RE: Antarvasna तूने मेरे जाना,कभी नही जाना
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आरती ' कैसा वादा'
साहिल " आरती मैं तुमसे एक ऐसी बात कहने जा रहा हूँ जिसकी ज़रूरत भगवान करे ज़िंदगी मे तुम्हे कभी ना पड़े पर ये कहना बहुत ज़रूरी है "
" तुम बात को इतना उलझा कर क्यो बोल रहे हो, साफ साफ बोल दो जो भी कहना है" आरती बोली.
साहिल " आरती लाइफ मे सबकुच्छ वैसा नही होता होता जैसा हम चाहते है या प्लान करते है. कयि बार लाइफ मे ऐसे मोड़ आते है जिसकी हमने कभी कल्पना भी नही की होती . अगर किसी वजह से हम तुम आने वाले कल मे जुदा हो जाएँ ...." साहिल के मूह पर हाथ रख दिया आरती ने .
'मैने आज तक तुम्हे कभी कुच्छ कहा है , कुच्छ माँगा है, मुझसे पिच्छा छुड़ाना है तो ऐसे ही बोल दो ,चली जाउन्गी मैं तुम्हारी लाइफ से, लेकिन प्लीज़ ऐसी बाते मत करो ,, साहिल हमें मौत जुदा करे तो करे ज़िंदगी कभी जुदा नही कर पाएगी" आरती की आँखे बरस पड़ी .
"अर्ररीए..मेरा बाबू...सुनो तो....देखो प्लीज़ एक बार मेरी बात सुन लो ...अच्छा नही कहता पर चुप हो जाओ ..तुम जानती हो मैं तुम्हे रोता नही देख सकता ..प्लीज़ सोना चुप हो जाओ" साहिल आरती के बालो मे हाथ फेरता हुआ उसे चुप करने लगा जो उसके सीने मे सर छुपाये सूबक रही थी .
'प्लीज़ जान "
"ठीक है बोलो "
"नही जाने दो , कुच्छ नही "
'अब बोलो ना'
"अच्छा तो सुनो, मान लो लाइफ मे कभी हम जुदा हो गये ,चाहे वजह कुच्छ भी हो, ग़लती किसी की भी हो --और लाइफ मे कोई ऐसा मोड़ आ जाए जहाँ तुम्हे दूर दूर तक उम्मीद की कोई किरण नज़र ना आए, कोई अपना नज़र ना आए, कोई रास्ता नज़र ना आए,सारी खुशियाँ दामन छोड़ने लगे,जब जीतने की कोई आस बाकी ना हो , जब हर कोई तुम्हारा हाथ छोड़ दे ,...............तो हार मान ने से पहले ये ज़रूर याद करना कि इस दुनिया के किसी कोने मे अभी भी एक सख्स ऐसा है जो सिर्फ़ तुम्हारा है , सिर्फ़ तुम्हारे लिए है ...एक बार उस शख्स को ज़रूर आजमा लेना...तुम्हारी हार उस इंसान की हार के बाद होगी. चाहे तुमने कोई भी गुनाह किया हो , चाहे वजह जो भी हो ,उस शख्स को हमेशा अपने पास और अपने साथ खड़ा पाओगी.बस एक आवाज़ देना तुम्हारा साहिल तुम्हारे पास होगा.
"जान मैं दिल से दुआ करता हूँ कि हम दोनो की लाइफ मे वो दिन कभी ना आए लेकिन अगर तकदीर ने तुम्हे कभी धोखा दे भी दिया तो तुम्हारा साहिल तुम्हे धोखा नही देगा . मेरी ये बात याद रखना .बस एक बार मुझे आवाज़ देना ..चाहे सारी ग़लतिया मैने की हो ,लेकिन अपनी हार कबूल करने से पहले एक बार इस दीवाने को ज़रूर आज़माना.बस इतना ही माँगना है . कुछ ज़्यादा तो नही माँग लिया जान "
साहिल की बाते सुन कर आरती और तेज़ रोने लगी..दिल मे साहिल के लिए प्यार का सागर उमड़ रहा था ..किस जन्म के पुन्य का फल था जो साहिल जैसा प्रेमी उसके पास था ..कौन करता है आज इतना प्यार किस से.
"आप बहुत गंदे हो बस मुझे रुलाना आता है ..क्या ज़रूरत थी ये सब कहने की हाँ?? मैं तुम्हे छोड़ कर कभी नही जाउन्गी और ना तुम्हे जाने दूँगी हाँ नही तो" आरती सूबकते हुए बोली.
