RE: Porn Chudai Kahani तीन देवियाँ
ऋतु मेरे नीचे पेट के बल लेटे अपनी टाँगें खोले पड़ी थी और मैं अपने लंड को पूरी तरह से सूपदे तक बाहर निकाल निकाल के घचा घच्छ घचा घच्छ उसकी गंद मार रहा था. मुझे पता न्ही के ऋतु को मज़ा आ रहा था या नही पर मुझे
तो बे इंतेहा मज़ा आ रहा था उसकी टाइट गंद मारने मे. अब मेरे बॉल्स मे हलचल मचनी शुरू हो गयी थी और मेरे धक्के तेज़ होने लगे और फिर एक और इतनी ज़ोर से झटका मारा के ऋतु फिर से चिल्लाई ऊऊऊऊऊऊऊओिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्म्म्मममममममममाआआआआआआआआ म्म्म्मममाआआआररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर गग्ग्गाआययययययययययईईईईईईईई और उसी टाइम पे मेरे लंड मे से मलाई की मोटी मोटी धारियाँ उड़ उड़ के उसकी फटी खून से भरी गंद को भरने लगी.
धीर धीरे मेरे झटके स्लो होने लगे और जब मेरी पूरी मलाई निकल चुकी तो मैं ऋतु की पीठ पे ही गहरी गहरी साँसें लेते हुए ढेर हो गया. मेरी आँखें मस्ती मे और फुल प्लेषर मे बंद हो चुकी थी. थोड़ी देर के बाद जब मेरी मलाई निकलना बंद हो गयी तो मैने अपने लंड को उसकी गंद मे से बाहर निकाल लिया तो देखा के उसकी छोटी सी गंद, मेरे इतने मोटे मूसल लंड के घुसने से किसी गार (केव) जैसी हो गई थी और इंग्लीश के शब्द ( ओ ) की तरह से गोल हो गयी थी और उसकी टाइट गंद का सुराख बोहोत बड़ा हो गया था और उसकी गंद के मसल्स खुल बंद हो रहे थे जैसे अभी तक मेरे लंड को फील कर रहे हो. ऋतु मेरे बाज़ू मे पड़ी थी उसकी आँखो से आँसू निकल रहे थे. उसने कहा तुम बोहोत खराब हो बाबूजी मेरे ऊपेर थोड़ी भी दया नही आई तुम्है. तुम खुद ही सोचो के अभी मेरी उमर ही क्या है और तुम ने मेरे साथ क्या कर दिया तो मैं ने कहा क्या हुआ क्यों फिकर करती है अब तुझे कभी भी दरद नही होगा बॅस यह तो पहली बार ही होता है जो आज ख़तम हो गया और आज के बाद से तो बॅस तुझे मज़ा ही मज़ा आएगा तो वो बोली के पता नही आगे क्या होगा पर आज तो तुम ने मुझे मार ही डाला. दर्द से उसका चेहरा पीला पड़ गया था.
थोड़ी देर तक हम ऐसे ही लेटे रहे. टाइम देखा तो तकरीबन 4 बजने वाले थे भूक भी लगने लगी थी.. बारिश अब कुछ कम हो गई थी पर हल्के हल्के चीते पड़ रहे थे. ऋतु बेड से उतर के कपड़े पहेन्ने लगी तो मैं ने कहा कपड़े पहेन्ने की कोई ज़रूरत नही तो वो मुझे देखने लगी और बोली के क्यों नही पहेन्ने है रहना है तो तुम ही नंगे रहो बे-शर्मो की तरह से मुझे तो लज्जा आती है नंगे रहने मे तो मैं ने कहा के अरी पगली थोड़ी ही देर पहले मोम का फोन आया था के वो लोग आज नही आने वाले है और वो लोग भी वही साइट पे फसे हुए हैं कार नही चल सकती तो वही गेस्ट हाउस मे रहेगे तो वो मुस्कुराने लगी ओह अछा तो यह बात है इसी लिए इतनी बे-शर्मी पे उतर आए हो तो मैं भी मुस्कुराने लगा और उसको अपनी बाँहो मे ले के किस करने लग और
जैसे ही मेरा लंड उसके बदन से टच हुआ वो पीछे हट गयी और बोली के अब बॅस और मेरे लंड की तरफ इशारा करते हुए बोली के मैं इसको अब और सहन नही कर सकती इसको तो मैं कुछ नही बोला और ऋतु का हाथ पकड़ के बाथरूम मे घुस्स गया तो वो बोली के अभी दिल नही भरा क्या फिर से बाथरूम मे ले जा रहे हो तुम्हारे इरादे तो ठीक है ना तो मैं ने हंस के कहा अरी पगली चल शवर लेते है एक साथ उसके बाद लंच भी तो लेना है तो वो बोली के पहले वादा करो के तुम कुछ नही करोगे अब तो मैं ने भी सोचा के जब एक टाइम ऋतु को चोद डाला है और गंद भी मार डाली है तो फिर क्या डरना है अब तो कभी भी उसको चोद सकता हू और गंद मार सकता हू तो मैं ने वादा किया के अब कुछ नही करूगा सिर्फ़ शवर लेंगे तो हम दोनो एक दूसरे के बदन को साबुन से रगड़ रगड़ के नहाने लगे मैं उसकी चूत और गंद मे साबुन लगा के की जेल्ली को रगड़ के धोया और उसी तरह से उसने मेरे लंड पे लगी जेल्ली को अछी तरह से साफ किया. ऐसे ठंडे मौसम मे एस्पेशली इतनी मस्त चुदाई के बाद गरम गरम शवर लेने का मज़ा कुछ और ही है.
शवर ले के हम दोनो नंगे ही नीचे आ गये. फ्रिड्ज से खाना निकाल के गरम किया और खाने लगे. हम दोनो टेबल पे नंगे बैठे बड़ी मस्ती मे रोमॅंटिक स्टाइल मे खाना खा रहे थे. रोटी का एक पीस कट कर के अपने मूह मे रख के ऋतु के मूह मे दे रहा था और जैसे ही ऋतु मूह खोल के रोटी अपने मूह मे ले लेती तो हम दोनो किस करने लगते उसी तरह से ऋतु भी अपने मूह से खाना मेरे मूह मे ट्रान्स्फर करती तो भी हम एक दूसरे को किस कर लेते ऐसा लगता था जैसे मैं अपनी नोकरानी के साथ नही बलके अपनी किसी प्यारी सी गर्ल फ्रेंड के साथ मस्तियाँ कर रहा हू. इसी तरह से मस्ती भरे स्टाइल मे खाना खाते खाते मेरा लंड एक बार फिर से फुल अकड़ गया था और मेरे थाइस के बीच मे स्प्रिंग की तरह से हिल हिल के ऋतु की छोटी सी चूत को सल्यूट कर रहा था.
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