RE: Samuhik Chudai सामूहिक चुदाई
तब ललिता ने राज को अपने ऊपर लेकर उसके लण्ड को अपनी चूत में डाल कर ऊपर से चोदने को कहा।
लेकिन राज ने कहा- तुम मेरे ऊपर आ जाओ।
तो ललिता राज के ऊपर चढ़ गई और उसके लण्ड को अपनी चूत में डाल कर धीरे-धीरे धक्के लगा कर चोदने लगी। थोड़ी देर इस तरह से ललिता ने राज को ऊपर से चोदा।
फिर राज ने कहा- ललिता, मुझे तुम्हारे चूतड़ बहुत अच्छे लगते हैं और अगर तुम्हें सचमुच मुझे मज़ा देना चाहती हो तो आज मैं तुम्हारी गाण्ड मार कर मज़ा लेना चाहता हूँ।
ललिता बोली- राज, आज तुम जो चाहो वो मज़ा मेरे साथ ले सकते हो। मैंने जय से एक-दो बार गाण्ड मरवाई है पर तुम्हारा लण्ड तो बहुत मोटा है अन्दर कैसे जाएगा?
राज ने कहा- रानी, इसकी चिंता मुझ पर छोड़ दो… पहले मैं तुम्हारी गाण्ड को अपनी जीभ से चाट कर गीली कर दूँगा, फिर अपना लण्ड उसमें घुसेड़ कर आराम से मैं तुम्हारी गाण्ड मारूँगा।
ललिता ने कहा- ठीक है..
और वो बिस्तर पर घोड़ी की तरह अपनी गाण्ड ऊपर करके लेट गई, राज ने ललिता की गाण्ड खोल कर अपनी जीभ ललिता की गाण्ड के छेद पर लगा कर उसको चाटने लगा।
थोड़ी देर ललिता की गाण्ड को चाट कर राज ने उसे खूब गीली कर दिया और फिर ललिता से अपने लण्ड को एक बार और चूस कर गीला करने को कहा। ललिता ने राज के लण्ड को थोड़ा चाट कर और अपना थूक लगा कर खूब गीला कर दिया पर राज ललिता की गाण्ड मारने से पहले थोड़ी देर उसकी चूत चोदना चाहता था।
राज ने अपने लण्ड को ललिता की चूत में लगा कर एक ही धक्के में पूरा लण्ड उसकी चूत के अन्दर घुसा दिया। ऐसे थोड़ी देर तक राज ने ललिता की चूत को चोदा। चूत में जाने से राज का लण्ड और भी गीला हो गया।
फिर राज ने अपने लण्ड को पकड़ कर ललिता की गाण्ड के छेद पर लगाया और थोड़े ही दबाव से में आधा लण्ड अन्दर घुसेड़ दिया।
राज ने एक धक्का और दिया और बड़े आराम से राज का लण्ड ललिता की गाण्ड में पूरा चला गया।
राज का लण्ड मोटा ज़रूर था, पर ललिता की गाण्ड भी खूब गीली हो चुकी थी और ललिता को अपनी गाण्ड में राज का पूरा लण्ड लेने में कोई परेशानी नहीं हुई।
फिर राज ने ललिता के दोनों चूतड़ों को अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया और उसकी गाण्ड में अपना लण्ड धीरे-धीरे अन्दर-बाहर करके चोदने लगा।
इस तरह से राज ने ललिता की गाण्ड को जी भर के मारा और फिर उसके गोरे-गोरे चूतड़ों पर अपना पानी निकाल दिया।
ललिता पूरी तरह से राज की चुदाई से खुश होकर बिस्तर पर पीठ के बल लेट गई, राज ने अपने पानी को तौलिए से पौंछ कर ललिता के चूतड़ों को साफ किया और फिर ललिता के ऊपर ही नंगा लेट कर उसको अपनी बाँहों में ले कर सो गया।
राज ने कहा- जय, हमारी पहली बीवियों की अदला-बदली चुदाई बड़ी जल्दबाजी में हुई थी, अगर तुम बुरा ना मानो तो मैं एक बार फिर तुम्हें डॉली को चोदते हुए देखना चाहता हूँ।
जय बोला- मैं भी ललिता को एक बार फिर तुमसे चुदवाते हुए देखना चाहता हूँ।
इन बातों से दोनों के लंड दोबारा तन्ना गए।
राज ने बेडरूम में चलने की सलाह दी और कहा- वहीं पर हम एक-दूसरे की बीवियों को चोदेंगे।
हम अपनी ड्रिंक लेकर बेडरूम में आ गए और उसी बिस्तर पर नंगे ही बैठ कर चुस्कियाँ लेने लगे। कमरे में रोशनी भरपूर थी। राज ने जय से पहले मुझे चोदने को कहा। मैंने राज से मुझे चुदाई के लिए तैयार करने के लिए मेरी चूत चाटने को कहा।
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