ गये. नीचे रामा और सोनिना ने उन्दोनो का खाना रूम में लगवा दिया. और मेरा और अपना दोनो का खाना दूसरे कमरे में. हमने खाना खाया. और फिर मेने और रामा ने मिल कर दूसरे रूम में उन दोनो के सोने का इंतजाज़ कर दिया. वो रात मुझ पर बहुत भारी रही. मुझे रह-2 कर ये चिंता सता रही थी कि, कही रामा और सोनिया को किसी बात को लेकर शक ना हो जाए.
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