RE: Hindi Porn Kahani वो कौन थी ???
मेरे बॉल्स और लंड मे अब तूफान मचा हुआ था. वो ज़ोर ज़ोर से मूठ मार रही थी. उसके हाथ इतनी तेज़ी से चल रहे थे जैसे हाथ नही कोई मशीन हो जो ऊपेर नीचे हो रही हो और फिर एक दम से मेरे लंड मे से इतनी ज़ोर से गाढ़ी गाढ़ी मलाई की पिचकारी निकली और उड़ कर सामने की चेर पे बैठी हुई लड़की की चुनरी पे पड़ी दूसरी पिचकारी सामने वाली चेर के बॅकसाइड पे पड़ती लैकिन फ़ौरन ही उसने अपना लेफ्ट हॅंड मेरे लंड के सामने कर दिया और बाकी की मलाई की गाढ़ी पिचकारियाँ उसकी हथेली मे गिरने लगी और वो जमा करती रही और फिर अपने शर्ट के अंदर हाथ डाल के अपनी चुचिओ के ऊपेर मेरी गाढ़ी गाढ़ी और गरम फ्रेश मलाई को मल ने लगी. वाउ मुझे तो देख के मज़ा ही आ गया. फिर से उसका हाथ मेरे लंड के सामने आया और लंड को पकड़ के थोडा और मूठ मारा और लंड के नीचे वाले हिस्से को दबाया तो बची कूची मलाई के 2 – 4 ड्रॉप्स और निकले जिसे वो अपने हाथ मे ले के मूह के सामने लाई और पहले तो उसकी स्मेल को सूँघा और फिर घटक से सारी मलाई चाट गई. वाउ बोहोत ही सेक्सी लड़की थी या सेक्सी फिल्म ने और हमारे ओरल सेक्स से शाएद वो इतनी गरम हो गई थी के मेरी मलाई को अपनी चुचिओ पे मल लिया और फिर मलाई को चाट के खा भी लिया.
इतनी देर मे फिल्म का सेक्स सीन भी ख़तम हो चुक्का था और हम दोनो भी झाड़ चुके थे और गहरी गहरी साँसें ले रहे थे बाज़ू वालो को पता भी नही कि क्या तूफान आया हुआ था थियेटर मे.
फिल्म ख़तम हो चुकी थी. अभी फिल्म की कॅस्टिंग चल रही थी और थियेटर की लाइट्स अभी भी बंद थी लैकिन बोहोत से लोग बाहर निकलने को खड़े हो चुके थे. मैं ने अपने लंड को पॅंट के अंदर डाल लिया था और वो भी जब खड़ी हुई तो आटटमॅयिकली उसकी स्कर्ट ठीक हो गई. मैं अपनी जगह पे ही खड़ा रहा वो अपनी सीट से उठी और मेरे सामने आ गई उसका चेहरा मेरी तरफ था दोनो
रोस के चेयर्स के बीच मे ऐसी जगह थी कि मैं अपनी चेर के सामने खड़ा हुआ था तो वो मुझ से रगडे बिना बाहर नही निकल सकती थी तो जब वो मेरे बिल्कुल सामने आ के ठहर गई और देखते ही देखते उसके हाथ मेरे चूतड़ पे गये और उसने मेरे चूतड़ को पकड़ के अपनी तरफ खेचा और अपनी चूत को आगे कर के मेरे लंड पे रगड़ने लगी कोई एक मिनिट तक रगड़ के बाहर निकली और ऐसे चूत मेरे लंड पे घिस्सने से उसके बूब्स भी मेरे बदन से चिपक गये थे और साथ मे मेरे लंड को एक बार फिर से दबा दिया और बाहर निकल ने लगी. मेरे सामने से हटने से पहले वो थोड़ा सा ऊपेर उठी (कियॉंके वो मुझ से हाइट मे कम थी) और मेरे होन्ट पे अपने होन्ट रख के किस किया और बोली बोहोत मज़ा दिया है तुम ने मुझे थॅंक यू वेरी मच और चूत रगड़ते हुए और लंड दबाते हुए वो थियेटर से बाहर निकल ने लगी.
मैं उसके साथ ही बाहर निकलना चाह रहा था लैकिन फिल्म ख़तम हो ते ही सारे लोग एक साथ निकलने लगे और वो लोगो के रश मे मेरी नज़रों से कही स्लिप हो गई और मेरी नज़र से दूर हो गई. मैं उसकी चिकनी चूत और मस्ती भरी चुचिओ को याद करते हुए बाहर निकला. मुझे यह तो आइडिया हो गया था के जब वो बाहर निकल रही थी तब जिस स्टाइल से उसने अपनी चूत को मेरे लंड पे रगड़ा और फिर मेरे लंड को हाथ से दबाया तो मुझे लगा के वो मेरे मोटे और लोहे जैसे सख़्त लंड को अपनी चूत मे अंदर डाल के चुदवाना चाहती है.
शाएद वो अपने साथियो के साथ बाहर निकल गई और जब मैं थियेटर से बाहर निकल आया तो मेरी आन्खै उसको ही तलाश कर रही थी लैकिन वो मुझे कही भी नज़र नही आई. यह भी हो सकता है के वो कही और खड़ी मेरी राह देख रही हो. या यह भी हो सकता है के उसे मैं भीड़ मे नज़र ही नही आया और वो थोड़ा वेट कर के अपनी साथी लड़कियों के साथ चली गई हो. दोस्तो मैं आज भी उस लम्हे को याद करता हूँ तो लगता है की जैसे ये सब एक सपना था आख़िर ये सब मुझे दुबारा क्यो नही मिली आख़िर वो कौन थी ???????????????????/
दोस्तो कहानी यही ख़तम नही होती ये कहानी आगे भी चलेगी लेकिन आपको थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा
क्योंकि अभी और कई कहानियाँ आपके लिए पोस्ट करनी है
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