RE: Kamukta Story गुरु दक्षिणा
सर का लंड एक बार फिर से किसी मिज़ाइल की तरह खड़ा हो गया था. कभी उनके
लंड को दोनो हाथो से ज़ोर से दबा देती तो कभी मूठ मारने लगती. मुझे उनका
लंड बे इंतेहा पसंद आया था और उनका लंड मेरे हाथो मे बोहोत अछा लग रहा था
और जोश मे मूठ मार रही थी. सर ने मेरे घर से कुछ पहले ही बाइक रोक ली यहा
कुछ अंधेरा भी था. मैं पीछे बैठे बैठे सर के लंड को पकड़ के मूठ मार रही
थी. बाहर से लगती ठंडी हवा से सर को कुछ ज़ियादा ही मज़ा आ रहा था. सिर
बोले
आआआहहह कियीट्टूवूयूयूवूऊवूऊवूयूयुयूवयू आआआऐईईईइस्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईए
हहिईीईईईई आआआवउुउउर्र्र्र्र्र्र्र्ररर
ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ूऊऊऊओरर्र्र्र्र्र्र्र्ररर
सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईईईई कककककककककााआआआररर्र्र्र्र्रूऊऊऊऊऊओ
आआआआअहह आआआऔउउउउउउउउउउर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र
ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ूऊऊओरर्र्र्र्र्र्र्र्ररर
सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईई आआआअहह अब मेरा एक पैर ज़मीन पे था और एक
पैर अभी भी बाइक की सीट पे था और मैं ने एक हाथ से सर की कमर को पकड़ा
हुआ था और दूसरे हाथ से बड़ी ज़ोर ज़ोर से मूठ मार रही थी एक टाइम ज़ोर
से आआआआआआआआआआहह की आवाज़ आई और उनका बदन अकड़ने लगा और मैं ने देखा के
सर के लंड मे से एक मोटी पिचकारी की मोटी धार उछल के बाइक के सामने उड़ी
और बोहोत दूर जा गिरी और फिर छोटी छोटी पिचकारियाँ निकलने लगी जो बाइक की
पेट्रोल टांक पे गिर गयी तो मैं बाइक से नीचे उतरते उतरते पेट्रोल टॅंक
पे पड़ी हुई मलाई को अपने उंगली से उठा लिया और चाट लिया और हस्ते हुए
बोली यम्मी यम्मी है सर आपकी मलाई तो उन्हो ने मुझे एक बार फिर से अपनी
बाँहो मे खेच लिया और एक ज़बरदस्त टंग सकिंग किस किया और बोले के किट्टू
तुम्है नही मालूम के तुम्हारी इस प्यारी गुरु दक्षिणा ने मुझे कितना सुख
दिया है तो मैं उनके होटो पे उंगली रख के बोली के सर आपको ऐसी गुरु
दक्षिणा तो मैं ज़िंदगी भर देती रहूगी आप फिकर ना करे. सर मुझे देखते रहे
और मैं अपने घर की ओर चल पड़ी. मेरे घर मे अंदर जाने से पहले हम दोनो ने
एक दूसरे को हाथ हिला के गुड बाइ कहा और मैं एक फ्लाइयिंग किस करते हुए
अपने घर के अंदर चली गयी.
बाद मे जैसे जैसे हमारी चुदाई बढ़ती चली गयी वैसे ही मेरा और पीके सर का
प्यार भी बढ़ता ही चला गया हम एक दूसरे से बे इंतेहा प्यार करने लगे. मैं
तो उनके मूसल लंड की दीवानी हो गयी हू और जब भी मोका मिलता है हम जी भर
के चुदाई करते है. कभी कभी तो मैं घर मे कोई ना कोई बहाना बना के सर के
पास सारा सारा दिन रुक जाती हू और सारा दिन हम चुदाई ही करते रहते और
सारा दिन घर मे नंगे ही घूमते रहते है. कभी पॉर्न मूवी भी लगा देते और
हमेशा नयी पोज़िशन्स ट्राइ करते. सर ने एक दिन मेरी कुँवारी गंद भी मार
डाली. उस दिन मुझे बोहोत ही तकलीफ़ हुई मैं 2 दिन तक तो चलने के काबिल भी
नही थी घर मे बहाना बनाना पड़ा के मैं सीढियो से गिर पड़ी थी और टांग
मेचोट लगी है और तीन दीनो तक ऑलमोस्ट बेड पे ही थी.
तो यह थी दोस्तो मेरी कहानी जिसे मैं तो नही लिख सकती थी इसी लिए राज से
रिक्वेस्ट की थी जिसने मेरी रियल लाइफ की स्टोरी को इतने अच्छे तरीके से
लिख दिया.
सब से पहले तो मैं राज को थॅंक्स कहना चाहुगी के उसने मुझ से चाटिंग की
और सारी डीटेल्स देने के बाद इतनी अछी और मेरी रियल लाइफ की कहानी लिखी.
थॅंक यू सो मच राज म्मुउउआआआ यू आर ग्रेट .
दोस्तो आपको कैसी लगी ज़रूर बताना फिर मिलेंगे एक और नई कहानी के साथ आपका दोस्त राज शर्मा
**************************************************
समाप्त
एंड.........
समाप्त
|