" जान! हम भी तुम्हे कभी छोड़ कर नही जाएँगे ..लेकिन किस्मत का क्या भरोसा .जब किस्मत अपना खेल खेलती है तो इंसान टूट ता जाता है और अपनी हार मानकर कोई ग़लत कदम उठा लेता है.तुमसे कीमती चीज़ तो हमारे पास है नही कुच्छ ..इसलिए तुम्ही से ये वादा चाह रहे हैं कि तुम हमसे कितनी भी खफा हो या हम तुमसे कितने भी नाराज़ हो,लेकिन तुम कभी ऐसी स्थिति मे हो तो एक बार हमे ज़रूर बोलॉगी ,,सारे शिकवे गिले भूलकर . तुम्हारा साहिल तुम्हे निराश नही करेगा.. इतना याद रखना तुम हर तब मान ना जब तुम्हारा साहिल इस दुनिया मे ना हो.बोलो करोगी ये वादा ,दोगि हमे ये वचन "
आरती साहिल के गले से चिपक गयी मानो कोई उस से छीन लेगा उसके साहिल को अगर वो ज़रा इस भी अलग हुई तो .
"क्या हुआ जान , बहुत ज़्यादा माँग लिया क्या हमने "
"साहिल .हमारा वादा रहा ,,लेकिन आज आप भी हमसे वादा करो कि अब कभी मरने की बात नही करोगे.तुम्हारी ऐसी बाते सुनकर हमारी जान निकलने लगती है"
"थॅंक्स जान ...और तुमहरि जान तो हमारे पास है ..हम उसे कभी नही निकलने देंगे "
आरती को आज अपने साहिल पर नाज़ हो रहा था..प्यार करने वाले ऐसे ही होते हैं ,,जितना महान उनका दिलबर होता है उतना फक्र उन्हे खुद पर होता है. साहिल की बात का एक के शब्द आरती के दिल मे उतर गया था और अभी भी वो साहिल के गले से किसी बच्चे की तरह लिपटी थी.
हॉस्पिटल मे बैठी आरती की आँखे भर आई थी. कितना सच्चा है उसका साहिल .आज सचमुच वो उसी मोड़ पर आ गई थी जिसका ज़िक्र साहिल ने किया था .
"तुमने सच कह था जान ,किस्मत ने अपना गंदा खेल हमारे साथ भी खेल दिया ..साहिल आज मेरे प्यार का इम्तिहान है ..मेरे प्यार को हारने मत देना जान "
आरती डॉक्टर रेशमा से "डॉक्टर प्लीज़ मुझे दो मिनिट के लिए साहिल से बात करनी है प्लीज़.."
"देखिए हम अभी आपको उनसे नही मिलने दे सकते ,,ये हॉस्पिटल के रूल्स के खिलाफ होगा और पेशेंट अभी इस कंडीशन में भी नही है"
" डॉक्टर प्ल्ज़्ज़ बस एक बार..मैं भी एक मेडिकल स्टूडेंट हूँ ..एमबीबीएस कर रही हूँ . मैं जानती हूँ एक डॉक्टर के लिए उसके पेशेंट की लाइफ से बढ़कर कुच्छ नही होता ..प्ल्ज़्ज़ "
"नही, हम इस हॉस्पिटल की रेप्युटेशन और अपना प्रोफेशन दाव पर नही लगा सकते..क्या जवाब देंगे हम डॉक्टर तपस्वी को '
"और मेरा तो सबकुच्छ दाव पर लगा है डॉक्टर,क्या जवाब देंगी आप मुझे अगर मैं दाव हार गयी तो "
डॉक्टर रेशमा को आरती से हमदर्दी हो गई ..उसकी आँखो के आँसू सबकुच्छ बयान कर रहे थे .." ठीक है जाइए ,लेकिन बस 5 मिनट के लिए '
"थॅंक यू डॉक्टर"
आरती साहिल के सिरहाने बैठ जाती है ..साहिल बहुत धीरे धीरे साँसे ले रहा था ..आरती उसका हाथ हाथो मे लेकर रो पड़ती है_
" साहिल .तुमने ठीक कहा था ,,आज मेरी आँखो के सामने सारे रास्ते बंद हैं , जो सबसे अपना है वो बहुत दूर जाता नज़र आ रहा है..मेरी किस्मत का सबसे बुलंद सितारा अस्त होने को है...मेरे हाथ बिल्कुल खाली हो जाएँगे साहिल .. आज मैं हारने वाली हूँ साहिल ..तुम्हारी आरती बिखरने वाली है साहिल ..तुम अपना वादा निभाओगे ना जान...अपनी आरती को बचा लो साहिल ..मुझे हारने से बचा लो ..अपनी आरती को बचा लो ..सारे गीले शिकवे छोड़ कर वापस आ जाओ साहिल ...मैं तुम्हारे बिना कुच्छ भी नही हूँ साहिल ..प्लज़्ज़्ज़ आ जाओ ना सोना "
इतना बोलते बोलते आरती बुरी तरह से बिलख पड़ी ...अपने हाथो पर उसे साहिल के हाथो का दबाव महसूस हुआ .उसने चेहरा उपर उठाया ...साहिल की बंद आँखो से आँसू की बूंदे छलक पड़ी थी .
आरती के साहिल ने अपने वादा निभा दिया था और उसकी आरती ने भी.
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