RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--33
गतान्क से आगे..........
थोड़ी देर के बाद डीके उसके ऊपेर से थोडा सा ऊपेर उठे और उसको चोदने का प्लान बना रहे थे तो देखा के उसकी तो आँखें पूरी तरह से बंद है और वो गहरी गहरी साँसें लेती पड़ी है. डीके समझ गये के उसको चूत फटने का शॉक लगा है. डीके ने मुझ से बोला के स्नेहा तुम थोड़ा सा ठंडा पानी लाओ और इसके मूह पे छीटें मारो. मैं अभी इसकी चूत से लंड बाहर नही निकालूँगा. अगर अब इस टाइम पे मैं अपना लंड इसकी चूत से बाहर निकाल लूँगा तो फिर यह ज़िंदगी भर किसी से नही चुदवायेगी. इसको बोहोत बुरी तरह से शॉक लगा है. मैं अपनी जगह से उठी और फ्रिड्ज से ठंडा पानी निकाल लाई और ममता के मूह पे छीटें मारने लगी. 1 मिनिट के अंदर ही ममता अपने मूह कोझटक के आँखें खोल के देखने लगी. उसका नशा उतर चुका था और पहले मेरी तरफ देखा फिर डीके की तरफ देखा और फिर झुक के अपनी चूत की तरफ देखा जिसके अंदर डीके का मूसल गढ़ा हुआ था. पहले तो उसकी समझ मे कुछ नही आया फिर मैं ने ममता को किस करना शुरू किया और बोला के सब ठीक हो जाएगा तुम फिकर ना करो जो होना था सो हो चुका है. तुम्हे बोहोत मुबारक हो अब तुम कुँवारी नही रही. आज तुम लड़की से औरत बन गयी हो और शूकर करो के तुमने ऐसे शानदार लंड से अपनी कुँवारी चूत की सील तुडवाई है. ममता मुस्कुरा के मुझे और डीके की तरफ देखने लगी.
इतनी देर मे उसका दरद कम हो गया था. डीके उसको अब धीरे धीरे चोदने लगे. ममता अब अपनी गंद उठा उठा के डीके के लंड को अपनी चूत के अंदर ले रही थी. ममता को अब चुदवाने मे बोहोत मज़ा आ रहा था और वो नीचे से बोल रही थी आअहह ड्ड्ड्ड्ख्ख्ख्ख्ख्ख्ख्ख्ख्ख्ख्क ब्ब्ब्बूओह्ह्ह्हूऊओत्त्त्त्त म्म्माआज़्ज़्ज़्ज़ाआअ आआआअ र्र्र्राआअह्ह्ह्ह्हाआ हीईएईईईईईई आईई म्म्माआ उउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ उसको थोड़ी तकलीफ़ भी हो रही थी और मज़ा भी आ रहा था और फुल मस्ती मे चुदवा रही थी. आज वो सही मानो मे एक कच्ची कली से पूरी तरह से जवान हो गयी थी. डीके अब पूरी रफ़्तार से घचा घच चोद रहे थे और ममता नीचे पड़ी ऐसे हिल रही थी जैसे वो किसी रन्निंग ट्रेन मे सवार हो. अभी तक उसकी चूत से एक क़तरा भी खून का नही टपका था क्यॉंके डीके का मोटा लंड उसकी चूत मे एक दम से फिट बैठा और एक मिल्लिमेटेर की जगह भी खाली नही थी जहा से खून बाहर आता. डीके ने चोदने की रफ़्तार तेज़ कर दी थी और अब तो ममता की चूत को बिल्कुल किसी दीवाने की तरह से चोद रहे थे लंड कब चूत के अंदर जाता और कब बाहर आता पता ही नही चल रहा था और नीचे पड़ी ममता प्लेषर के पीक पे पोहोच चुकी थी और उसकी चूत से कंटिन्यू जूस निकल रहा था और जूस चूत के अंदर ही रुका हुआ था जिसकी वजह से पच पॅक की आवाज़ें आ रही थी और वो बोल रही थी आअहह म्मीरीए सस्शहीएररर ब्बूहहूवततत म्म्माआज़्ज़्ज़ाआ एयाया र्राअह्ह्ह्हाअ हाऐईयइ आआआआआआहह ऊऊऊऊऊऊहह हह सस्स्स्स्सस्स हाआाआअँ आआआआआआईईई ईईईईईईईईईईई बोहुत अच्छााआआअ लग रहाआआआ हाआईईईईइ. आऐईएसस्सीए हहीए कक्चहूओद्दद्डूऊऊ और फिर ममता का बदन बोहोत ज़ोर से अकड़ गया और फॉरन ही वो किसी सूखे पत्ते की तरह से हिलने लगी और झड़ती ही चली गयी.
