RE: Biwi ki Chudai किराए का पति
"इतना ही राज, क्या तुम वो ही ईमानदारी और नमक हलाली मेरे साथ निभा सकते हो?" सोनिया ने कहा.
"मिस वेर्मा में अभी भी आपकी बातों का मतलब नही समझा." मेने कहा.
"राज में काफ़ी मुसीबत मे हूँ और मुझे एक ऐसा इंसान चाहिए जो मुझे इस मुसीबत से बाहर निकाल सके." सोनिया थोड़े दुखी स्वर मे बोली.
"मिस वेर्मा मुझसे जो हो सकेगा में करूँगा." मेने कहा.
"हो भी सकता है और नही भी राज. सबसे पहले तो तुम ये समझ लो कि तुम्हे काफ़ी ज़िल्लत से गुज़रना होगा, ऐसा भी वक़्त आ सकता है कि तुम मुझसे नफ़रत करने लगो. आज रात का खाना में तुम्हारे साथ खाना चाहूँगी राज जहाँ हमारी बातों को कोई सुन नही सके, वरना दीवारों के भी कान होते है ये मेने सुना है. क्या में तुम्हे आज रात 7.00 बजे पिक कर लूँ?' सोनिया ने कहा.
"हां क्यों नही, में आपको मेरे घर का पता दे देता हूँ." मेने कहा.
"इसकी ज़रूरत नही है राज, मुझे पता है तुम कहाँ रहते हो."
शायद इन बातों के दौरान मेरे चेहरे पर अजीब भाव आ गये होंगे, "थोड़ा इंतेज़ार करो राज, आज की रात तुम्हे तुम्हारे हर प्रश्न का जवाब मिल जाएगा."
थोड़ा सा इंतेज़ार करो, उसके लिए कहना आसान था पर मेरे लिए नही. उसे कैसे पता कि में कहाँ रहता हूँ. दीवारों के भी कान होते इस बात का क्या मतलब है, वो मुझसे क्या चाहती है इन्ही सब ख़यालों मे खोया में अपनी डेस्क पर बैठा था. में इन्ही ख़यालों मे खोया था और अपने काम पर भी ध्यान नही दे पाया.
मेरे दिमाग़ मे यही घूम रहा था कि आज की रात खाने पर वो मुझसे क्या कहेगी.
"राज में चाहती हूँ कि तुम मुझसे शादी कर लो." सोनिया ने कहा.
सोनिया की बात सुनकर मेरा शरीर पत्थर सा हो गया. मुझे उससे इस बात की उम्मीद नही थी. बड़ी मुश्किल से मेने अपने आपको संभाला और गहरी साँस लेने लगा.
"राज आज की रात में तुम्हे सब कुछ बता दूँगी और मुझे उम्मीद है कि जो भी बाते हम दोनो की बीच होगी उसे तुम राज़ ही रखोगे. जो में तुमसे कह रही हूँ तुम मानो या ना मानो ये तुम्हारी मर्ज़ी है, में तो सिर्फ़ तुम्हारे और मेरे पिताजी के संबंधो को देखते हुए तुमसे ये कह रही हूँ. क्या तुम्हे पता है कि उन्होने अपनी वसीयत मे लिख रखा है कि तुम हमेशा वेर्मा इंटरनॅशनल के लिए काम करोगे. इसका मतलब है कि कोई भी तुम्हे ना तो नौकरी छोड़ने के लिए कह सकता है और ना ही तुम्हे रिटाइर कर सकता है." सोनिया ने कहा.
"मुझे इस बात की जानकारी नही है." मेने कहा.
"तुम्हे जानने की ज़रूरत भी नही है, में तुम्हे ये बात सिर्फ़ इसलिए बता रही हूँ जो में तुमसे माँगने जा रही हूँ, अगर तुम उस बात से इनकार करते हो तो तुम्हे तुम्हारी नौकरी का कोई डर ना हो. क्या तुम ऐसा कर सकते हो राज?. क्या तुम मुझसे एक वादा कर सकते हो? आज की रात तुम चाहो जो फ़ैसला करो, पर जो बातें में तुम्हे बताने जा रही हूँ वो सिर्फ़ तुम्हारे और मेरे बीच रहेंगी." सोनिया ने कहा.
"ये बात आप पहले से जानती हैं मिस वेर्मा वरना में आज यहाँ आपके सामने ना बैठा होता." मेने कहा.
"हालातों को देखते हुए मुझे लगता है राज तुम मुझे सोनिया नाम से पुकारो तो ज़्यादा अच्छा रहेगा. हम पहुँच गये," सोनिया ने गाड़ी एक रेस्टोरेंट के सामने रोकी, "राज जैसे ही तुम्हारे गले के नीचे पहला पैग जाएगा तुमपर में एक बिजली सी गिराने वाली हूँ." सोनिया ने कहा.
क्रमशः…………………………………..
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