इधर डीके भी अब आने के लिए रेडी हो गये थे. धना धन चोद रहे थे दोनो के बदन पसीने से भर गये थे. डीके का लंड ममता की चूत मा फूलने लगा था और पूरा अंदर तक घुस के उसकी बच्चे दानी के सुराख मे जा के ठोकर मार रहा था और उधर ममता ऐसे मस्त चुदाई से बे हाल हो चुकी थी और दीवानो की तरह से बड़बड़ा रही थी डीके भर दो मेरी चूत को अपने गरम गरम शेहेद से भर दो मुझे और मेरी चूत को भर दो आआअहह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स और वो एक बार फिर से झड़ने लगी. डीके मस्ती मे चोद रहे थे और बोल रहे थे ममता मैं आने वाला हू मैं आने वाला हू मैं आ रहा हूओन्न तो ममता ने बोला के आआअहह द्दददककककक एयाया जाआओ एम्मीयीयिरर्रईयियी प्प्प्य्य्य्याअस्स्स्सीई कककचहूऊतततत म्म्मीइ आप्प्पन्न्नाआ गग्ग्गाआररर्राआंम्म ग्ग्गारराययाम ल्ल्ल्ल्लाआववववाअ दद्दालल्ल्ल दूऊव आआआहह. डीके ज़ोर से चिल्लाए मैं आअय्य्याआअ आआआआआईईईईई मैआआ र्र्रएययेयीययाया हूऊऊन्न्नननणणन् म्म्म्माआंम्म्ममतत्त्त्त्ताआआआआआआआआआआआ आआआआहह आआआआररर्र्र्ररराआआआआअहहाआआआआअ हहूऊवन्न्ननणणन् ययईएहह ल्ल्ल्लूऊऊऊओ न्न्न्नियैआइयैयीयिक्क्क्क्क्क्क्क्क्ल्लायाआयाययाया म्म्म्मईएररर्राआ आआआआअहह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स हाआाआअँ सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ऊऊऊऊओह हह हाआआआआआआआआ आआअन्न्नननननणणन् ईईईईईईईईई ईहह आआआआआआआहह हह लो भाआआआआआअर राआआआहह आआआआआआ हूऊऊऊऊऊऊवंन्न न्न्नणणन् लो लो लो लो लो लो लो लो हाआआआआआआं उउउउउउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हह. एक फाइनल झटका बोहोत ज़ोर से मारा और लंड को ममता की चूत के अंदर दफ़न कर दिया और बोहोत ही तेज़ी से डीके के लंड से गरम गरम मलाई की पिचकारी निकली. पहली पिचकारी चूत के अंदर लगते ही फॉरन ही ममता की चूत एक बार फिर से काँपने लगी और एक बार फिर से झड़ने लगी और वो उठ के डीके के बदन से चिपक गयी और उनको बोहोत टाइट पकड़ लिया और झड़ती ही चली गयी और साथ मे अपनी चूत मे डीके के लंड से गिरती एक एक बूँद को महसूस करती रही. दोनो की आँखें बंद हो गयी थी और दोनो ही गहरी गहरी साँसें ले रहे थे और डीके ममता के बदन पे ढेर हो गये.
दोनो एक दूसरे से लिपटे पड़े रहे. डीके ने धीरे से ममता के कान मे कहा ममता यू आर सिंप्ली वंडरफुल तुम्है चोदने मे जितना मज़ा आया किसी को चोदने मई नही आया तो ममता उसके नीचे पड़े ही पड़े मुस्कुरा के बोली "डीके आज मैं पूरी हुई हूँ. एक लड़की बिना लंड के औरत
बन ही नही सकती और तुम ने मुझे आज एक कुँवारी लड़की से औरत बना दिया. एक औरत की चूत बिना लंड के अधूरी होती है और आज तुमने मुझे ऐसे शानदार लंड से चोद के पूरा कर दिया. आज मैं पूरी हुई हूँ".
जैसे ही डीके ने अपना लंड ममता की चूत से बाहर खेच के निकाला, ममता की चूत से जैसे खून का फव्वारा निकल पड़ा. इतना खून देख के ममता घबरा गयी और रोने लगी. मैं ने ममता को समझाया के ऐसा तो होता ही है फर्स्ट टाइम चुदाई मे जब सील टूट ती है और कुँवारी चूत जब कली से फूल बनती है तब हर चूत से खून ज़रूर निकलता है. तुम्हारी चूत लकी है के डीके के शानदार लंड से तुम्हारी चूत की सील टूटी है. ममता थोड़ी थोड़ी देर मे अपनी चूत को सहलाने लगी. उसकी चूत सूज के बोहोत मोटी और लाल हो गयी थी. उसकी चूत का सुराख किसी इंग्लीश के " ओ " की तरह से खुल गया था. उस रात ममता और ना चुदवा सकी. डीके ने ममता के सामने जब मेरी चूत और गंद मारी तो ममता हैरत से देखने लगी. उसकी चूत बोहोत दुख रही थी. अगले दिन डीके ने और मैं ने मिल के ममता को फिर से शराब मे डुबो दिया और डीके ने मार मार के उसकी गंद फाड़ डाली. उसकी गांद मे से भी ढेर सारा खून निकला और एक बार फिर ममता बोहोत रोई. अब तो खैर ममता भी एक दम से चुड़क्कड़ हो गयी है. अब उसको भी छोटे लंड से चुदवाने मे मज़ा नही आता अब तो वो डीके और राज के लंड से चुदने के बाद ही संतुष्ट होती है.
ममता डीके का लंड चूत मे घुसते देख रही है
ममता की चूत एक ही चुदाई मे भोसड़ा बन गयी.
कच्ची कली से फूल बन के ख़ुसी से मुस्कुराने वाली ममता
लड़कियों का ड्रीम लंड जिस से हर लड़की चुदवाना पसंद करे
जब कभी भी डीके का दुबई आना होता तो वो ममता को इतना चोद्ते इतना चोद्ते के ममता ऐसी चुदाई से बे हाल हो जाती और 4 – 5 दीनो तक चलने के काबिल नही रहती.
मैं तो हमेशा ही डीके के साथ रहती. वो मुझे दिन मे 2 – 3 बार तो ज़रूर चोद्ते और अब मेरी चूत भी उनके लंड से इतनी घुल मिल गयी थी के जब तक कम से कम 3 टाइम चुदाई ना हो मुझे मज़ा ही नही आता और लगता जैसे मैं भूकि हू और मेरी चूत प्यासी है.
राज भी जब हमारे साथ होता तो हम 3सम करते और अगर राज, डीके और मैं बॅंगलुर मे होते तो उर्मिला भी आ जाती और हम सब मिल के चुदाई समारोह मनाते.
उर्मिला तो सतीश के साथ ही रहती थी और वो दोनो किसी वाइफ हज़्बेंड की तरह से ही रहने लगे. सतीश भी आजकल बोहोत ही बिज़ी हो गया था और जब भी मौका मिलता उर्मिला उस से चुदवा लेती.
हम सब अपनी अपनी जगह बोहोत खुश रहने लगे थे.
कभी कभी जब मैं अपनी पस्त ज़िंदगी के बारे मे सोचती तो यही ख़याल आता के सतीश के बिज़्नेस को रिसेशन की मार लगी हो या ना लगी हो मेरी चूत को तो रिसेशन की मार ज़रूर लगी और ऐसी लगी जिसने मेरी ज़िंदगी मे खुशियाँ ही खुशियाँ भर दी. "हॅट्स ऑफ टू दिस लव्ली रिसेशन"
दा एंड
दोस्तो अब मैं यह फॅंटेसी यही ख़तम करता हू,
कहानी पढ़ के मुझे ज़रूर बताना के कैसी लगी. इस कहानी को लिखते लिखते ऑलमोस्ट 3 मंत्स हो गये है. कभी टाइम नही मिलता था ओरजब टाइम मिलता तो मूड नही होता था. खैर अब तो कहानी तय्यार हो चुकी है आपको बस पढ़ना और एंजाय करना है.
दोस्तो आपको एक बात का पता होना चाहिए के हमे कहानी लिखने मे 3 – 3 महीने लग जाते है और आप लोग इसको 3 घंटे के अंदर पढ़ लेते है. ज़रा सोचिए के हम इतनी लंबी कहानी कैसे लिख लेते है. कभी सोचा आप ने ???
दोस्तो प्लीज़ डॉन'ट फर्गेट टू मैल मी के आपको यह फॅंटेसी कैसी लगी.
दोस्तो पढ़ कर ज़रूर बताना के यह मेरी लिखी हुई कहानी आप को कैसी लगी. मैं आपके मैल का वेट करूगा. थॅंक्स फॉर रीडिंग माइ स्टोरी.
आपका ग्रेटवॉरियर
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